अमरावती

नईम नामी सर की कमी हमेशा महसूस होती रहेगी…

दिल धडकने का तसव्वुर ही ख्याली हो गया

इक तेरे जाने से सारा शहर खाली हो गया

अमरावती- दि.8  ये बात दो बिल्कुल सच है कि दुनिया में हमेशा रहने के लिए कोई नहीं आया जो आया है बेशक उसे एक ना एक दिन जाना है. चले जाने के बाद इंसान के किए हुए काम अखलाक और समाज को दिए हुए तजुर्बे ही याद किए जाते है. आज मेरे जैसे अनगिनत लोगों के लिए अल्हाज नईम नामी सर का इस दुनिया से चले जाना बेहद दु:ख की बात है. यकीनन उनकी कमी हमेशा महसूस होती रहेगी.
बेहद आकर्षित व्यक्तिमत्व बातों में बला का असर जो अपने सुननेवालों को हमेशा आकर्षित करता रहता, नफीस जब व लहजे वाला उर्दु तहजीब का वो रोशन चराग जिसने ये साबित कर दिखाया कि इंसान अगर चाहे तो तालीमी व अदबी मैदान में क्या कुछ तब्दीली ला सकता है. नईम कामी सर ने अमरावती महानगरपालिका में बतौर शिक्षक नौकरी की शुरूआत की और आगे चलकर शिक्षाधिकारी भी बने. उनसे जब भी मुलाकात होती अपनी सर्विस के जमाने के किस्से हमेशा वो सुनाते रहते..साथ ही उस दौर की अदबी महेफिलों के जिक्र से वो किस्से और भी दिलकश हो जाया करते थे.
अंजुमन-ए- ख्याल अमरावती द्बारा गरीब और जरूरतमंद बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से नुर नगर में जो स्कुल कायम किया गया वो नईम नामी सर के अदबी और तालीमी जज्बे की उम्दा मिसाल है. सभी को साथ लेकर गई जद्दोजहद कुर्बानी और लगन का यह असर है आज अंजुमन उर्दु स्कूल सरसबज और शादाब नजर आती है. उनके युं अचानक चले जाने से हजारों आंखे नम है लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों मेें जिदा रहेगी. अल्हाज नईम नामी जैसी शख्सियत समाज को आसानी से नहीं मिलती उनके चले जाने की कमी यकिनन हमें हर पल महसूस होगी. हम सब की ये दुआ है के अल्लाह उन्हें जन्नत में आला मुकाम अता करे(आमीन)
अनिक अहमद
सफल ग्रुप अमरावती

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