पहलगाम की घटना को लेकर शहर में दिखा रोष व संताप
अमरावती बंद रहा स्वयंस्फूर्त रुप से सफल

* सुबह से ही शहर में दिखा सन्नाटा, प्रमुख व्यापारी क्षेत्र रहे सुनसान
* पानठेले व चाय टपरियां भी नहीं खुले, रिहायशी क्षेत्रों की दुकाने भी रही बंद
* तमाम शहरवासियों ने बंद में शामिल होकर किया निषेध का इजहार
अमरावती/दि.25 – विगत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ निषेध व रोष प्रदर्शन करने हेतु आज अमरावती बंद का आवाहन किया गया था. जिसका आज पूरे शहर में अच्छा-खासा असर देखा गया तथा आज का अमरावती बंद स्वयंस्फूर्त रुप से लगभग शत-प्रतिशत सफल भी रहा. क्योंकि आज जहां शहर के सभी व्यापारिक क्षेत्रों के प्रतिष्ठान दोपहर 3 बजे तक कडाई के साथ बंद रहे. वहीं अमरावती शहर के विभिन्न इलाकों में सडकों के किनारे लगनेवाली नाश्ते की गाडियों सहित पानठेले व चाय टपरियां भी बंद रहे. जिसे देखते हुए समझा जा सकता है कि, पहलगाम की घटना को लेकर आम शहरवासियों ने अपना रोष प्रकट करने के साथ ही आतंकी हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की है.
बता दें कि, पहलगाम में हुई आतंकी वारदात का निषेध करने हेतु विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल सहित विभिन्न हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा आज अमरावती बंद का आवाहन किया गया था. जिसके तहत यह तय किया गया था कि, शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से लेकर दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे. इस आवाहन को अमरावती शहर के सभी व्यापारियों एवं आम नागरिकों की ओर से अच्छा-खासा प्रतिसाद भी मिला. जिसके चलते आज सुबह से शहर में हमेशा की तरह दिखाई देनेवाली रौनक नदारद थी. क्योंकि सुबह के वक्त अमरावती शहर में सडकों के किनारे लगनेवाली नाश्ते की गाडियां तक नहीं लगी और विभिन्न इलाकों में पानठेले व चाय टपरियां तक बंद रहे. साथ ही साथ सुबह 10-11 बजे तक खुल जानेवाले व्यापारिक क्षेत्रों के प्रतिष्ठानों पर भी ताले लगे हुए थे और सभी व्यापारिक क्षेत्र पूरी तरह से सुनसान पडे हुए थे. हालांकि कुछेक स्थानों पर मेडीकल व दूध डेअरी जैसी जीवनावश्यक व अत्यावश्यक वस्तुओं वाली दुकाने खुली हुई थी. इस बंद का आलम यह था कि, शहर के रिहायशी क्षेत्रों के गलीकुचों में स्थित किराणा दुकाने व जनरल स्टोर्स भी आधा दिन बंद रहे.
* पुराना कॉटन मार्केट में लगातार दूसरे दिन सन्नाटा
उल्लेखनीय है कि, स्थानीय पुराना कॉटन मार्केट की सब्जीमंडी में कल गुरुवार को हमेशा की तरह साप्ताहिक अवकाश था और आज फल मंडी का साप्ताहिक अवकाश रहा. परंतु आज अमरावती बंद के चलते सब्जी-मंडी भी बंद ही रही. ऐसे में फल मंडी व सब्जी मंडी के एक साथ बंद रहने के चलते पुराना कॉटन मार्केट में आज पूरी तरह से सन्नाटा पसरा था.
* इन व्यापारिक क्षेत्रों में बंद रहा पूरी तरह सफल
शहर के राजापेठ, राजकमल चौक, गांधी चौक, श्याम चौक, भाजी बाजार, खोलापुरी गेट, जयस्तंभ चौक, रेलवे स्टेशन चौक, वसंत टॉकीज परिसर, सरोज चौक, नगर वाचनालय रोड, प्रभात चौक, चित्रा चौक, जवाहर रोड, बर्तन बाजार, सराफा बाजार, इतवारा बाजार, टांगा पडाव, गाडगे नगर, राठी नगर, कठोरा नाका परिसर, चौधरी चौक जैसे सभी व्यापारिक क्षेत्रों में इस बंद का जबरदस्त एवं स्वयंस्फूर्त प्रतिसाद दिखाई दिया. जहां पर आज सुबह से लेकर दोपहर तक एक भी दुकान नहीं खुली. जहां तक की इन सभी क्षेत्रों में स्थित पानठेले व चाय टपरियां भी आधा दिन बंद रहे. इसके साथ ही राजापेठ से आगे बडनेरा रोड पर नवाथे व सातुर्णा परिसर में भी बंद का असर अच्छा-खासा दिखाई दिया.
* मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भी रहा स्वयंस्फूर्त बंद
आज के बंद की खासियत यह रही कि, भले ही इस बंद का आवाहन हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा किया गया था. परंतु शहर के मुस्लिम बहुल इलको में भी इस बंद का स्वयंस्फूर्त असर देखा गया. आज सुबह से शहर के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित चांदणी चौक, पठान चौक, वलगांव रोड तथा ट्रांसपोर्ट नगर परिसर के व्यापारिक प्रतिष्ठान भी आधा दिन बंद रहे और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के व्यापारियों ने भी पहलगाम की घटना को लेकर दुख व अफसोस जताते हुए इस आतंकी कृत्य का साफ तौर पर निषेध किया.
* रिहायशी क्षेत्रों की दुकाने भी बंद में रही शामिल
खास बात यह रही कि, शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों के साथ-साथ दस्तुर नगर, यशोदा नगर, मोती नगर, प्रशांत नगर, कंवर नगर, रामपुरी कैम्प, विलास नगर, एसटी स्टैंड रोड, रुक्मिणी नगर, चपरासीपुरा, कैम्प परिसर व वडाली जैसे रिहायशी परिसरों की दुकाने भी आज के इस बंद में शामिल दिखाई दी. जिससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि, पहलगाम की घटना को लेकर आम नागरिकों में किस हद तक रोष व संताप की लहर है. जिसके चलते प्रत्येक व्यक्ति ने इस घटना के निषेध में खुद को स्वयंस्फूर्त रुप से शामिल किया.
* बैंकों में भीडभाड रही कम, कामकाज सामान्य
आज अमरावती बंद के दौरान सभी बैंकों के शाखा कार्यालय एवं सरकारी महकमों के कार्यालय हमेशा की तरह खुले रहे. परंतु वहां पर भीडभाड काफी कम रही. साथ ही सभी बैंकों व सरकारी कार्यालयों में कामकाज हमेशा की तरह सामान्य तरीके से चलता रहा.
* राजकमल चौक पर हुआ तीव्र प्रदर्शन
विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल सहित कई हिंदुत्ववादी संगठनों ने अमरावती बंद का आवाहन करने के साथ ही राजकमल चौक पर पहलगाम की घटना का निषेध करने हेतु तीव्र प्रदर्शन करने की घोषणा भी की गई. जिसके चलते आज सुबह से ही राजकमल चौराहे पर हिंदुत्ववादी संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं सहित आम नागरिकों का जमावडा लगना शुरु हो गया था. जहां पर विहिंप व बजरंग दल के प्रांत मंत्री गोविंद शेंडे, जिलाध्यक्ष अनिल साहू, विभाग मंत्री बंटी पारवानी, सहमंत्री विजय खडसे, भाजयुमो के प्रदेश संगठन मंत्री बादल कुलकर्णी, शिवधारा आश्रम के संत डॉ. संतोषदेवजी महाराज, इस्कॉन मंदिर के सुंदरदास प्रभुजी महाराज, सुश्री रामप्रियाश्रीजी एवं महाकाली माता शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर शक्ति महाराज ने उपस्थितों को संबोधित करने के साथ ही पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकियों द्वारा किए गए कायराना हमले की कडे शब्दों में भर्त्सना की. इस समय सर्वप्रथम भारत माता व छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं का पूजन करते हुए पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए बेकसूर पर्यटकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. साथ ही उस हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ लाभ की कामना भी की गई. इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय ने भी पाकिस्तान और आतंकवाद विरोधी नारे लगाते हुए मांग उठाई कि, अब भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कडे कदम उताठे हुए आरपार की लडाई लडनी चाहिए.
इस समय डॉ. सुरेश चिकटे, राजीव देशमुख, सिद्धु सोलंकी, त्रिदेव डेंडवाल, दीपक पाठक, ज्ञानेश्वर महाराज पातसे, अनिल शर्मा, सुधीर बोपुलवार, कंवलजीत पाण्डेय, निषाध जोध, प्रदीप सोलंकी, मुन्ना मालवीय, नीलेश टवलारे, सतीश शेंद्रे, प्रकाश लुंगीकर, गुरुदयालसिंह बावरी, दुर्गेश ठाकुर, शंतनु भंडारजकर, निखिल विश्वकर्मा, यश गुप्ता, सतीश कुरील, कैलाश परदेसी, अश्विन चौधरी, अक्षय निनावे, करण सोलंकी, सूरज प्रधान, भूषण दलाल, सागर व्यास, कार्तिक नाचणकर, श्रेयस बांडाबुचे, पंकज गायकवाड, चरण घोटे, गौरव काकडे, दीपक येलगलवार, गणेश गोंड, अभिनव विरुलकर, निखिल चव्हाण, तुषार चौधरी, अजिंक्य काले, युवराज काकड, पवन भिंडा, मंगेश सोलंके, नितिन सोलंके, सागर पवार, राहुल वाघारे, अमर सरोदे, कमल चावरे, अभिजीत नाईक, अनिकेत ठाकुर, ललित ठाकुर, कृष्णा पवार, पवन श्रीवास, शुभदा पोदार, एड. नमिता तिवारी, अर्चना देवडिया, लिना शर्मा, गायत्री निलगिरे, मुक्ता वानखडे, पूजा जोशी, प्रीया इंगोले, रुपाली सपाटे, ऋषिका इंगले, वैष्णवी सोनोने व शुधुमती आसरे के साथ ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू हुंकार संगठन, शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान, हिंदू क्रांति संगठन, हिंदू जनजागृति दल, राष्ट्रीय बजरंग दल, श्रीराम सेना, हिंदू सूर्य प्रतिष्ठान, करनी सेना, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू महासभा, हिंदू क्रांति संगठन, मातृशक्ति संगठन, दुर्गा वाहिनी व सनातन संस्था के साथ ही विभिन्न हिंदुत्ववादी संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
* राजकमल चौराहे से कलेक्ट्रेट तक निकला भव्य निषेध मोर्चा
स्थानीय राजकमल चौराहे पर तीव्र प्रदर्शन करने के साथ ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा राजकमल चौराहे से जिलाधीश कार्यालय तक भव्य निषेध मोर्चा ले जाया गया. तेज गर्मी व चिलचिलाती धूप के बीच निकाले गए इस मोर्चे में बडी संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों की उपस्थिति रही. इस मोर्चे में शामिल सभी लोग अपने सिर पर भगवा टोपी धारण करने के साथ ही हाथों में पहलगाम की घटना का निषेध करनेवाली तख्तियां लिए हुए थे और मोर्चे के दौरान कई बार नारेबाजी करते हुए पहलगाम की आतंकी घटना सहित आतंकवाद को प्रोत्साहित करनेवाले पाकिस्तान का निषेध करनेवाली नारेबाजी भी की गई. इस मोर्चे के अगले हिस्से में एक ट्रैक्टर चल रहा था. जिसमें पहलगाम में हुई घटना से संबंधित छायाचित्र लगे हुए थे और पहलगाम की आतंकी घटना में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की गई थी. जिलाधीश कार्यालय पहुंचने के उपरांत विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधीश के मार्फत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कडा निषेध करने के साथ ही आतंकवाद को प्रोत्साहित करनेवाले पाकिस्तान के खिलाफ कडी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई गई.
* बिझीलैंड, सिटीलैंड व ड्रिम्सलैंड भी आधा दिन रहे बंद
शहर के सभी प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों व प्रतिष्ठानों के साथ ही नागपुर रोड स्थित बिझीलैंड, सिटीलैंड व ड्रिम्सलैंड जैसे व्यापारिक संकुल भी आज सबह से दोपहर 3 बजे तक बंद रहे और इन तीनों व्यापारिक संकुलों के व्यापारियों ने बंद में शामिल होते हुए पहलगाम की घटना का निषेध करने के साथ ही इस घटना को लेकर अपने रोष व संताप को व्यक्त किया.