अमरावती

गोदामों के अभाव में चना खरीदी को लेकर होगी दिक्कत

केवल 30 फीसद जगह है शेष, चने की आवक बढने की उम्मीद

अमरावती/दि.2 – खुले बाजार में चने को अपेक्षित दाम नहीं मिलने के चलते सरकारी खरीदी पर निर्भर रहने वाले किसानों की चना खरीदी पर ब्रेक लगने की आशंकाएं इस वर्ष 30 फीसद से अधिक बुआई क्षेत्र बढने की वजह से बंफर खरीदी की उम्मीद रहने की संभावना बनी हुई थी. परंतु चने का संग्रह करने के लिए गोदामों में पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं रहने की स्थिति सामने आयी है. गोदामों में अब भी पिछले साल की ही कृषि उपज रखी हुई है. जिसके चलते वखार महामंडल के गोदामों में इस समय केवल 30 फीसद जगह शेष है. ऐसे में चने की सरकारी खरेदी को जल्द लपेट लिए जाने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि, इस वर्ष चने की सरकारी खरीदी हेतु पंजीयन प्रक्रिया विलंब से शुरु हुई और कुछ खरीदी केंद्रों पर किसान आक्रोषित व संतप्त भी हुए. जिसकी वजह से अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर में पुलिस को किसानों पर बल प्रयोग भी करना पडा. साथ ही धामणगांव रेल्वे व चांदूर रेल्वे सहित कई केंद्रों पर किसानों ने एक दिन पहले से कतारे लगाई. अपना चना गारंटी मूल्य पर खरीदा जाए, इस हेतु सभी चना उत्पादक किसान पंजीयन कराने का प्रयास कर रहे है. जिसमें 15 दिन का समय बीत चुका है. साथ ही यह भी समझ में आ रहा है कि, चने की सरकारी खरेदी को ज्यादा समय तक शुरु रखने की तैयारी व मानसिकता सरकार व नाफेड की नहीं है.
अमरावती विभाग के पांचों जिलों में इस बार चने की बुआई क्षेत्रों में 30 फीसद की वृद्धि हुई है. खरीफ सीजन के दौरान फसल हाथ में नहीं आने के चलते अधिकांश किसानों ने हरभरे की बुआई की. जिसकी वजह से चने की बुआई क्षेत्र में वृद्धि हुई और इस बार चने का उत्पादन भी बेहतरीन हुआ. लेकिन जगह उपलब्ध नहीं रहने के चलते सरकार को सीमित खरीदी करना है. परंतु विभाग में बढे हुए बुआई क्षेत्र, संभावित उत्पादन व खुले बाजार कम रहने वाले दामों को देखते हुए इस बार चने की बंपर खरीदी करने की नौबत आ सकती है.

* औसत कम दिखाया गया
आरोप लगाया जा रहे है कि, कृषि विभाग द्बारा उत्पादन के औसत को कम दिखाया गया है. संभाग के बुलढाणा जिले की उत्पादकता प्रति हेक्टेअर 12 क्विंटल 94 किलो, अमरावती व अकोला जिले की उत्पादकता प्रति हेक्टेअर 15 क्विंटल, वाशिम जिले की उत्पादकता प्रति हेक्टेअर 12.65 क्विंटल तथा यवतमाल जिले की उत्पादकता प्रति हेक्टेअर 13.50 क्विंटल दिखाई गई है, जो प्रत्यक्ष उत्पादन की तुलना में बेहद कम है.

* गोदाम में केवल 30 फीसद जगह
अमरावती विभाग में वखार महामंडल के 144 गोदाम है. वहीं 95 गोदाम किराए पर लिए गए है. इन सभी 239 गोदामों की कुल संग्रहण क्षमता 3 लाख 93 हजार 279 मैट्रीक टन है. जहां पर इस समय 1 लाख 17 हजार मैट्रीक टन कृषि उपज रखने की जगह ही उपलब्ध है. ऐसे में साफ है कि, अगर आने वाले समय में चने की सरकारी खरीदी के बाद गोदामों में खरीदे गए चने को रखने के लिए जगह उपलब्ध नहीं होगी.

 

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