* युवा लायंस सामाजिक संगठन ने की कार्रवाई की मांग
अमरावती/दि.19- युवा लायंस सामाजिक संगठन द्वारा आज निंभा गांव निवासी विवाहिता कांचन महेंद्र टिकेकर नामक महिला की मौत के संदर्भ में आरोप लगाया गया कि, उक्त महिला की मौत रुख्मिणी नगर स्थित वात्सल्य हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. नेहा देशमुख की लापरवाही के चलते हुई है. ऐसे में इस पूरे मामले की जांच करते हुए डॉ. नेहा देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए तथा टिकेकर परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए.
इस संदर्भ में शहर पुलिस आयुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में युवा लायंस सामाजिक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष योगेश गुडधे ने बताया कि, निंभा गांव में रहने वाले महेंद्र टिकेकर अपनी पत्नी कांचन टिकेकर के साथ संतान होने के संदर्भ में ट्रिटमेंट लेने हेतु विगत 5 दिसंबर को वात्सल्य अस्पताल पहुंचे थे. जहां पर गर्भाशय की थैली का लेजर ऑपरेशन करने हेतु डॉ. नेहा देशमुख ने कांचन टिकेकर को 18 दिसंबर की सुबह 9 बजे बुलाया, जिसके चलते टिकेकर दम्पति तय समय पर अस्पताल पहुंच गये और कंचन टिकेकर को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया. लेकिन इसके बाद पूरा दिन उसे परिवार वालों से मिलने नहीं दिया गया और शाम 7 बजे कंचन टिकेकर की तबीयत बिगडने की वजह बताकर उसे डॉ. बोंडे हॉस्पिटल में रेफर करने की बात कही गई और तुरंत एक चादर में लपेटकर व बोंडे हॉस्पिटल में भिजवा दिया गया. वहां पर भी बोंडे हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने परिवार को उस वक्त कोई जानकारी नहीं दी और अगले दिन यानि आज 19 दिसंबर की सुबह 5.30 बजे परिवार वालों को बताया गया कि, कांचन टिकेकर की मौत हो गई है. यह जानकारी मिलते ही टिकेकर परिवार ने तुरंत इसकी सूचना युवा लायंस ग्रुप को दी और युवा लायंस ग्रुप ने कांचन टिकेकर के शव को पोस्टमार्टम अकोला में इन कैमरा कराये जाने की मांग उठाते हुए वात्सल्य अस्पताल की संचालक डॉ. नेहा देशमुख की लापरवाही को कंचन टिकेकर की मौत के लिए जिम्मेदार बताया. साथ ही टिकेकर परिवार को आर्थिक मुआवजा दिए जाने की मांग भी की.
पुलिस आयुक्त कार्यालय सहित जिला शवागार के समक्ष टिकेकर परिवार व युवा लायंस के सदस्यों सहित निंभा गांववासी बडी संख्या मेें उपस्थित थे. जिनके द्वारा रोष व संताप व्यक्त किये जाने के चलते वातावरण तनावपूर्ण हो गया था.