अमरावती/दि.23- आगामी 26 सितंबर से नवरात्री का उत्सव प्रारंभ होने जा रहा है. इस दौरान कई स्थानों पर सार्वजनिक नवदुर्गोत्सव मंडलों सहित कुछ निजी संगठनों द्वारा गरबा उत्सव का आयोजन किया जाता है, किंतु इन आयोजनों में कई बार धार्मिक आस्थाओं व परंपराओं की अनदेखी होती है. अत: गरबा उत्सव का आयोजन करनेवाले मंडलों व आयोजकों को इस संदर्भ में पहले से ही सख्त दिशा-निर्देश दिये जाये, ताकि ऐसे आयोजनों में धर्म व परंपरा का पालन हो सके. इस आशय की मांग का ज्ञापन विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल की अमरावती महानगर शाखा द्वारा जिलाधीश को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, सबसे पहले तो सभी गरबा उत्सव पंडालोें में प्रवेश करनेवाले लोगों के लिए अपने पहचानपत्र दिखाना अनिवार्य किया जाये, ताकि अवांछित लोगों को गरबा पंडाल में प्रवेश करने से रोका जा सके. इसके अलावा माता रानी की मूर्ति स्थापित किये बिना जिन निजी आयोजकों द्वारा गरबा उत्सव का आयोजन किया जाता है, उन्हें भी यह निर्देश दिया जाये कि, वे पारंपारिक गरबा गीतों पर ही गरबा उत्सव का आयोजन करे तथा फिल्मी गीतों पर गरबा आयोजीत करने पर रोक लगाई जाये. इन सबके साथ ही गरबा पंडालों में महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने पर भी ध्यान दिया जाये. ज्ञापन सौंपते समय बजरंग दल के महानगर संयोजक त्रिदेव डेंडवाल समेत विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे.