अमरावती एअरपोर्ट का अभी कोई नामकरण नहीं
अलायंस एअर के पत्र से फैला था संभ्रम

* डॉ. पंजाबराव देशमुख के नाम का हुआ था उल्लेख
* एमएडीसी ने पत्र भेजकर उठाई थी आपत्ती
* अब कंपनी ने नया पत्र जारी कर दिया स्पष्टीकरण
अमरावती/दि.14 – परसों 16 अप्रैल को अमरावती विमानतल का उद्घाटन समारोह आयोजित होने जा रहा है. जिसे लेकर अमरावती विमानतल से मुंबई-अमरावती-मुंबई हवाई सेवा का संचालन शुरु करने जा रही कंपनी द्वारा जिले के सांसद बलवंत वानखडे को भेजे गए निमंत्रण पत्र में अमरावती एअरपोर्ट का उल्लेख डॉ. पंजाबराव देशमुख अमरावती एअरपोर्ट के तौर पर किया गया था. जिसके चलते आम जनमानस में यह संदेश गया कि, अमरावती विमानतल को देश के प्रथम कृषिमंत्री व शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख का नाम दे दिया गया है. परंतु इसे लेकर अब तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. ऐसे में इस पत्र के सामने आते ही अमरावती एअरपोर्ट के निर्माण व देखरेख का जिम्मा संभाल रहे महाराष्ट्र विमानतल विकास प्राधिकरण यानी एमएडीसी ने इसे लेकर तुरंत ही आपत्ति उठाते हुए अलायंस एअर को सूचित किया. जिसके बाद अलायंस एअर ने अपनी भूल को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम एक नया पत्र जारी किया है. जिसमें स्पष्ट किया गया कि, कंपनी से उक्त गलती अमरावती एअरपोर्ट का नाम गुगल सर्च करने की वजह से हुई है और अमरावती एअरपोर्ट के नाम के साथ गलती से डॉ. पंजाबराव देशमुख के नाम का उल्लेख हुआ. ऐसे में अब यह स्पष्ट हो गया है कि, फिलहाल अमरावती एअरपोर्ट को किसी भी महापुरुष का नाम नहीं दिया गया है और अमरावती विमानतल इस नाम के साथ ही आगामी 16 अप्रैल को अमरावती एअरपोर्ट का उद्घाटन होने जा रहा है.
बता दें कि, जब से अमरावती एअरपोर्ट के निर्माण सहित विस्तार व विकास कार्य में गति पकडी है, तभी से ही विमानतल को अलग-अलग महापुरुषों का नाम दिए जाने की मांग जोर पकड रही है. जिसके तहत अमरावती एअरपोर्ट को देश के प्रथम कृषिमंत्री व शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख का नाम दिए जाने की मांग काफी पहले से हो रही है. इस बीच एक बार यह खबर भी सामने आई थी कि, राज्य सरकार द्वारा अमरावती विमानतल को ज्ञानेशकन्या कहे जाते प्रज्ञाचक्षू संत गुलाबराव महाराज का नाम दिए जाने पर विचार लगभग तय कर लिया गया है. लेकिन इसे लेकर अभी तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. वहीं विगत शनिवार को अमरावती विमानतल पर आयोजित पत्रवार्ता में जब एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालिका स्वाती पाण्डेय से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि, अभी तक अमरावती एअरपोर्ट के नामकरण को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है. ऐसे में आगामी 16 अप्रैल को अमरावती एअरपोर्ट के तौर पर ही इस विमानतल का उद्घाटन होगा. साथ ही नामकरण को लेकर राज्य सरकार द्वारा आगे चलकर कोई निर्णय लिया जाएगा.
परंतु इसी बीच अमरावती विमानतल से अपनी हवाई सेवा शुरु करने जा रही अलायंस एअर कंपनी द्वारा जिले के सांसद बलवंत वानखडे के नाम भेजे गए निमंत्रण पत्र में अमरावती एअरपोर्ट का उल्लेख डॉ. पंजाबराव देशमुख अमरावती एअरपोर्ट किया हुआ दिखाई दिया. जिसकी प्रतिलिपी को सांसद बलवंत वानखडे द्वारा यह कहते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट व शेयर किया गया कि, कांग्रेस की ओर से अमरावती विमानतल को डॉ. पंजाबराव उर्फ भाऊसाहेब देशमुख का नाम दिए जाने की मांग विगत लंबे समय से की जा रही थी और स्थानीय कांग्रेस नेताओं द्वारा किए गए प्रयास सफल साबित हुए है. क्योंकि, अमरावती एअरपोर्ट को डॉ. पंजाबराव देशमुख का नाम दे दिया गया है. यह पोस्ट देखते ही देखते सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गई. जिसके चलते कल शाम ही सबसे पहले जिला प्रशासन द्वारा यह स्पष्टीकरण जारी किया गया कि, फिलहाल अमरावती एअरपोर्ट का कोई नामकरण नहीं हुआ है. इसी बीच विमानतल के निर्माण व देखरेख का जिम्मा रखनेवाली सरकारी कंपनी एमएडीसी ने तुरंत ही अलायंस एअर प्रबंधन के साथ संपर्क करते हुए अमरावती एअरपोर्ट के नामोल्लेख में हुई गलती की ओर ध्यान दिलाया. जिसके फौरन बाद अलायंस एअर कंपनी के चेअरमैन अमितकुमार द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम पत्र जारी कर अपनी भूल सुधार की गई और यह माना गया कि, उक्त गलती गुगल सर्च की वजह से हुई थी. परंतु अब अधिकारिक स्तर पर हुए पत्र व्यवहार के चलते भूल सुधार कर ली गई है और बेलोरा स्थित विमानतल का नाम अमरावती एअरपोर्ट ही रहने की सूचना सभी संबंधितों के नाम जारी की गई है.
ऐसे में भले ही एमएडीसी व अलायंस एअर के स्तर पर इस मामले का पटापेक्ष हो गया हो, परंतु अब इस मुद्दे को लेकर स्थानीय स्तर पर राजनीति के जमकर गरमाने की पूरी उम्मीद है, ऐसे आसार फिलहाल दिखाई दे रहे है. जिनकी ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.
अलायंस एअर की ओर से 10 अप्रैल को सांसद बलवंत वानखडे के नाम जारी पत्र.
अलायंस एअर द्वारा 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम जारी खुलासा पत्र.
* 6 मार्च को संत गुलाबराव महाराज का नाम दिए जाने की खबर आई थी सामने
याद दिला दें कि, अमरावती एअरपोर्ट को संत गुलाबराव महाराज का नाम दिए जाने से संबंधित निर्णय होने के बारे में विगत 6 मार्च को खबर सामने आई थी. जब पता चला था कि, इस संदर्भ में हुई एक बैठक में खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा इस निर्णय को अपनी मंजूरी दी गई है. बता दें कि, बेलोरा विमानतल से महज 5 किमी की दूरी पर स्थित लोणी गांव संत गुलाबराव महाराज की जन्मभूमि है. साथ ही संत साहित्य विधा एवं भावभक्ति के क्षेत्र में ज्ञानेशकन्या व प्रज्ञाचक्षू कहे जाते संत गुलाबराव महाराज का योगदान अतुलनीय है. जिसके चलते संत साहित्य में श्रद्धा रखनेवाले सभी वर्ग के लोगों में खुशी की लहर दौड गई थी और इस बारे में अधिकारिक घोषणा होने को लेकर प्रतीक्षा की जा रही थी. इसी बीच स्थानीय कांग्रेस नेताओं द्वारा अमरावती विमानतल को शिक्षा महर्षी डॉ. पंजाबराव देशमुख का नाम दिए जाने की मांग भी बडे जोर-शोर से उठाई जा रही थी. ऐसे में अमरावती विमानतल का नामकरण क्या होगा, इसे लेकर अब भी काफी हद तक संभ्रम बना हुआ है.