रक्तदान से शरीर का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता
डॉ. देशमुख ने छात्रों को समझाया महत्व
* विद्याभारती कॉलेज में रक्तदान शिविर को भारी प्रतिसाद
अमरावती /दि. 20– स्थानीय विद्याभारती महाविद्यालय में भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के जन्मदिन पर 19 दिसंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय छात्र सेना और वाणिज्य विभाग द्वारा संयुक्त तौर पर रक्तदान शिविर का आयोजन प्राचार्य डॉ. पी. एस. येनकर की अध्यक्षता में किया गया. कार्यक्रम में उद्घाटक डॉ. ए.टी. देशमुख (डीन, पीडीएमएमसी, अम.) उपस्थित थे. साथ ही प्रमुख उपस्थितों में रक्तदान समिति अध्यक्ष महेंद्र भूतडा, संस्था उपाध्यक्ष डॉ. एम.एम. राठौर, सचिव डॉ. अशोक चव्हाण, कोषाध्यक्ष आर.एन. रोडे, फॉर्मसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस.डी. पांडे, प्रतिभा पाटिल शिक्षा शास्त्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ. किशोर शिरभाते उपस्थित थे. इस अवसर पर महाविद्यालय के 71 लोगों ने रक्तदान किया.
इस अवसर पर रक्तदान शिविर के उद्घाटक डीन डॉ. ए.टी. देशमुख ने कहा कि, रक्तदान सभी दानों में श्रेष्ठ है. रक्तदान से शरीर में नया रक्त निर्माण होने की प्रक्रिया शुरु होती है. विद्यार्थियों को रक्तदान का महत्व समझाते हुए उन्होंने कहा कि, रक्तदान से शरीर का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता. बल्कि उसका शरीर के लिए लाभ ही होता है. संस्था उपाध्यक्ष डॉ. एम.एम. राठौर ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और कहा कि, आपके रक्तदान से किसी को जीवनदान मिलेगा. अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य डॉ. पी.एस. येनकर ने विद्यार्थियों को सामाजिक सेवा समझकर रक्तदान करने का आवाहन किया. इस अवसर पर डॉ. आर.एम. पाटिल, उपप्राचार्य एच.के. सिसोदिया, डॉ. एस.बी. कडू, डॉ. जी.टी. लामधाडे, डॉ. जी.डी. बनसोड, डॉ. विशाल शेखावत, डॉ. के.बी. राहुलकर, डॉ. रोड्डे, डॉ. पी.एस. बोडके, प्रा. अमित इंगोले, डॉ. अंजू खेडकर, प्रा. चेतन जाधव, डॉ. अभिजीत चव्हाण, डॉ. रोहित बुटले, डॉ. डी.एस. वानखडे, डॉ. साबिर अली, प्रा. शैलेश जावरकर, डॉ. वी.पी. शेकोकार, डॉ. पी.पी. खाडे साथ ही विभिन्न विभागों से शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित थे. कार्यक्रम की सफलता के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना और राष्ट्रीय छात्रसेना के स्वयंसेवकों का मौलिक सहयोग प्राप्त हुआ.