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पढे-लिखों में मतदान को लेकर नहीं दिखा उत्साह

सुस्त रहा अमरावती विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव

* संभाग के पांचो जिलो में औसतन 46 फीसदी मतदान!
* सर्वाधिक मतदान वाशिम व यवतमाल जिले में
* सर्वाधिक मतदाता वाले अमरावती व यवतमाल रहे फिसड्डी
* 23 प्रत्याशियों का भाग्य हुआ मतपेटियों में बंद
* 2 फरवरी को मतगणना पश्चात मिलेगा नया विधायक
अमरावती/दि.30- विधान परिषद के अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में विभाग के पांचो जिलो के 262 मतदान केंद्र पर पढे-लिखे मतदाताओं में उत्साह काफी कम दिखाई दिया. सुबह से ही मतदान धीमी गति से चलता रहा. दोपहर 2 बजे तक विभाग में 30.40 प्रतिशत मतदान हुआ था. शाम 4 बजे तक औसतन 46 प्रतिशत मतदान होने का अनुमान व्यक्त किया गया है.
अमरावती विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में कुल 23 उम्मीदवार मैदान में है. इस चुनाव का मतदान संभाग के पांचो जिलो के 262 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से शांतिपूर्वक शुरु हुआ. पहले 2 घंटे में कुल मतदान केवल 5.49 प्रतिशत हुआ था. लेकिन बाद में मतदान में थोडी गति दिखाई दी. सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड बढने लगी थी. बाहर उम्मीदवारों के समर्थक व कार्यकर्ता बडी संख्या में दिखाई दिए. सुबह 10 से 12 बजे तक 15.94 प्रतिशत और पश्चात दोपहर में 12 से 2 बजे तक कुल मतदान 30.4 प्रतिशत हुआ था. दोपहर 12 बजे बाद मतदान में तेजी दिखाई दी. अमरावती जिले के 75 मतदान केंद्रों पर दोपहर 2 बजे तक 26.15 प्रतिशत मतदान हुआ था. अकोला जिले में 61 मतदान केंद्रों पर 28.45, बुलढाणा जिले के 52 मतदान केंद्र पर 33.47, यवतमाल जिले के 48 मतदान केंद्रों पर 35.60 और वाशिम जिले के 26 मतदान केंद्रों पर दोपहर 2 बजे तक 34.37 प्रतिशत मतदान हुआ. इन आंकडों को देखते हुए अमरावती जिले में विभाग के अन्य जिलों की तुलना में सबसे कम मतदान हुआ दिखाई दिया. पढे-लिखे मतदाताओं व्दारा मतदान में उत्साह न दिखाई देने पर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त थी. अपरान्ह 4 बजे तक संभाग में कुल मतदान का आंकडा चुनाव अधिकारी तथा विभागीय आयुक्त कार्यालय व्दारा प्राप्त नहीं हुआ था. लेकिन औसतन 46 प्रतिात मतदान होने का अनुमान लगाया गया है. मतदान के बाद देर रात तक मतपेटियां अमरावती के मतगणना स्थल नेमाणी गोदाम के स्ट्रांगरुम में पहुंचेगी. जहां सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पुलिस के तगडे बंदोबस्त में इस स्ट्रांगरुम को मतपेटियां रखने के बाद सील किया जाएगा और गुरुवार 2 फरवरी को सुबह 6 बजे से मतगणना की शुरुआत होगी.

* विधायक सुलभा खोडके व पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने किया मतदान
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में आज सुबह 11.30 बजे के दौरान विधायक सुलभाताई खोडके ने अपने पति राकांपा नेता संजय खोडके और पुत्र यश खोडके के साथ विदर्भ महाविद्यालय के मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान का हक अदा किया. इसी तरह इसी मतदान केंद्र पर पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने भी अपनी पत्नी सोनाली देशमुख के साथ मतदान किया. इसी तरह विदर्भ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष नितिन धांडे ने शासकीय अभियांत्रिकी महिावद्यालय के मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया. इसके अलावा विभिन्न दल के अनेक नेता, मनपा पार्षद आदि भी विभिन्न मतदात केंद्र पर मतदान करने पहुंचे थे.

* पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का तिवसा में मतदान
जिले की पूर्व पालकमंत्री तथा तिवसा विधानसभा की कांग्रेस विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सुबह मतदान किया. इस चुनाव में युवाओं सहित वरिष्ठ मतदाताओं की भीड मतदान केंद्र पर अधिक दिखाई दी.

* डॉ. रणजीत पाटिल व धीरज लिंगाडे में टक्कर
अमरावती विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में महाविकास आघाडी के शिवसेना प्रत्याशी धीरज लिंगाडे तथा भाजपा के डॉ. रणजीत पाटिल के बीच रोमांचक मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है. चुनावी मतदान कम होने से सभी खेमों में संभ्रम निर्माण है.

* पुलिस का रहा तगडा बंदोबस्त
चुनाव के दौरान कोई भी अनुचित घटना घटित न हो इसके लिए विभाग के सभी मतदान केंद्रों पर पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात था. जिले में कुल 1410 पुलिस अधिकारी व जवान तैनात किए गए थे.

* दोपहर 2 बजे तक 62669 मतदाताओं का मतदान
स्नातक चुनाव में अमरावती विभाग के पांचो जिलो से सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक कुल 62 हजार 669 मतदाताओं ने मतदान का हक अदा किया था. इसमें 45727 पुरुष और 16942 महिला मतदाताओं का समावेश है. अमरावती जिले में दोपहर 2 बजे तक 16826, अकोला 14298, बुलढाणा 12683, वाशिम 6203 और यवतमाल जिले में 12559 मतदाताओं ने मतदान किया था.

* 1 नंबर व 2 नंबर के इशारों से फैला संभ्रम
– मतपत्रिका में पहले 2 नंबरों पर लिंगाडे व पाटिल के ही नाम
विशेष उल्लेखनीय है कि, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में अपने मनपसंद प्रत्याशी का चयन पसंद क्रम के आधार पर करना होता है और पसंदीदा प्रत्याशी के नाम के सामने 1 की संख्या दर्ज करनी होती है. वहीं अन्य प्रत्याशियों के नाम के आगे पसंद के अनुरुप 2, 3, 4 व 5 जैसी संख्याएं लिखी जा सकती है. ऐसे में स्नातक चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों द्बारा मतदाताओं से अपने आपको पहली पसंद का वोट देने और अपने नाम के आगे 1 की संख्या लिखने कहा जाता है. आज हुए मतदान में सबसे खास बात यह रही कि, इस चुनाव हेतु तैयार की गई मतपत्रिका में चुनाव में 2 प्रमुख प्रतिद्बंदी रहने वाले महाविकास आघाडी प्रत्याशी धीरज लिंगाडे तथा भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटिल के नाम सबसे उपर पहले व दूसरे नंबर पर अंकित थे. जिसमें से धीरज लिंगाडे का नाम पहले नंबर पर और डॉ. रणजीत पाटिल का नाम दूसरे नंबर पर लिखा हुआ था. ऐसे में धीरज लिंगाडे व महाविकास आघाडी समर्थकों के लिए तो मतदान के समय भी मतदाताओं को पहले नंबर और पहली पसंद के मतदान का संकेत देने में काफी आसानी हुई. वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटील के समर्थकों द्बारा जब मतदाताओं को एक उंगली दिखाकर पहली पसंद का मतदान डॉ. पाटील को करने के बारे में संकेत दिया जा रहा था, तो इससे कुछ हद तक संभ्रम भी पैदा हो रहा था. साथ ही मतदान के समय ही यह चर्चा भी चल रही थी कि, लिंगाडे पहले नंबर पर है और पाटील दूसरे नंबर पर इस वजह से भी काफी रोचक चर्चाएं चलने लगी.

* बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में एक भी मतदान केंद्र नहीं
– मतदाताओं को अमरावती आकर करनी पडी वोटींग
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव हेतु बडनेरा में एक भी मतदान केंद्र नहीं दिया गया था. जिसके चलते बडनेरा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले करीब 2 हजार स्नातक मतदाताओं को अमरावती के बियाणी महाविद्यालय व समर्थ हाइस्कूल में बनाए गए मतदान केंद्रों के साथ जोडा गया था. ऐसे में इन मतदाताओं को बडनेरा से अमरावती आकर मतदान करना पडा. जिसकी वजह से उन्हें काफी असुविधाएं भी हुई.

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