अमरावती

‘वे’ 19 दुकानें फिर मंडी के कब्जे में

मंडी प्रशासक राजेश लव्हेकर ने की कार्रवाई

अमरावती/दि.2– स्थानीय कृषि उपज बाजार समिती अंतर्गत पुराना कॉटन मार्केट परिसर की 32 में से 19 दुकानों के वितरण को लेकर हुए घोटाले में मंडी प्रशासक व जिला उपनिबंधक राजेश लव्हेकर ने उन सभी 19 दुकानों को दुबारा अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती के कब्जे में लिया है. साथ ही जिन व्यापारियोें के नाम पर ये दुकानें आवंटित हुई थी, उनका करारनामा रद्द करते हुए उन्हें उनकी रकम वापिस कर दी है. उल्लेखनीय है कि, इस दुकान वितरण घोटाले को मंडी के पूर्व संचालक विनोद गुहे द्वारा उजागर किया गया था. जिनकी शिकायत पर तुरंत हरकत में आते हुए प्रशासक लव्हेकर ने कार्रवाई की. ऐसे में अब सभी दुकानें एक बार फिर फसल मंडी के कब्जे में है.
उल्लेखनीय है कि, पुराना कॉटन मार्केट परिसर स्थित एक-एक दुकान का मूल्य लाखोें रूपयों का है, लेकिन फसल मंडी के संचालकों ने अपना कार्यकाल खत्म होने और मंडी में प्रशासक की नियुक्ति होने से पहले पुराना कॉटन मार्केट परिसर में स्थित 32 में से 19 दुकानों को अधिकारियों के साथ मिलीभगत करते हुए कौडियों के दाम पर अपने समर्थक व्यापारियोें के नाम कर दिया. जिसके लिए किसी भी तरह का प्रकटन या विज्ञापन जारी नहीं किया गया था और कोई सरकारी अनुमति भी नहीं ली गई थी. जिससे फसल मंडी का काफी नुकसान हुआ था. इस घोटाले की ओर मंडी के पूर्व संचालक विनोद गुहे ने मंडी प्रशासन का ध्यान दिलाया. जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला उपनिबंधक व मंडी प्रशासक राजेश लव्हेकर ने तुरंत कार्रवाई की और उन 19 दुकानों को संबंधित व्यापारियों से वापिस लेते हुए मंडी के कब्जे में लिया.

* मंडी मेें फिर पकडी गई सेस की चोरी
– 1.19 लाख रूपयों का दंड वसूल
स्थानीय कृषि उपज मंडी में विगत एक माह के दौरान दूसरी बार सेस चोरी का मामला उजागर हुआ है, जब शनिवार को तुअर की गेट पास पर 400 बोरे सोयाबीन को ट्रक में लादकर मंडी से बाहर ले जाने का प्रयास किया जा रहा था. किंतु मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा रक्षक की सतर्कता के चलते यह प्रयास विफल रहा. पश्चात इस मामले में संबंधित व्यापारी को 1.19 लाख रूपयों का दंड लगाया गया.
बता दें कि, इस समय बाजार समिती में तुअर के दाम 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल है. वहीं सोयाबीन के दाम 7 हजार 200 रूपये प्रति क्विंटल है. ऐसे में सेस बचाने हेतु बालाजी ट्रेडर्स नामक फर्म द्वारा सोयाबीन को बाहर भेजने के लिए मंडी प्रशासन से तुअर के नाम पर गेटपास बनवाई गई और ट्रक में सोयाबीन के 50-50 किलोवाले 400 कट्टे लादकर यहां से बाहर भेजने हेतु रवाना किये गये. किंतु मुख्य प्रवेशद्वार पर तैनात विनोद देशमुख नामक सुरक्षा रक्षक के ध्यान में पूरा मामला आ गया और उसने इसकी जानकारी मंडी प्रशासक राजेश लव्हेकर व मंडी सचिव दिपक विजयकर को जानकारी दी. पश्चात प्रशासक राजेश लव्हेकर ने पूरे मामले की जांच करते हुए संबंधित व्यापारी पर 1 लाख 19 हजार रूपये का दंड लगाया. साथ ही मंडी प्रशासक राजेश लव्हेकर द्वारा संबंधित व्यापारी फर्म के विगत एक वर्ष के आर्थिक लेन–देन की जांच करने का भी आदेश जारी किया गया है.

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