अमरावती/दि.2– महाराष्ट्र स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मध्यवर्ती कारागार प्रशासन ने बुधवार को यहां गला भेंट उपक्रम चलाया. जिसमें जेल में सजा काट रहे कैदियों को रिश्तेदारों से मिलने का अवसर मिला. अपने रिश्तेदार विशेषकर बाल गोपालों से मिलकर उन्हें गले लगाकर कैदी भावुक हो गए थे. उसी प्रकार जेल की दीवारे ऐसे संवेदनशील क्षणों की साक्षीदार बनी.
उल्लेखनीय है कि कुछ देर के गुस्से में मनुष्य के हाथों अपराध हो जाता है. समय के साथ इसका उन्हें पछतावा होता है. न्यायालय से कोई बरी हो जाता है तो किसी को सजा भुगतनी पडती है. अमरावती जेल में बुधवार को 4 वर्षो बाद गला भेट कार्यक्रम आयोजित किया गया. वर्षो बाद अपने रिश्तेदारों से मिलकर कैदी बडे प्रसन्न हुए. प्रशासन ने कैदी और उनके बच्चों के लिए भोजन और अल्पोहार की व्यवस्था की थी. पिता से मिलकर कई बच्चे बेहद आनंदित नजर आए. उन्होनें वर्षो बाद पिता को देखा था. स्वाभाविक रुप से कई कैदियों के नेत्र सजल हो गए थे.
कारागार के गला भेट उपक्रम से सजा काट रहे कैदियों को परिवार के साथ मिलने का आनंद मिला. यह वातावरण अनूठा होता है. आने वाले दिनों में अपनी सजा पूर्ण कर जब वे जेल से बाहर निकलेगें तो निश्चित ही सकारात्मक होगें. नया जीवन शुरू करेंगे. इस तरह की आशा व्यक्त की जा रही है.
फोटो कीर्ती चिंतामणी
जेल अधीक्षक कीर्ति चिंतामणि ने इस समय कहा कि गत चार वर्षो से अमरावती में ऐसा उपक्रम नहीं रखा जा सका था. आज महाराष्ट्र दिवस पर इसका आयोजन कर अच्छा लगा. आगे भी ऐसे उपक्रम क्रियान्वित करने की बात उन्होने कही.