* खुद पर लगे आरोपों को बताया बेबुनियाद
अमरावती/दि.4- मेडिकल व्यवसायी उमेश कोल्हे की नृशंस हत्या निश्चित रूप से एक गंभीर मामला है. जिसके आरोपी पकडे जा चुके है और मामले की जांच भी चल रही है. लेकिन इसे लेकर कई तरह की बेफिजुल बातें की जा रही है. जिनका कोई तुक नहीं है. ऐसी बातों को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया जाना चाहिए. साथ ही ऐसी बेवजह की बातें करनेवाले लोगों ने भी एक धीर-गंभीर मामले को लेकर बेवजह की राजनीति नहीं करनी चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन पूर्व जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने किया.
पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने उन तमाम आरोपों को भी सिरे से खारिज किया. जिनमें कहा गया था कि, महाविकास आघाडी सरकार के रहते समय अमरावती पुलिस महकमे पर इस मामले को दबाने या तथ्यों को छिपाने के लिए किसी तरह का कोई दबाव बनाया गया था. पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक उन्होंने इस मामले में मंत्री रहते समय कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया और महाविकास आघाडी की सरकार रहने के दौरान ही इस मामले के ज्यादातर आरोपी पकडे जा चुके थे. ऐसे में बेवजह और बेतुके आरोप लगाते हुए अमरावती के माहौल को खराब नहीं किया जाना चाहिए और ऐसे संगीन मामले में किसी तरह की कोई राजनीति भी नहीं होनी चाहिए. पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक पुलिस एवं एनआईए द्वारा इस मामले में बेहतरीन तरीके से जांच की जा रही है. जिसके चलते मामले से जुडा सच सामने आ चुका है और आगे भी इस मामले में योग्य तरीके से कानूनी कार्रवाई होगी. इस बात में कोई संदेह नहीं है.