कोविड मरीजों का होगा ‘डोअर टू डोअर’ सर्वेक्षण
मनपा व जिप सहित नगरपालिकाओें पर सौंपी जिम्मेदारी
अमरावती/दि.29 – इस समय यद्यपि अमरावती जिले में कोविड संक्रमण की रफ्तार कम हो रही है. लेकिन इसके बावजूद कोविड संक्रमितों की खोज हेतु प्रशासन द्वारा ‘डोअर टू डोअर’ सर्वेक्षण किया जायेगा, ताकि कोविड संक्रमण के लक्षण रहनेवाले लोगोें का जल्द से जल्द इलाज शुरू किया जा सके. इस सर्वेक्षण की जिम्मेदारी महानगरपालिका, जिला परिषद, नगर परिषद व नगर पंचायतों की ओर सौंपी गयी है. ऐसी जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा गत रोज मीडिया के साथ बातचीत में दी गई.
जिलाधीश नवाल के मुताबिक इस समय कोविड महामारी का खतरा बदस्तूर बना हुआ है. जिससे निपटने के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमे द्वारा तमाम आवश्यक उपाय किये जा रहे है. साथ ही सभी आम नागरिकों को भी कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. जिलाधीश के मुताबिक आगामी 1 जून के बाद सरकारी आदेश के अनुसार जिले में संचारबंदी को लेकर निर्णय लिया जायेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि, म्युकर मायकोसिस से पीडित मरीजों की आर्थिक लूट न हो, इस हेतु सरकार द्वारा सिटी स्कैन के लिए 3 हजार रूपये व एमआरआय के लिए 7 हजार रूपये की दरें तय की गई है. यदि कहीं पर भी इससे अधिक शुल्क लिया जाता है, तो सीधे जिलाधीश कार्यालय से शिकायत की जाये. इस जानकारी के अलावा उन्होंने बताया कि, इस समय तक जिले में 23 प्रतिशत कोविड संक्रमित मरीजों का सर्वेक्षण किया जा चुका है और नये सर्वेक्षण में एक बार फिर कोविड संक्रमित मरीजों को खोजा जायेगा. इस ‘डोअर टू डोअर’ सर्वेक्षण के दौरान आशावर्कर्स, अंगणवाडी सेविका व स्वास्थ्य कर्मचारियों के जरिये अभियान चलाया जायेगा.
खाधिकारी की रिपोर्ट मिलने का इंतजार
निजी कोविड अस्पतालों में भरती रहनेवाले मरीजों से इलाज के नाम पर अनाप-शनाप रकम वसूले जाने की शिकायतें मिलने के चलते अब तीन-तीन निजी कोविड अस्पतालोें पर एक-एक ऑडिटर की नियुक्ती की गई है. बता दें कि, जिले में 40 से अधिक निजी कोविड अस्पतालों को अनुमति दी गई है. अब इन सभी अस्पतालों के बिलों को ऑडिटर द्वारा जांचा जायेगा और यदि किसी भी अस्पताल द्वारा निर्धारित दरों से अधिक शुल्क वसूले जाने की रिपोर्ट ऑडिटर की ओर से मिलती है, तो संबंधित अस्पताल के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जायेगी. ऐसी जानकारी भी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई.