मोर्शी में मैत्रीपूर्ण टक्कर होगी अजीत दादा ने भूयार को प्रत्याशी घोषित किया
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. बोंडे ने की पुष्टि
* यावलकर को बीजेपी ने दिया एबी फार्म
अमरावती/दि.28- अभूतपूर्व हो चले इस बार के विधानसभा चुनाव में सभी आकलन, अनुमान दरकिनार हो रहे हैं. इस तरह के आश्चर्य चकित करनेवाले ट्वीस्ट पर ट्वीस्ट आ रहे हैं. ताजा समाचार जिले के संतरा बेल्ट मोर्शी-वरूड से आया है. जहां मौजूदा विधायक देवेन्द्र भुयार को अजीत दादा की राष्ट्रवादी कांग्रेस ने आज अपनी तीसरी सूची में प्रत्याशी घोषित किया. वहां भाजपा ने पहले ही चंदू उर्फ उमेश यावलकर को मैदान में उतारा हैं. इस बारे में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे से अमरावती मंडल ने बात की तो उन्होंने साफ कहा कि यावलकर को बीजेपी ने एबी फार्म दिया है. अब राकांपा अजीत पवार ने भी भुयार को उम्मीदवार घोषित किया है तो स्पष्ट है कि मोर्शी- वरूड में मैत्रीपूर्ण लडत होगी. याद दिला दे कि डॉ. अनिल बोंडे मोर्शी से दो बार विधानसभा पहुंचे थे. वे मोर्शी और वरूड क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी रखते हैं.
विदर्भ में मोर्शी निर्वाचन क्षेत्र ऐसा पहला क्षेत्र होने जा रहा है. जहां महायुति के घटक दल आपस में दोस्ताना टक्कर इस चुनाव में करने जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि भाजपा द्बारा यावलकर की उम्मीदवारी की घोषणा भी रोचक परिस्थिति में हुई. यावलकर बीजेपी के कुछ पदाधिकारियों की राह पर चलते हुए राकांपा शरद पवार का दामन लगभग थाम चुके थे. ऐसे में बीजेपी ने आनन-फानन में तेजी से चक्कर चलाए. यावलकर को विधिवत रूप से प्रतिस्पर्धी आघाडी में जाने से रोका. उन्हें कमल निशानी देकर विधानसभा के रण में उतारा. इस बात को तीन दिन बीत गये. यावलकर और भाजपा यहां तैयारी में लगे. जन संपर्क तेज कर दिया. प्रचार शुरू कर दिया.
उधर देवेन्द्र भुयार ने महायुति में सीट बीजेपी के खाते में जाने पर भी हार नहीं मानी. वे मुंबई में अजीत दादा से अनुरोध करते हुए डटे रहे. युवा विधायक भुयार ने आखिरकार राकांपा के बडे पदाधिकारियों को मोर्शी में उम्मीदवारी के लिए राजी कर लिया. आज अजीत दादा ने स्वयं तीसरी सूची जारी करते हुए मोर्शी से देवेन्द्र भुयार की दावेदारी कायम रखी. एक प्रकार से युवा राजनेता भुयार की यह चुनाव से पहले ही बडी रणनीतिक विजय कही जा सकती है. वर्तमान परिस्थितियों में यावलकर एवं भुयार के बीच दोस्ताना भिडंत के आसार बने हैं. जिससे मोर्शी पर समस्त विदर्भ की निगाहें रहेगी.
* क्या दिक्कत हैं, होगी मैत्रीपूर्ण टक्कर
इस बारे में जिलाध्यक्ष और भाजपा सांसद डॉ. अनिल बोंडे से अमरावती मंडल ने बात की तो उन्होंने विशेष रूप से बताया कि मोर्शी में महायुति के दोनों घटक दल के प्रत्याशियों में मैत्रीपूर्ण लढत होगी. जो विजेता होगा, वह महायुति की सरकार में ही रहेगा. डॉ. बोंडे स्वयं दो बार मोर्शी से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि भाजपा यावलकर को पहले ही एबी फार्म दे चुकी है. उससे अब पीछे नहीं हटा जा सकता.