भाजपा में राणा जैसे ‘बाजारुओं’ के लिए जगह नहीं
तुषार भारतीय ने साधा विधायक राणा पर निशाना
अमरावती /दि.4- विगत रविवार को नवाथे चौक पर आयोजित दहीहांडी के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के सामने ही बडनेरा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा ने ऐलान किया था कि, वे कभी भी भाजपा में प्रवेश नहीं करेंगे. इसे भाजपा के ही भरोसे रहने वाले विधायक रवि राणा द्वारा किया गया भाजपा का अपमान बताते हुए स्थानीय भाजपा नेता व पूर्व पार्षद तुषार भारतीय ने कहा कि, भाजपा में वैसे भी रवि राणा जैसे ‘बाजारु लोगों’ के लिए कोई जगह नहीं है.
विगत दिनों विधायक राणा द्वारा दिये गये बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय ने कहा कि, इससे पहले राणा दम्पति द्वारा पीएम मोदी का भी अपमान किया जा चुका है और अब वे अपनी पत्नी को लोकसभा चुनाव में भाजपा की टिकट दिलाने के बाद खुद के लिए भाजपा को अछूत बता रहे है. ऐसा व्यक्ति कभी भी कुछ भी कर सकता है और समय पडने पर विधायक रवि राणा महाविकास आघाडी में भी जा सकते है.
बता दें कि, वर्ष 2014 में राकांपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने वाले नवनीत राणा ने वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस व राकांपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लडा था और वे सांसद भी निर्वाचित हुई थी. परंतु इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा ने ऐन समय पर भाजपा में प्रवेश करते हुए कमल चुनाव चिन्ह के साथ पार्टी की टिकट पर चुनाव लडा. परंतु कांगे्रस के बलवंत वानखडे के हाथों नवनीत राणा को हार का सामना करना पडा. क्योंकि महायुति में रहने के बावजूद विधायक बच्चू कडू पूरी तरह से राणा की दावेदारी के खिलाफ थे और उन्होंने नवनीत राणा के खिलाफ प्रहार पार्टी के प्रत्याशी को मैदान में उतारा था. जिसे लेकर अमरावती में विगत कुछ समय से विधायक बच्चू कडू व राणा दम्पति के बीच जमकर राजनीतिक जुगलबंदी चलनी शुरु है. वहीं अब विगत दिनों विधायक राणा द्वारा दिये गये बयान का आधार लेते हुए भाजपा के स्थानीय नेता तुषार भारतीय ने भी विधायक राणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. तुषार भारतीय के मुताबिक विधायक राणा ने खुद भाजपा नेताओं की मानमनोव्वल करते हुए उन्हें दहीहांडी स्पर्धा के व्यासपीठ पर बुलाया था. जिसके बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले के समक्ष खुद के भाजपा में प्रवेश नहीं करने की घोषणा की. जबकि भाजपा ने विधायक राणा के सामने ऐसा कोई प्रस्ताव भी नहीं रखा था. ऐसे में विधायक राणा के उस वक्तव्य का कोई औचित्य भी नहीं है. साथ ही विधायक राणा ने यह बात भी समझनी चाहिए कि, उन जैसे बाजारु और बिकाउ लोगों के लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है.