अमरावती

धामणगांव मंडी में होगी कांटे की टक्कर

दो दशकों से प्रतिस्पर्धी गुट है आमने-सामने

अमरावती/दि.19 – जिले की धामणगांव रेल्वे कृषि उत्पन्न बाजार समिति में 18 संचालक पदों हेतु 2 गुट आमने-सामने है. जिनके बीच कांटे की टक्कर होने की पूरी संभावना है. वैसे विगत दो दशकों से इन्हीं दोनों गुटों में जमकर घमासान होता रहा है. लेकिन इस बार दूसरे गुट की वजह से पुराने समीकरणों के बिगडने और नये समीकरणों के बनने की पूरी उम्मीद है. यद्यपि इस समय किसी भी पैनल की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन उम्मीदवारों ने व्यक्तिगत स्तर पर अपने प्रचार का नारियल फोडकर मतदाताओं से व्यक्तिगत तौर पर मिलना-जुलना शुरु कर दिया है.
बता दें कि, करोडों रुपयों की संपत्ति रहने वाली धामणगांव कृषि उत्पन्न बाजार समिति की स्थापना हुए 100 वर्ष से अधिक समय हो चुका है और बहुत जल्द यह फसल मंडी अपनी स्थापना का शतकोत्तर रजत वर्ष मनाने जा रही है. इस बाजार समिति में पूर्व विधायक अण्णा साहब देशमुख ने सर्वाधिक 30 वर्ष तक सभापति के तौर पर कामकाज संभाला और उनके कार्यकाल में बाजार समिति ने 200 एकड कृषि भूमि सरकार से ली थी. जिसके दाम आज कई गुना अधिक बढ गए है. ऐसे में इस बाजार समिति को जिले में सबसे अधिक संपत्ति वाली समिति कहा जाता है. ऐसे में इस बाजार समिति ने अपना दबदबा कायम रखने हेतु हमेशा ही सहकार क्षेत्र से जुडे नेताओं में जमकर प्रतिस्पर्धा चलती रहती है.
आगामी चुनाव के लिए भी बाजार समिति में पैनल लगभग तय हो गए है और 21 अप्रैल को चुनाव चिन्ह का वितरण होने के बाद ही सही अर्थों में प्रचार की शुरुआत होगी. वहीं इससे पहले किस-किस प्रत्याशी द्बारा अपने नामांकन पीछे लिए जाते है. इसकी ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* जमकर गुंजा था तारण घोटाला
विगत 5 वर्ष के दौरान राज्य के सबसे बडे तारण घोटाले की वजह से धामणगांव रेल्वे फसल मंडी की हर ओर चर्चा सुनाई दी थी और इस घोटाले की वजह से सभी राजनीतिक दलों के सहकार नेताओं पर अपराध दर्ज हुए थे. जिनमें मंडी के पूर्व उपसभापति दुर्गाबक्शसिंह ठाकुर को छोडकर तत्कालीन संचालक मंडल के सभी सदस्यों पर अगले 6 वर्ष तक चुनाव लडने पर प्रतिबंध लगाया गया था. जिसके चलते इस बार के चुनाव में नये चेहरों को मौका मिला है. इस वजह से भी धामणगांव मंडी के चुनाव की ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है और चुनाव के रोमांचक होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है.

* 7 सोसायटियों पर अवसायक की लटकती तलवार
जिन सेवा सहकारी संस्था के संचालक मंडल द्बारा अपने सदस्यों को कर्ज का वितरण नहीं किया गया. ऐसी 7 सोसायटी के संचालक मंडल को बर्खास्त कर अवसायक की नियुक्ति किए जाने के चलते संबंधित संचालकों ने उच्च न्यायालय में गुहार लगाई है. साथ ही वे इस चुनाव को लड सके, इस हेतु उन्होंने किसान गुट से अपना नामांकन दाखिल किया है.

* दो पैनलों में सीधा मुकाबला
धामणगांव रेल्वे फसल मंडी में एक ओर भाजपा विधायक प्रताप अडसड व राकांपा नेता विजय भैसे का पैनल है. वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप, जवाहर सुतगिरणी के उपाध्यक्ष विजय उगले व शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख मनोज कडू का पैनल है. इन दोनों पैनलों के बीच सीधी टक्कर होने की उम्मीद है. वहीं प्रहार के जिला प्रमुख प्रवीण हिंडवे ने ग्राम पंचायत निर्वाचन क्षेत्र से अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे है. ऐसे में कल 20 अप्रैल को नामांकन वापसी का समय समाप्त होने के बाद चित्र पूरी तरह से स्पष्ट होगा.

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