अमरावती /दि. 23– राज्य के कुछ क्षेत्रों में मुर्गी और अन्य पक्षियों को बर्ड फ्लू होने की पृष्ठभूमि पर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. शासन के पशुधन विभाग की सूचना के मुताबिक ऐसी कोई भी घटना होने पर तत्काल आवश्यक उपाययोजना की जाएगी.
जिले में फिलहाल ऐसी कोई भी चिंताजनक घटना सामने न आने से नागरिकों को विशेषकर कुक्कुट पालको को भयभीत न होने का आवाहन पशु संवर्धन विभाग ने किया है. मराठवाडा और पश्चिम महाराष्ट्र के कुछ जिलो में पिछले चार दिनों से मुर्गी और कौओ की बर्ड फ्लू से मृत्यु हुई है. इस कारण उन्हें शास्त्रोक्त पद्धति से दफनाया गया. आसपास के पांच किलोमीटर का परिसर सभी तरह के पक्षियों को लाने-ले जाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है. इस पृष्ठभूमि पर अमरावती सहित राज्य के अन्य जिलो को भी सतर्क रहने की सूचना दी गई है. अब तक अनुभव के मुताबिक बर्ड फ्लू का सर्वाधिक परिणाम कुक्कुट पालन पर होता रहता है. वर्तमान में अमरावती जिले के छोटे-बडे पोल्ट्री फॉर्म में करीबन 20 लाख मुर्गियां हो सकती है, ऐसा पशुधन विभाग का अनुमान है. पक्षी बडा हुआ की उसकी बिक्री की जाती है. इस कारण यह संख्या लगातार कम-ज्यादा होती रहती है. लेकिन फिलहाल किसी भी पोल्ट्री फॉर्म में किसी भी पक्षी बाबत शिकायत नहीं की गई है.
* जिले के पक्षी सुरक्षित
राज्य के कुछ क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण पक्षियों का नुकसान होने की जानकारी है. इस दृष्टि से सतर्क रहने की सूचना प्राप्त हुई है. लेकिन अमरावती सहित विदर्भ में फिलहाल कहीं भी ऐसी स्थिति नहीं है. जिले के कुक्कुट पालकों द्वारा मुर्गियों की देखरेख और उनका आहार-विहार काफी अच्छी तरह संभाला जा रहा है. इस कारण किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है.
– डॉ. पुरुषोत्तम सोलंके, पशुधन अधिकारी, जिप, अमरावती.