जिले में इसी महिने एटीएम फोडने की तीसरी सनसनीखेज वारदात
अब अमरावती में आईडीबीआई बैंक का एटीएम फूटा
* अंबादेवी रोड पर तडके 5 बजे की घटना
* पहली मंजिल पर स्थित एटीएम में भरे हुए थे 14.50 लाख रुपए
अमरावती /दि.17– स्थानीय राजकमल चौक से गांधी चौक की ओर जाने वाली सडक पर स्थित इमारत की पहली मंजिल पर मौजूद आईडीबीआई बैंक के एटीएम में अज्ञात चोरों द्वारा आज तडके सेंध लगाने का प्रयास किया गया. इस समय इस एटीएम में करीब साऐ 14 लाख रुपयों की नगद रकम रखी हुई थी. जिसमें से चोरों द्वारा निश्चित तौर पर कितनी रकम चुराई गई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं शहर के बीचोबीच स्थित एटीएम में सेंधमारी का प्रयास होने की इस घटना के चलते शहर में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.
बता दें कि, विगत कुछ अरसे के दौरान अमरावती शहर सहित जिले में शातिर चोरों की गिरोह द्वारा बैंक के एटीएम फोडने की वारदातों को धडल्ले के साथ अंजाम दिया जा रहा है. साथ ही एक-एक एटीएम को फोडकर एक ही झटके में लाखों रुपयों की नगद रकम पर हाथ साफ किया जा रहा है. इसी श्रृंखला में आज सुबह अमरावती शहर में राजकमल चौक से गांधी चौक के बीच स्थित आईडीबीआई बैंक के एटीएम में अज्ञात चोरों ने सेंध लगाई. ज्ञात रहे कि, आईडीबीआई बैंक का शाखा कार्यालय और एटीएम सेंटर अंबादेवी रोड स्थित इमारत के पहली मंजिल पर है. जहां पर आज तडके 5 से 6 बजे के बीच अंधेरे व सन्नाटे का फायदा उठाते हुए अज्ञात चोरों ने एटीएम में सेंध लगाने का प्रयास किया. हालांकि अब यह पता नहीं चल पाया है कि, इस प्रयास में अज्ञात चोर कितने सफल हो पाये और उनके द्वारा इस एटीएम से कितने रुपए की नगद रकम चुराई गई. पता चला है कि, इस समय इस एटीएम में करीब साढे 14 लाख रुपए की रकम मौजूद थी.
* दर्यापुर की बंधन बैंक में सेंधमारी, 30 हजार की नगद रकम चुराई
– चोरी की वारदात हुई सीसीटीवी कैमरे में कैद, जांच जारी
वहीं दूसरी ओर यह खबर भी सामने आयी है कि, आज तडके ही दर्यापुर शहर स्थित बंधन बैंक नामक एक निजी बैंक के शाखा कार्यालय में भी अज्ञात चोरों ने सेंध लगाई और उस बैंक के कार्यालय से करीब 28 हजार रुपए चुरा लिये. दर्यापुर में हुई चोरी की यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक दर्यापुर शहर में महावितरण कार्यालय के सामने देशमुख कॉम्प्लेक्स में बंधन बैंक नामक निजी बैंक का कार्यालय है. जिसमें बीती रात 12 बजे के आसपास 2 अज्ञात लोगों ने शटर का ताला तोडकर भीतर प्रवेश किया. इस समय दोनों अज्ञात नकाबपोश चोरों ने सबसे पहले बैंक के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों का रुख पलटने का काम किया. लेकिन एक सीसीटीवी कैमरे की ओर उनका ध्यान ही नहीं गया. जिसके चलते यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे के फूटेज में कैद हो गई. जिसके आधार पर पुलिस अब इस मामले की सघनता के साथ जांच कर रही है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों दर्यापुर शहर में चोरी व सेंधमारी की वारदाते जमकर घटित हो रही है. जिसके चलते आम नागरिकों में ऐसी घटनाओं को लेकर डर व चिंता का माहौल है. साथ ही पुलिस तक चोरों को पकडने का काफी अधिक दबाव बना हुआ है. वहीं बीती रात शहर के मध्यस्थल में स्थित बैंक में चोरी की वारदात घटित होने को पुलिस के लिए किसी चुनौती की तरह माना जा रहा है.
* अभी हाल फिलहाल ही वरुड व तिवसा में भी फूटे थे 2 एटीएम
खास बात यह है कि, अभी हाल फिलहाल ही तिवसा व वरुड में एसबीआई के 2 एटीएम फोडकर करीब 40 लाख रुपए की नगद रकम उडा दी गई थी और उन दोनों मामलों को अंजाम देने वाले चोरों का अब तक पता नहीं चल पाया है. याद दिला दे कि, इससे पहले भी वरुड तहसील सहित बडनेरा शहर में एटीएम फोडने का प्रयास किया गया था और एटीएम से नगद रकम भी चुराई गई थी. उक्त दोनों मामलों में पुलिस ने एटीएम मशीन में सेंध लगाने वाली टोली को गिरफ्तार किया था. लेकिन इसके बावजूद भी एटीएम फोडने की वारदातों में कोई कमी नहीं आयी है. ऐसे में यह सवाल अपनी जगह पर बना हुआ है कि, आखिर एटीएम फोडने की एक के बाद एक वारदातें क्यों व कैसे घटित हो रही है. साथ ही इन वारदातों को रोकने हेतु कोई कारगर कदम क्यों नहीं उठाये जा रहे.
* कहीं निजी हाथों में एटीएम सौंपना तो नहीं पड रहा भारी?
बता चला है कि, इससे पहले सभी बैंक प्रबंधनों द्वारा अपने-अपने एटीएम का खुद संचालन किया जाता था. जिसके चलते एटीएम में पूरा समय एसी भी चलता रहता था और सुरक्षा गार्ड भी रहा करते थे. लेकिन पिछले कुछ अरसे से बैंकों द्वारा एटीएम के संचालन का जिम्मा निजी एजेंसियों को सौंप दिया गया है. वहीं विगत कुछ अरसे के दौरान फोन पे व गुगल पे के जरिए ऑनलाइन लेन-देन बढ जाने की वजह से एटीएम का प्रयोग भी काफी हद तक घट गया है. ऐसे में पहले ही कॉस्ट कटींग के तत्व पर काम करने वाली निजी एजेंसियों को घाटे का सामना करना पड रहा है. यहीं वजह है कि, अब एटीएम में न तो एसी चलता है और न ही सुरक्षा रक्षक भी होते है. वहीं एटीएम का प्रवेश द्वार भी पूरा समय खुला पडा रहता है. जिसे खोलने के लिए पहले की तरह एटीएम कार्ड स्वैपिंग नहीं करनी पडती यहीं वजह है कि, अब तमाम एटीएम रात के समय अपराधिक तत्वों के लिए आसान और फायदेमंद निशाना साबित हो रहे है.
* हर एटीएम में रहते है कम से कम 10 लाख रुपए
सूत्रों के मुताबिक प्रत्येक एटीएम के भीतर 18 से 20 लाख रुपए की नगद रकम रखने की क्षमता होती है और हर एटीएम में हर समय कम से कम 10 लाख रुपए की नगद रकम होती ही है. यहीं वजह है कि, एक झटके में लाखों रुपयों के वारे-न्यारे करने के लिए एटीएम मशीन हमेशा ही चोरों के निशाने पर रहती है. हालांकि एटीएम मशीन को फोड लेना इतना आसान काम भी नहीं होता. क्योंकि एटीएम सेंटर के भीतर व बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होते है. साथ ही एटीएम मशीन के साथ ही सायरन की व्यवस्था भी जुडी होती है. लेकिन एटीएम फोडने वाले चोर इतने शातिर होते है कि, वे पकड में आने से बचने के लिए वे एटीएम सेंटर के पास पहुंचते समय अपने मुंह पर कपडा बांधे रहते है. साथ ही सीसीटीवी कैमरों के लेंस पर या तो रंगीन स्प्रे मार देते है, या फिर कैमरों का मूंह दूसरी ओर मोड देते है, ताकि उनकी हरकते सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में कैद न हो पाये. साथ ही चोरों द्वारा पहले से रेकी करते हुए एटीएम के सायरन वाले तार को भी काट दिया जाता है. ऐसे में इन चोरों को पकडना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता. हालांकि एटीएम सेंटरों के आसपास वाले परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की सहायता लेकर पुलिस द्वारा चोरों के आने व जाने वाले रास्तों पर नजर रखते हुए उनका पीछा किया जाता है और फिर उन्हें पकडा भी जाता है. लेकिन फिलहाल सबसे जरुरी कदम यही कहा जा सकता है कि, सभी एटीएम सेंटरों पर सुरक्षा रक्षकों की अनिवार्य तौर पर तैनाती हो. साथ ही एटीएम के भीतर सुरक्षा संबंधित तमाम उपाय किये जाये, ताकि ऐसी घटनाओं को घटित होने से रोका जा सके.
* पुलिस करेगी बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक
इसी बीच एक विश्वसनीय सूत्र द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शहर एवं ग्रामीण पुलिस द्वारा आये दिन एटीएम में हो रही चोरी व सेंधमारी की घटनाओं को बेहद गंभीरता के साथ देखा जा रहा है तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को टालने हेतु लीड बैंक मैंनेजर सहित सभी बैंक प्रबंधकोें के साथ एक बैठक बुलाये जाने पर विचार किया जा रहा है. जिसमें सभी बैंकों के एटीएम की सुरक्षा को लेकर ऐहतियाती उपाय करने के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा.