कसबेगव्हाण के पुनर्वसित 500 ग्रामवासियों के जीवन में होगा उजियारा
94 पुनर्वसित परिवारों का 17 साल का वनवास हुआ खत्म
* एक करोड निधि से होंगे विकास कार्य
* विधायक बच्चू कडू और सरपंच शशिकांत मंगले बने देवदूत
अंजनगांव सुर्जी/दि.14-कसबेगव्हाण के भुलेश्वरी नदी को 2007 में आई बाढ से 115 मकानों को नुकसान हुआ था. प्रशासन ने 2013 में 94 परिवारों का गांव के पास ढाई एकड खेतजमीन पर पुनर्वास किया था. पुनर्वसन करते समय ग्रामवासियों को बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने प्रशासन भूल गया. आज 10 वर्षों के बाद भी पुनर्वसित 500 ग्रामवासियों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहना पड रहा था. तथा अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा था. विधायक बच्चू कडू व सरपंच शशिकांत मंगले के प्रयास से इन ग्रामवासियों के जीवन में उजियारा फैलेगा. यहां पर एक करोड रुपए निधि से बुनियादी विकास कार्य होंगे. सरपंच शशिकांत मंगले के हाथों हाल ही में इन विकास कार्यों का भूमिपूजन हुआ.
पुनर्वसित परिवारों को बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कसबेगव्हाण के सरपंच शशिकांत मंगले विगत कई वर्षों से जिलाधिकारी, विभागीय आयुक्त स्तर पर प्रयास कर रहे थे. 2021 में विधायक बच्चू कडू राज्यमंत्री बनने के बाद सही मायने में कार्यों को गति मिली. लेकिन प्रशासन की लेटलतीफी का फटका लगा. आखिरकार तीन साल के बाद विधायक बच्चू कडू के ही प्रयास से एक करोड की निधि पुनर्वसित नागरिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्राप्त हुई है. इस निधि अंतर्गत सडकों का गिट्टीकरण, नालियां, व रपटे निर्माण, तथा अन्य मरम्मत के कार्य होंगे. कई वर्षों के बाद समस्या हल होने पर ग्रामवासियों ने राहत की सांस ली है. तथा विधायक बच्चू कडू का आभार व्यक्त किया. भूमिपूजन कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष किसान जिनिंग के उपाध्यक्ष व जिला सहकारी बोर्ड के संचालक अमोल घुरडे, उपसरपंच प्रशांत दामले, सुधाकर शिंगणे, वैभव झटाले, शागिराबी, विजया ठाकरे, शारदा दामले, वृषाली चित्रकार, रेखा हंबर्डे, राधिका हिवराले व विजय कथलकर (ग्राम विकास अधिकारी) तथा गांव के मान्यवर मनोहर टेकाडे, गजानन शिंगणे, रविंद्र चित्रकार, करीम भाई, सादिक भाई, शब्बीर शाह, व रियाज भाई उपस्थित थे.