ड्रायविंग के दौरान बेहोशी आने पर भी नहीं होगी दुर्घटना
दो विद्यार्थियों ने तैयार की ड्राइवर सेप्टी डिवाईस
विज्ञान प्रदर्शन में 100 से अधिक बाल वैज्ञानिकों ने लिया भाग
चांदूर रेलवे-दि.27 वाहन चलाते समय चालक को अचानक बेहोशी आ जाती है तो, ऐसे में भी सडक दुर्घटना नहीं होगी ऐसी मन्नालाल गुप्त विद्यालय के श्रेयश खोब्रागडे व कार्तिक अडसड इन विद्यार्थियों ने ड्राइवर सेप्टी डिवाईस तेैयार की है. यहां आयोजित विज्ञान प्रदर्शन में उन्होेंने अपने मॉडल रखा. इस प्रदर्शनी में तहसील के करीब 42 स्कूलों के 100 से अधिक बाल वैज्ञानिकों ने भाग लेकर अलग-अलग विज्ञान प्रयोग प्रस्तुत कर तहसील के विज्ञान प्रदर्शन में अपने मॉडल रखे.
शिक्षा विभाग चांदूर रेलवे, तहसील मुख्याध्यापक संघ, विज्ञान अध्यापक मंडल, बापूसाहेब देशमुख विद्यालय व्दारा संयुक्त रुप से 2 दिवसीय तहसील स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी व नाट्योत्सव का आयोजन किया गया था. इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रा.डॉ. जी. बी. संतापे की अध्यक्षता में बुथ शिक्षाधिकारी एम.के. राजनेकर के हस्ते किया गया. इस समय मुख्याध्यापक एम.एम. जामनिक, एस. टी. मोरे प्रमुख रुप स े उपस्थित थे. विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने विज्ञान शिक्षकों के मार्गदर्शन में अपना कला कौशल्य प्रदर्शित करते हुए मॉडल प्रस्तुत किये. इसमें प्राथमिक समूह के 38 प्रतिकृति में मन्नालाल गुप्ता विद्यालय के श्रेशय खोब्रागडे व कार्तीक अडसड इन विद्यार्थियों ने बनाए ड्राइवर सेप्टी डिवाईस को प्रथम क्रमांक मिला है.
ऐसा है प्रयोग
विद्यार्थी श्रेयश खोब्रागडे व कार्तिक अडसड ने डाइवर सेप्टी डिवाईस तैयार किया. कार के स्टेअरिंग को लेकर उसपर टच सेंसर लगाया. चालक की गलती से आँख लग जाती है तो, चालक सीट के आगे, पीछे होता है. चालक की हलचल कम ज्यादा हुई तो, तत्काल कार अलाराम बजने के कारण चालक की नींद खुल जाती है. स्टेअरिंग के स्पर्श की समयावधि 4 सेकंड है. आगे यह समयावधि कम कर तत्काल गाडी का ब्रेक लगाया जाए इसका प्रयास किया जा रहा है, ऐसा संशोधक श्रेयश व कार्तिक ने बताया.