मेलघाट के जलस्त्रोतों पर रहेगी पैनी नजर
शिकारियों के गिरोह से खतरा : व्याघ्र प्राधिकरण का रेड अलर्ट

अमरावती/ दि. 19-गर्मियों के दिनों में पशुओं के लिए बनाए गये जल स्त्रोतों पर व्याघ्र प्राधिकरण की पैनी नजर रहेगी. बाघ के शिकारी जल स्त्रोतों ेमें जहर मिलाकर शिकार करते र्हैं. जिसमें व्याघ्र प्राधिकरण द्बारा व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत रेड अलर्ट कर दिया गया है. वहीं वन कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है. विदर्भ के सभी जल स्त्रोतों पर व्याघ्र प्रकल्प प्राधिकरण की नजर रहेगी.
राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण ने विशेषत: मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बाघों की सुरक्षा के संदर्भ में अलर्ट दिया है. इसी के अनुसार विदर्भ के व्याघ्र प्रकल्पों में बाघों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. कुछ दिनों से मेलघाट के जंगलों में आग लग रही है. इस संदर्भ में वरिष्ठ अधिकारी जांच कर रहे हैं. व्याघ्र प्रकल्प के गांव में आनेवाले प्रत्येक व्यक्ति पर भी नजर रखी जा रही है.
कुछ ही दिनों पूर्व चंद्रपुर जिले के राजुरा वन परिक्षेत्र में शिकारियों की टोली ने बाघ का शिकार किया था. उसके पश्चात केन्द्रीय वन्यजीव अपराध शाखा ने अलर्ट जारी कर बाघोें को शिकारियों से खतरा निर्माण हुआ है. ऐसा संदेश दिया है. म
के जारीदा वन परिक्षेत्र में बाघ के शिकारी मिलने के बाद उनका गिरोह होेने की बात सामने आयी है. जिसमें वन विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से नजर रख रही है.
लंबी छुट्टियां रद्द
प्रादेशिक विभाग द्बारा संवेदनशील जंगलों के अधिकारी व कर्मचारियों की लंबी छुट्टियां रद्द कर दी है. जिसमें व्याघ्र प्रकल्प अधिकारी और कर्मचारियों को मुख्यालय में रहना अनिवार्य है.
* वन विभाग सतर्क
व्याघ्र प्रकल्प के जल स्त्रोतों पर 24 घंटे वन कर्मचारी अपनी पैनी निगाह रखेंगे और बीट निहाय जल स्त्रोतों की जांच भी करेंगे. जिसके लिए स्वतंत्र यंत्रणा कार्यरत है. शिकारियों और तस्करों को लेकर वन विभाग सतर्क है.