कलेक्ट्रेट पर सोमवार को होनेवाले आंदोलनों पर लगा ब्रेक
जमावबंदी का असर, जिलाधीश कार्यालय में दिखे इक्का-दुक्का प्रतिनिधि मंडल
अमरावती/दि.23 – प्रति सप्ताह सोमवार को कामकाज के पहले दिन जिलाधीश कार्यालय पर धरना, प्रदर्शन, मोर्चे व निवेदन की जबर्दस्त गहमागहमी और भीडभाड रहती है. किंतु विगत सप्ताह लागू किये गये कर्फ्यू के बाद अब पुलिस द्वारा जमावबंदी कानून पर कडाई के साथ अमल किये जाने के चलते कल सोमवार 22 नवंबर को जिलाधीश कार्यालय पर लगभग सन्नाटा पसरा रहा और केवल इक्का-दुक्का प्रतिनिधि मंडल यहां पर जिलाधीश को निवेदन देने हेतु दिखाई दिये. वहीं अपने सरकारी कामकाज के लिए जिलाधीश कार्यालय सहित जिला परिषद, जिला कोषागार व भूमि अभिलेख विभाग में नागरिकों की अच्छी-खासी भीडभाड रही.
ज्ञात रहे कि, प्रत्येक सोमवार को विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों द्वारा जिलाधीश कार्यालय पहुंचकर अपनी विविध मांगों के लिए धरना प्रदर्शन किये जाते है. साथ ही अनेकों प्रतिनिधि मंडलों द्वारा जिलाधीश को ज्ञापन व निवेदन भी सौंपे जाते है. ऐसे में सोमवार को जिलाधीश कार्यालय पर जबर्दस्त गहमागहमी और भीडभाडवाला नजारा रहता है. किंतु विगत सप्ताह अमरावती शहर में हुई हिंसक वारदातों के बाद जहां एक ओर शहर में संचारबंदी लागू की गई, वहीं गत रोज भाजपा सहित वंचित बहुजन आघाडी द्वारा किये जानेवाले आंदोलन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा जमावबंदी का आदेश लागू किया गया. जिसके तहत कहीं पर भी पांच अथवा पांच से अधिक लोगों के इकठ्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया था. ऐसे में इक्का-दुक्का संगठनों के एक-दो पदाधिकारियों को छोडकर जिलाधीश कार्यालय में किसी राजनीतिक दल अथवा सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी नहीं दिखाई दी. जिसके चलते बंदोबस्त में तैनात पुलिस कर्मियों ने भी राहत की सांस ली.
राज्यपाल के दौरे की रही धामधूम
उल्लेखनीय है कि, कल 24 नवंबर को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी अमरावती जिले के दौरे पर आ रहे है. ऐसे में महामहिम का स्वागत करने हेतु प्रशासन जमकर तैयारियों में लगा हुआ है. गत रोज जिलाधीश पवनीत कौर की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों की बैठकों का दौर चलता रहा. जिसमें राज्यपाल कोश्यारी के दौरे को लेकर नियोजन किया जा रहा था.