नववर्ष पर अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिरों में रही भारी भीड
सुबह 6 से रात 10 बजे तक 60 हजार श्रद्धालुओं ने किये दर्शन

अमरावती /दि.3– यद्यपि भारतीय नववर्ष चैत्र प्रतिपदा यानि गुढी पाडवा के पर्व से शुरु होता है. लेकिन सभी व्यवहार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ही होते है. ऐसे में 1 जनवरी से ही आम जनमानस द्वारा नववर्ष का प्रारंभ माना जाता है. जिसके चलते अपने पारंपारिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले कई धर्मशील नागरिकों द्वारा कल 1 जनवरी को अंग्रेजी नववर्ष के प्रारंभ पर अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर पहुंचकर देवी दर्शन किया गया और अपने नये साल की शुरुआत की गई. मंदिर संस्थान के मुताबिक कल नववर्ष के पहले दिन सुबह 6 से रात 10 बजे तक लगभग 60 हजार भाविक श्रद्धालुओं द्वारा अंबादेवी व एकवीरा देवी के दर्शन किये गये. साथ ही कई भाविक श्रद्धालुओं ने देवी को प्रसाद नारियल साडी चोली व खण की ओटी अर्पित करते हुए पूरे विधिविधान से देवी का दर्शन व पूजन किया.
मंदिर संस्थान द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कल नववर्ष के पहले दिन सुबह 6 से 10 बजे तक दोनों मंदिरों में सभी आयु वर्ग के भाविकों की अच्छी खासी भीड थी. वहीं दोपहर के वक्त महिलाओं व युवतियों तथा शाम के वक्त पुरुषों व महिलाओं सहित बच्चों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही. यानि हर किसी ने अपने-अपने समय की सहुलियत के हिसाब से नववर्ष के पहले दिन अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र की ग्राम दैवत कही जाती अंबादेवी व एकवीरा देवी के दर्शन किये.
* अन्य प्रमुख मंदिरों में भी रही अच्छी खासी भीडभाड
इसके अलावा श्री क्षेत्र जहागिरपुर के हनुमान मंदिर, चांगापुर के हनुमान मंदिर, साई नगर के साईबाबा मंदिर व संत गजानन मंदिर, राठी नगर के ईस्कान मंदिर, प्रभात कालोनी के संत गजानन मंदिर, बडनेरा के झिरी दत्त मंदिर सहित गडगडेश्वर महादेव मंदिर, कोंडेश्वर महादेव मंदिर व तपोनेश्वर महादेव मंदिर के साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित मंदिरों में धर्मशील नागरिकों की नववर्ष के पहले दिन अच्छी खासी भीडभाड रही.
* शेगांव पहुंचे 1 लाख से अधिक श्रद्धालु
– रात 12 बजे से ही भाविकों की मंदिर में रही भीड
वहीं दूसरी ओर नववर्ष का स्वागत करने हेतु संत नगरी शेगांव में करीब 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड उमडी और 31 दिसंबर को रात 12 बजे से ही मंदिर की दर्शन बारी में श्रद्धालुओं की कतारे लग गई थी. जिन्होंने संत गजानन महाराज की संजीवन समाधी का दर्शन करते हुए वर्ष 2024 को विदाई दी और नये वर्ष का स्वागत किया.
विशेष उल्लेखनीय रहा कि, नववर्ष का स्वागत करने हेतु शेगांव पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में राज्य के विभिन्न जिलों सहित अन्य राज्यों से आये श्रद्धालुओं का समावेश रहा. ऐसे में नववर्ष की पूर्व संध्या पर शेगांव में उमडने वाले भाविक श्रद्धालुओं की भारी भरकम संख्या को देखते हुए मंदिर संस्थान ने दर्शन के समय में बदलाव किया तथा संत गजानन महाराज मंदिर को 31 दिसंबर की पूरी रात दर्शन हेतु खुला रखा गया, जो 1 जनवरी को भी पूरा समय खुला ही रहा तथा इस दौरान पूरा समय दर्शनबारी भाविक श्रद्धालुओं की भीड से खचाखच भरी रही तथा श्रद्धालुओं ने संत गजानन महाराज का जयघोष करते हुए बडे श्रद्धाभाव के साथ संत श्री की संजीवन समाधी का दर्शन किया.
नववर्ष पर शेगांव में उमडी लाखों श्रद्धालुओं की भीड के चलते मंदिर परिसर में हार, फुल, पेढे, अष्टगंध, बुक्का व खेल-खिलौने जैसे वस्तुओं का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों ने साल के पहले ही दिन लाखों रुपयों का व्यवसाय किया.