अमरावती

जिस घर में बच्चे रातभर बाहर रहते है उस घर की प्रगति नहीं

जलगांव में कथाकार पं. प्रदीप मिश्रा का उपदेश

जलगांव/ दि. 8– पहले समय में बच्चे रात में बाहर रहने तथा बाहर निकलने के लिए सोच विचार करते थे. परंतु अब रातभर बच्चे घर से बाहर रहते है. यह गलत है. जिस घर में बच्चे रातभर घर से बाहर रहते है. उस घर की प्रगति नहीं हो सकती. जिसके कारण पालको का बच्चों पर दबाब होना चाहिए. आजकल तो रास्ते पर गाडी के बोनटवर पर केक काटकर जन्मदिन मनाने की बात सामने आयी है. यह गलत है.अपना जन्मदिन यह परिवार के साथ ही उत्साह से मनाए.

कथा सुनकर भी घर में सास- बहू के झगडे नहीं रूकते. कथा सुनने का कोई मतलब नहीं है. जिसके कारण अच्छा व्यवहार व आदर, दूसरों की की गई सेवा से पुण्य कमाने की सलाह कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा ने बुधवार को दी.
वडनगरी फाटा में बडे जटाधारी महादेव परिसर में 5 से 11 दिसंबर तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है. बुधवार को कथा के दूसरे दिन दोपहर 2.15 बजे पंडित प्रदीप मिश्रा का कथास्थल पर आगमन हुआ. उसके बाद दोपहर 2.25 बजे कथास्थल का पूजन कर भजन, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं व महोदव के नामस्मरण से कथा की शुरूआत हुई. समाज की विपरित परिस्थिति में भी शिव आराधना कैसे की जाए, यह बताया. उसी प्रकार पालकत्व, युवावर्ग कैसे व्यवहार करे, जीवन का क्या अर्थ है. यह महत्वपूर्ण सलाह 2 घंटे 25 मिनिट के प्रवचन में पंडित मिश्रा ने दी. उन्होंने कहा कि मंदिर में जाकर पुण्य कमा सकते है. यह सोचकर लोग मंदिर में जाते है. लेकिन सभी से अच्छा व्यवहार कर ही पुण्य कमाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अपनी पांच इंद्रिय और मन का उपयोग अच्छा व्यवहार और सदगुणों से करें. भगवान का दर्शन केवल मंदिर में या दरबार में जाकर होगा, ऐसा नहीं है. अपने परिवार सहित, मित्र रिश्तेदार इनके अच्छे गुणों को देखे. जिससे तुम मिलोगे उसमें परमात्मा के दर्शन होंगे, ऐसा भी उन्होंने बताया. इस कथा में भक्तों की भीड थी.

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