अमरावतीमहाराष्ट्र

अंबादेवी की यात्रा में स्वागतद्वारों की नहीं हुई बोली प्रक्रिया

राजकमल से गांधी चौक तक लगाये गये है 13 स्वागतद्वार

* पहला स्वागतद्वार मनपा ने खुद अपने पास रखा
* अन्य 12 स्वागतद्वार बिना बोली के ही दिये गये राजनीतिक दलों को
अमरावती/दि.4– कल गुरुवार 3 अक्तूबर से शारदीय नवरात्रोत्सव का प्रारंभ हुआ. जिसके चलते राजकमल चौक से गांधी चौक के बीच लगने वाली अंबादेवी की यात्रा हेतु अस्थायी दुकानें बनाकर आवंटीत करने के साथ ही मनपा प्रशासन द्वारा यात्रा मार्ग के दौरान 13 स्थानों पर स्वागतद्वार लगाने हेतु इच्छुकों से बोली आमंत्रित की गई थी. परंतु इस हेतु तय की गई बोली के नियमों को लपेटकर एक ओर रख देने के साथ ही मनपा प्रशासन ने पहले स्वागतद्वार को खुद अपने लिए आरक्षित रख लिया है. वहीं अन्य स्वागतद्वार राजनीतिक दलों को दे दिये गये है. जिसके चलते दबे स्वरों में कहा जा रहा है कि, स्वागतद्वारों की बिना बोली की प्रक्रिया को आवंटन करने हेतु मनपा प्रशासन पर कोई अदृश्य दबाव था.
बता दें कि, स्वागतद्वार हेतु अनुमति देते की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शकता रखने हेतु मनपा प्रशासन ने यह प्रक्रिया ऑनलाइन तरीके से पूर्ण करने का निर्णय लिया था. परंतु गत रोज स्वागतद्वार हेतु अनुमति दिये जाते समय ‘नो ऑनलाइन, नो बोली’ वाला प्रकार दिखाई दिया. बता दें कि, मनपा प्रशासन द्वारा राजकमल चौक से गांधी चौक के बीच नवरात्र की यात्रा में कुल 13 स्वागतद्वार हेतु जगह निश्चित की गई है. जिसमें से पहले क्रमांक का स्वागतद्वार खुद मनपा प्रशासन का रहेगा. वहीं अन्य 12 स्वागतद्वारों हेतु मनपा प्रशासन ने इच्छुकों से बोली आमंत्रित की थी. जिसके लिए प्रति स्वागतद्वार 11 हजार 243 रुपयों की दर निश्चित करते हुए नियम तय किये गये है और स्वागतद्वारों हेतु बोली व अनुमति की प्रक्रिया ऑनलाइन चलाने की घोषणा की गई थी. परंतु इसके लिए कोई ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं चलाई गई और खुली बोली भी नहीं हुई, बल्कि इसके बिना ही अलग-अलग राजनीतिक दलों को यात्रा मार्ग पर लगाये गये 12 स्वागतद्वार आवंटीत की गई है.

* फुटकर दुकानों के प्लॉट से हुई 14.50 लाख की कमाई
राजकमल चौक से गांधी चौक के दौरान विविध फुटकर व्यवसायों हेतु 149 छोटे-छोटे प्लॉट बनाये गये है. जिनकी 81 लोगों को निलामी की गई है. इस जरिए मनपा को 14.50 लाख रुपए की कमाई हुई है. वहीं 68 दुकानों के प्लॉट को आरक्षित रखा गया है.

* स्वागतद्वारों की अनुमति व वितरण के समय किसी भी तरह का कोई विवाद न हो तथा आपसी सामंजस्य के साथ इस मामले को समाधानपूर्वक हल किया जाये. इस हेतु राजकमल चौक पर सबसे पहला स्वागतद्वार मनपा प्रशासन का रहेगा. वहीं शेष 12 स्वागतद्वारा का वितरण भी आपसी सामंजस्य के साथ किया गया है.
– प्रमोद इंगोले,
उपअभियंता, राजापेठ झोन,
अमरावती मनपा.

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