बारिश में हो सकता है विलंब, बुआई में न हो जल्दबाजी
अमरावती/दि.12 – इस समय केरल में मानसून का आगमन हो चुका है. जिसके बाद 18 जून तक महाराष्ट्र में मानसून के पहुंचने का अनुमान है. इसके पश्चात राज्य के सभी हिस्सों तक पहुंचने और अमरावती जिले में मानसून के सक्रिय होने में थोडा वक्त लगेगा. इसके बाद भी कम से कम 80 से 100 मिमी बारिश हुए बिना बुआई नहीं की जानी चाहिए. क्योंकि बारिश का प्रमाण कम रहने पर बोई जाने वाली फसलों के बिज बर्बाद होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में किसानों ने बुआई के लिए कृषि विभाग की सलाह पर अमल करना चाहिए.
* इस बार 6.80 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में खरीफ की बुआई
इस बार खरीफ सीजन दौरान जिले के 6.80 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में बुआई प्रस्तावित है. बारिश के प्रमाण को देखते हुए यह क्षेत्र कम अधिक होने की संभावना है. सर्वाधिक 80 फीसद क्षेत्र में कपास व सोयाबीन की बुआई होगी.
* कितनी बारिश होने पर की जाए बुआई
80 से 90 मिमी बारिश हुए बिना बुआई न की जाए, ऐसी सलाह कृषि विभाग द्बारा दी गई है. छिटपूट बारिश को देखते हुए आगे की बारिश का अंदाजा लगाकर बुआई करने पर दोबारा बुआई की नौबत आ सकती है.
* बारिश के विलंब होने पर….
– यदि बारिश में विलंब होता है, तो 60 दिन की अवधि वाले मूंग व सोयाबीन जैसी फसलों की बुआई को टालना चाहिए.
– बारिश में विलंब होने पर कपास, सोयाबीन व तुअर जैसी फसलें ली जा सकती है.
– बारिश में ज्यादा ही विलंब होने पर जुलाई माह के अंत पश्चात सोयाबीन की बुआई को टाल देना चाहिए.
* कम से कम 80 से 100 मिमी बारिश हुए बिना अथवा जमीन में 4 इंच की गहराई तक गिलापण आए बिना बुआई की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. बारिश में विलंब होने पर मूंग व उडद जैसी फसलों की बुआई को टालना चाहिए. साथ ही कृषि विभाग की सलाह से ही बुआई करनी चाहिए.
– राहुल सातपुते,
जिला अधीक्षक, कृषि अधिकारी
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