थर्टी फर्स्ट : एतिहासिक व पर्यटन स्थल पर शराब बंदी करें
नए वर्ष के स्वागत में रातभर पटाखें ने फोडे जाए
हेल्पिंग हेंड की मुख्यमंत्री से मांग
अमरावती/ दि. 29- नए वर्ष के स्वागत के लिए राज्यभर के ऐतिहासिक स्थल, पर्यटन स्थल व सार्वजनिक स्थल पर होनेवाले मद्यपान व धूम्रपान पर अंकुश लगाए. इसी तरह थर्टी फर्स्ट की रातभर पटाखे फोडकर प्रदूषण फैलानेवालों पर रोक लगाई जाए, ऐसी मांग को लेकर हेल्पिंग हेड एनजीओ संस्था ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज्ञापन सौंपा.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि वर्ष के अंत में याने 31 दिसंबर की रात ऐतिहासिक स्थल, पर्यटन स्थल के साथ ही सार्वजनिक स्थलों में होनेवाले मद्यपान व धूम्रपान पर पाबंदी लगाई जाए. नये वर्ष के स्वागत में ऐसे स्थलों पर लोगों की भारी भीड जमा होती है, ऐसे में मद्यपान व धूम्रपान जमकर किया जाता है. शराब पीने वाली युवाओं की संख्या काफी ज्यादा है. रात भर पटाखे फोडने के साथ वायु प्रदर्शन व ध्वनि प्रदूषण भी बढता है, ऐसे में लडकियों के साथ छेडछाड, गाली गलौच , छेडखानी जैसे मामले सामने आते है. इस वजह से पर्यटनस्थल, सार्वजनिक स्थल में ऐसे कृत्य पर अंकुश या बंदी लागू की जाए. इससे पुलिस पर बढने वाला अतिरिक्त बोझ भी कम होगा, ऐसी मांग करते समय हेल्पिंग हेंड के भूषण दलाल, अभिजीत भेंडे, पवन वैद्य, अनिकेत मसके, प्रणय मलमले, विशाल लांजुलकर, भूषण माहुलकर, कैवल्य नागले, लोकेश ठाकरे, प्रेम मावस्कर, रूपा झारेकर, मंगेश आखरे, सतीष बेठेकर, सुशील अखंडे आदि उपस्थित थे.