घरकुल का काम पूरा नहीं करने पर होगी वसूली
रकम उठाने के बाद भी निर्माण की ओर अनदेखी
अमरावती/दि.16– हर व्यक्ति के पास पक्का घर हो इस हेतु सरकार द्वारा विविध योजनाएं चलाते हुए पात्र लाभार्थियों को घरकुलों का लाभ दिया जाता है. परंतु कई लोग अनुदान मिलने के बाद भी घरकुलों का निर्माण नहीं करते. ऐसे में अब इस तरह के लाभार्थियों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है. इसके तहत निधि प्राप्त करने के बावजूद भी घरकुलों के निर्माण की ओर अनदेखी करनेवाले लोगों से रकम की वसूली की जाएगी.
बता दे कि, सरकार द्वारा घरकुल योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना, रमाई आवास योजना, शबरी आवास योजना व मोदी आवास योजना जैसी विविध तरह की घरकुल योजनाएं चलाई जाती है. इन योजनाओं के तहत डेढ से ढाई लाख रुपयों तक अनुदान दिया जाता है. परंतु कई लाभार्थियों द्वारा अनुदान की पहली किश्त प्राप्त करने के बावजूद भी घरकुल के निर्माण की शुरुआत भी नहीं करते. वहीं कुछ लाभार्थियों द्वारा पहली व दूसरी किश्त देने के बाद घरकुल का आधा-अधूरा निर्माण किया जाता है और घरकुल हेतु मिली निधि को अन्य कामो में खर्च कर दिया जाता है.
* कितने घरकुलों को मंजूरी?
– पीएम आवास योजना – 93,107
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अमरावती जिले में अब तक 93,107 घरकुल मंजूर किए गए. जिसमें से 79,507 घरकुलों के काम पूर्ण हुए है. वहीं 10,073 घरकुलों का निर्माण होना बाकी है.
– रमाई आवास योजना – 22 हजार
रमाई आवास योजना अंतर्गत जिले में 22 हजार पात्र लाभार्थियों हेतु घरकुल मंजूर हुए थे. जिसमें से 13 हजार 443 घरकुलों का निर्माण पूरा हुआ है. वहीं शेष घरकुलों के काम फिलहाल जारी है.
– शबरी आवास योजना – 16,353
सरकार की ओर से चलाई जानेवाली शबरी आवास योजना के तहत अमरावती जिले में 16,353 घरकुल मंजूर किए गए. जिसमें से 5,609 घरकुलों के काम पूरे हुए है. वहीं 9,267 घरकुलों का काम होना बाकी है.
* 25,451 घरकुल अधूरे
पीएम आवास योजना, रमाई आवास योजना व शबरी आवास योजना अंतर्गत अमरावती जिले में कुल 1 लाख 31 हजार 727 घरकुल मंजूर किए गए थे. जिसमें से अब तक 98 हजार 559 घरकुलों के काम पूर्ण हुए है. वहीं 25,451 घरकुलों का निर्माण होना बाकी है.
* पहली और दूसरी किश्त वितरित
सभी घरकुल योजनाओं में घरकुलों हेतु चरणबद्ध तरीके से निधि उपलब्ध कराई जाती है. जिसके तहत घरकुल का निर्माणकार्य शुरु करने पर पहली किश्त मिलती है. वहीं कॉलम डालकर आधी उंचाई तक दीवार खडी होने पर दूसरी किश्त व तिसरी किश्त दी जाती है और निर्माणकार्य पूरा हो जाने पर अंतिम किश्त प्रदान की जाती है. जानकारी के मुताबिक जिले में पहली व दूसरी किश्त का सभी लाभार्थियों को वितरण हो चुका है. इसके बावजूद भी कई लाभार्थियों ने उक्त रकम को निर्माणकार्य पर खर्च करने की बजाए किसी अन्य काम पर खर्च किया है.
* एक वर्ष के भीतर निर्माण पूरा करने की मुदत
घरकुल मंजूर होने के बाद उसे एक वर्ष के भीतर पूरा होना चाहिए, ऐसा सरकारी नियम है. परंतु अक्सर ही कई लाभार्थी इस कालावधि के दौरान अपने घरकुलो के निर्माण की शुरुआत भी नहीं करते.
* जिन लाभार्थियों के घरकुल मंजूर हो चुके है उन्हें अनुदान की किश्त दी जा चुकी है. परंतु कई लाभार्थियों ने अपने घरकुलो का काम भी शुरु नहीं किया है. ऐसे लाभार्थियों को काम शुरु करने के संदर्भ में आवश्यक निर्देश दिए गए.
– प्रीति देशमुख, प्रकल्प संचालक, डीआरडीए.