अमरावती

स्वास्थ्य रहने के लिए एक उपवास होना चाहिए

आहार विशेषज्ञ की जानकारी

अमरावती/दि. 9 – नियमित रूप से भोजन करने से डायजेशन होता है. जिससे अनेक बीमारिया घर कर लेती है. जिसके कारण शरीर के अंदर शुध्दीकरण के लिए सप्ताह में एक उपवास रखना जरूरी है, ऐसा आहार विशेषज्ञों का कहना है.
शरीर की अन्न पाचन क्रिया के लिए आतडे सहित जठराग्नि व अन्य अवयव महत्वपूर्ण होते है. रोज किया गया भोजन जठराग्नि में जमा होता है. वहां से ऊर्जा निर्माण होकर सभी अवयव सक्रिय होते हैे . रोज नियमित भोजन करने की आदत होने से उसी समय भूख लगती है. लेकिन जठाराग्नि में समाए जानेवाला अन्न यह 8 घंटे तक जमा रहने से सप्ताह में एक दिन उपवास करने पर वह जगह खाली हो जाती है. जिससे डायटेशन का कार्य सुचारू रहता है. जिसके कारण छोटे बच्चों को छोडकर हर इंसान को सप्ताह में एक दिन उपवास करना शरीर के मेंटेन्स के लिए आवश्यक है. जिन लोगों ने इस ओर अनदेखा किया उन्हे विविध बीमारियों का सामना करना पड सकता है, ऐसा वक्तव्य आहार विशेषज्ञ डॉ. देशमुख ने किया.

  • एकादशी में अधिक फलाहार न करे- बच्चे छोडकर प्रत्येक व्यक्ति सप्ताह में एक दिन उपवास करता है, ऐसा न होने पर भी एकादशी और महाशिवरात्रि को लगभग 90 प्रतिशत लोग उपवास करते है. उसमें विविध प्रकार का फलहार बनाया जाता है. उपवास के नाम पर रोज की अपेक्षा कुछ अलग ही खाने को मिलता है. इसलिए अधिक लोग खाने के लिए उपवास करते है. अत: उपवास में निराहार रहे. एकादशी के दिन दुगना खाते है, ऐसा नहीं होना चाहिए. ऐसा विशेषज्ञों का कहना है.

क्या खाए उपवास में

उपवास में फलाहार के रूप में फलों का व अलग-अलग सब्जियों का रस ले. सभी मिले हुए अनाज का उपयोग करे. जिसमें विटामिन होेने से शरीर को नॉर्मल करके अंदर के जहरीले पदार्थ बाहर निकलने में मदद होती है. परिणामस्वरूप विविध प्रकार की यदि बीमारी हो तो उसे ठीक होने में मदद मिलती है, ऐसी जानकारी विशेषज्ञ रसिका राजनेकर ने दी.

क्या न खाए

उपवास यह शरीर के जहरीले पदार्थ बाहर निकालने के उद्देश्य से होना चाहिए. तले हुए पदार्थ, साबुदाना, मूंगफली के दाने, मीठे पदार्थ जलेबी यह पचने के लिए कठिन होते है. जिसके कारण उपवास में इन पदार्थो का उपयोग न करे. सात्विक पदार्थ का सेवन करे, ऐसा विशेषज्ञों ने कहा. मन की शांति के लिए उपवास करे.
मैं बजरंग बली का भक्त हूॅ. मुझे जब से उपवास के बारे में पता चला तो तब से मैं शनिवार का उपवास रखता हूँ. काम पर जाना पड़ता है जिसके कारण निराहार नहीं रह सकता लेकिन हलका आहार लेता हूॅ. जिससे मन में शांति रहती है और मन प्रसन्न रहता है.
नामदेव आडे, हमालपुरा

  • उपवास यह शब्द मनष्य की डिक्शनरी में प्राचीन काल से चला आ रहा है. शरीर को मेन्टेंस रखने के लिए सप्ताह में एक दिन उपवास करने पर शरीर में डायजेशन होगा. परंतु हायटेशन नहीं हो सकता. जिसके कारण निर्धारित समय के बाद कोई बीमारी नहीं हो सकती. इसलिए सप्ताह में एक दिन उपवास रखे.
    – रसिका राजनेरकर,
    आहार विशेषज्ञ

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