* कल से सभी तरफ आएंगे नल
अमरावती/दि.7- बोरगांव फाटा के पास रविवार को दोपहर 12 बजे पाइप लाइन फूटने से शहर की जलापूर्ति बंद हो गई थी. महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण व्दारा इस फूटी पाइप लाइन को दुरुस्त करने के लिए 8 दिसंबर तक जलापूर्ति बंद रहने की जानकारी दी गई थी, लेकिन मजीप्रा के दल ने लगातार 51 घंटे पाइप लाइन की मरम्मत का काम कर आज सुबह से निचले इलाकों में जलापूर्ति की. कल से सभी तरफ नियमित जलापूर्ति किए जाने की जानकारी मजीप्रा व्दारा दी गई हैं.
बता दें की रविवार को दोपहर 12 के दौरान बोरगांव के पास जलापूर्ति की मुख्य पाइपलाइन फूटने से 4 दिसंबर से शहर में जलापूर्ति बंद हो गई थी. मजीप्रा व्दारा मुख्य पाइपलाइन को दुरुस्त करने चार दिन का समय लगने और 8 दिसंबर तक मनपा क्षेत्र में जलापूर्ति न होने की जानकारी दी गई थी. लेकिन मजीप्रा के 25 सदस्यों वाले दल ने रात-दिन परिश्रम कर मंगलवार को दोपहर 3 बजे तक इस पाइपलाइन को दुुरुस्त कर लिया. पश्चात शाम 5 बजे से अप्पर वर्धा बांध से एक पंप शुरु कर ट्रायल ली गई और धीरे-धीरे सभी पंप शुरु कर जलशुद्धिकरण केंद्र तक पानी छोडने के बाद देर रात 3 बजे तक पानी भरा गया. पश्चात आज सुबह 9 बजे से निचले इलाकों में मालटेकडी से जलापूर्ति सुचारु की गई. धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से बस्तियों में पानी छोडा जा रहा हैं. लेकिन दोपहर 3.30 बजे से बिजली आपूर्ति खंडित होने के कारण फिर से जलापूर्ति बंद हुई हैं लेकिन आज रात तक निचले सभी इलाकों में पानी छोडा जाने वाला हैं. जिससे नागरिकों ने राहत की सांस ली हैं. बडनेरा में भी आज रात तक जलापूर्ति की जाने वाली हैं. जिन इलाकों में अब तक जलापूर्ति नहीं हुई है वहां कल निश्चित रुप से की जाएगी ऐसा भी मजीप्रा के अधिकारियों ने कहा हैं.
* पहले एक पंप हुआ सुचारु
मजीप्रा के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य पाइपलाइन की दुरुस्ती के बाद सिंभोरा केंद्र पर स्थित चार पंपों में से एक पंप शुरु कर मार्डी रोड स्थित जलशुद्धिकरण केंद्र पर पानी पहुंचाया गया. पश्चात शेष तीन पंप शुरु किए गए. रात 3 बजे तक जलशुद्धिकरण की प्रक्रिया निपटने के बाद शहर की टंकियों में पानी छोडा गया. आज सुबह 8 बजे तक निचले इलाकों की टंकियों में पानी पहुंचने के बाद 9 बजे से जलापूर्ति शुरु हो गई. जलापूर्ति न होने से पेयजल के लिए हाहाकार मच गया था. लेकिन मजीप्रा के अधिकारियों ने समयावधि के भीतर अथक परिश्रम कर 51 घंटे में जलापूर्ति सुचारु कर दी. जिससे नागरिकों ने राहत की सांस ली हैं.