संस्कृति राऊत मामले की जांच में कोई ठोस नतीजा नहीं
अब तक सुराग ढुंढने में नाकाम साबित रही पुलिस
![](https://mandalnews.com/wp-content/uploads/2025/02/sans.jpg?x10455)
* फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व डॉग स्क्वॉड दुबारा पहुंचे जिजाऊ नगर
अमरावती/दि. 12 – विगत 28 जनवरी की रात तपोवन परिसर के जिजाऊ नगर में रहनेवाली संस्कृति संजय राऊत नामक 25 वर्षीय युवती अपने ही घर में मृत पडी मिली थी. संस्कृति राऊत की मौत कैसे हुई, इस बात का खुलासा आज इस घटना के 16 दिन बाद भी नहीं हो पाया है. क्योंकि, लाख कोशिशों के बावजूद इस मामले को लेकर पुलिस के हाथ कोई भी सबूत या सुराग नहीं लगा है. जिसके चलते पुलिस अब तक इस घटना को लेकर किसी भी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. इसी बीच गत रोज शहर पुलिस के फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व डॉग स्क्वॉड ने एक बार फिर जिजाऊ नगर परिसर का दौरा करते हुए राऊत परिवार के निवास को भेंट दी तथा घर के भीतर से कुछ स्थानों से दुबारा फिंगर प्रिंट लेते हुए डॉग स्क्वॉड को पूरे परिसर में घुमाया गया. साथ ही इस दौरान मामले की जांच कर रहे पुलिस पथक द्वारा अब तक करीब 8 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा चुकी है. साथ ही करीब 15 लोगों के बयान भी दर्ज किए जा चुके है. परंतु सबूत व सुराग के नाम पर पुलिस के हाथ अब भी खाली है.
बता दें कि, अमरावती ग्रामीण पुलिस के खल्लार पुलिस थाने में पदस्थ रहने वाले पुलिस कर्मी संजय राउत अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ तपोवन परिसर स्थित जीजाउ कालोनी में रहते है. विगत 28 जनवरी की शाम संजय राउत हमेशा की तरह अपनी ड्यूटी पर गये हुए थे. वहीं उनकी पत्नी व एक बेटी किसी काम के चलते घर से बाहर गई हुई थी. इस समय संस्कृति राउत घर पर अकेली थी. रात करीब 8.30 बजे के आसपास जब सभी लोग बाहर से घर वापिस लौटे, तो संस्कृति राउत नीचे जमीन पर पडी दिखाई दी. जिसके गले के चारों ओर स्कॉर्फ लिपटा हुआ था. जिसके नाक व मुंह से खून भी निकल रहा था. इस समय आवाज देने व काफी हिलाने-डुलाने पर भी जब संस्कृति राउत के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई, तो राउत परिवार द्वारा इसकी सूचना आसपडोस के लोगों को देने के साथ ही गाडगे नगर पुलिस को दी गई. जिसके बाद गाडगे नगर पुलिस के पथक ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया तथा संस्कृति राउत के मृत हो जाने की तस्दीक करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. पोस्टमार्टम के दौरान संस्कृति राउत के गले पर फंदा कसने का निशान पाया गया. साथ ही साथ उसके शरीर पर हाथापायी की वजह से लगी चोट के कुछ निशान भी पाये गये. इसके अलावा जिस कमरे में संस्कृति राउत का शव पडा मिला, उस कमरे के पंखे से रस्सी या दुपट्टे का फंदा बंधे होने के कोई निशान व सबूत नहीं मिले थे. इस मामले की जांच को लेकर गंभीरता दिखाते हुए खुद शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने घटनास्थल को भेंट देते हुए संस्कृति राऊत के परिजनों से चर्चा की थी और परिसर का मुआयना करते हुए आसपास रहनेवाले लोगों से बातचीत भी की थी. साथ ही साथ सीपी रेड्डी ने मामले की जांच हेतु गाडगे नगर पुलिस का सहयोग करने हेतु क्राईम ब्रांच के दो व स्पेशल स्क्वॉड के एक ऐसे तीन पथकों को भी मामले जांच हेतु काम पर लगाया था. परंतु पुलिस द्वारा लाख प्रयास किए जाने के बावजूद अब तक संस्कृति राऊत मृत्यु मामला पुलिस के लिए एक अनसुलझी गुत्थी बना हुआ है. जिसे सुलझाने हेतु हाथ में अब तक कोई सबूत या सुराग नहीं रहने के चलते पुलिस के लिए इस घटना का पर्दाफाश करना काफी चुनौतिपूर्ण साबित हो रहा है.