* विपक्षी गठबंधन पर जमकर साधा निशाना
* राज्य सहित देश के लिए भाजपा को बताया जरुरी
* राष्ट्रधर्म के पालन का किया आवाहन
* महाराष्ट्र को बताया वीरों व संतों की भूमि
* छत्रपति व राष्ट्रसंत के आदर्शों को अपनाने की बात कही
अमरावती/दि.6 – जब-जब देश को किसी भी तरह की कोई जरुरत पडी है, तब-तब महाराष्ट्र की पावनधरा ने उस जरुरत के हिसाब से अपने सपूत देश के लिए उपलब्ध कराये और उन सपूतों ने आगे चलकर इतिहास रच दिया. ऐसे सपूतों में समूचे देश के लिए आराध्य रहने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज व राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज सहित लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, स्वातंत्र्यवीर सावरकर तथा संत परंपरा के ज्येष्ठ-श्रेष्ठ संतों का नाम लिया जा सकता है. इन सभी महापुरुषों ने जाति, धर्म व भाषा के बंधनों से परे हम सभी के समक्ष राष्ट्रधर्म की संकल्पना को रखा और हम सभी ने अपने-अपने व्यक्तिगत अस्तित्व व पहचान से उपर उठकर इसी राष्ट्रधर्म का पालन करना चाहिए, क्योंकि यही राष्ट्रधर्म हमारी और आपकी पहचान है. लेकिन इन दिनों पाया जा रहा है कि, सत्ता के लिए किसी भी हद तक नीचे गिरने के लिए तैयार रहने वाले कुछ लोग और राजनीतिक दल इसी राष्ट्रधर्म के खिलाफ काम कर रहे है तथा ऐसे लोगों व दलों ने साथ मिलकर महाविकास आघाडी नामक गठबंधन बनाया है. परंतु यह महाविकास आघाडी नहीं, बल्कि महाअनाडी गठबंधन है. क्योंकि जिसे भारत में रहकर भारतीयता की समझ नहीं, उसे महाअनाडी ही कहा जाना चाहिए और ऐसे लोगों का जमघट भी महाअनाडी गठबंधन है. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने आज महाराष्ट्र के विपक्षी दलों को जमकर आडे हाथ लिया.
जिले के तिवसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत गुरुकुंज मोझरी में आज तिवसा, धामणगांव रेल्वे तथा मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहने वाले राजेश वानखडे, विधायक प्रताप अडसड तथा उमेश उर्फ चंदू यावलकर के प्रचार हेतु आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व सांसद व भाजपा नेत्री नवनीत राणा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी प्रा. दिनेश सूर्यवंशी व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रविराज देशमुख सहित तिवसा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी राजेश वानखडे, धामणगांव निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी प्रताप अडसड तथा मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी उमेश उर्फ चंदू यावलकर सहित अन्य कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी मंच पर विराजमान थे.
अपने संबोधन के प्रारंभ में ही महाराष्ट्र को वीरों व संतों की भूमि बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने छत्रपति शिवाजी महाराज व राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की स्मृतियों का अभिवादन करते हुए कहा कि, आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने भारतीयता और सनातन धर्म की पहचान को नुकसान पहुंचाने का काम बडे योजनाबद्ध तरीके से किया. जिसके लिए तुष्टिकरण की नीतियों का षडयंत्र पूर्वक सहारा लिया गया. अपनी इन्हीं नीतियों के तहत कांग्रेस ने एक ओर कश्मीर में धारा 370 को लागू कर आतंकवाद को बढावा दिया. वहीं दूसरी ओर करोडों सनातनियों के लिए श्रद्धास्थान रहने वाली रामजन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने की राह में सैकडों तरह की बाधाएं भी खडी की. इसके अलावा जब-जब देश पर कोई विपत्ति आयी, तब-तब कांग्रेस के नेता विदेश जाकर पिकनीक मनाते रहे. यह सिलसिला आज भी जारी है और अब भी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी देश पर विपरित समय आते ही इटली व थाईलैंड चले जाते है. साथ ही जहां देश का पूरी दुनिया में मान-सम्मान बढ रहा है, तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अलग-अलग देशों में घूम-घूमकर देश की तथाकथित बदहाली का रोना रोते रहते है.
इस समय अपने संबोधन में योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा कि, विगत 10 वर्षों के दौरान मोदीजी के नेतृत्व में हम एक नया भारत देख रहे है. जो विकास के मार्ग पर तेजी के साथ आगे बढते हुए पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है. इससे पहले जहां पाकिस्तान जैसे हमारे पडोसी देश द्वारा आये दिन हमारे देश में घुसपैठ करते हुए आतंकी वारदातों को अंजाम दिया जाता था. आज उसी पाकिस्तान के सामने अपना खुद का अस्तित्व टिकाये रखने की चुनौती है और वह पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने भुखा-नंगा खडा है. साथ ही पूरी तरह से अलग-थलग भी पड गया है. इसके साथ ही आज हम चीन जैसे विशालकाय देश को आंख दिखाने की स्थिति में है तथा तीन दिन पहले चीने ने गलवान घाटी से अपनी सेना को पीछे हटा लिया. जहां पर अब भारतीय सेना का कब्जा है. जिसका सीधा मतलब है कि, यह नया भारत अब अपने आदर्शों, मूल्यों व सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं करता, बल्कि हमने पीएम मोदी के नेतृत्व में अपनी शर्तों पर जीना सीख लिया है.
इस अवसर पर अपने संबोधन में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, अभी ज्यादा समय नहीं हुआ, जब महाराष्ट्र में नवनीत राणा को हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए संघर्ष करना पडा था और हनुमान चालीसा का पाठ करना इतना बडा गुनाह हो गया था कि, तबकी महाअनाडी सरकार ने नवनीत राणा को 14 दिन के लिए राजद्रोह की धाराओं के तहत जेल में डाल दिया था. जिसका सीधा मतलब है कि, महाअनाडी गठबंधन में शामिल दलों का राजभक्त हनुमान के प्रति कोई भक्तिभाव नहीं है. यहीं वजह रही कि, उस गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने किसी समय भगवान श्रीराम व भगवान श्रीकृष्ण को काल्पनिक पात्र तक बता दिया था और राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर साकार न हो पाये, इस हेतु तमाम तरह के प्रयास किये गये. लेकिन आज जब अयोध्या में 500 वर्षों के संघर्ष पश्चात भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है, तो उसी कांग्रेस के नेता अब भगवान श्रीराम पर यह कहते हुए दावा जता रहे है कि, राम तो सबके है. राम सबके है इस बात से हमें भी इंकार नहीं, लेकिन जब राम मंदिर की राह में बाधा डाली जा रही थी, तब यह सोच कहां चली गई थी और अब अचानक सद्बुद्धि कहां से आ गई. इस पर विचार किये जाने की जरुरत है. योगी आदित्यनाथ के मुताबिक अब हिंदू समाज की एकता को देखते हुए हर किसी को भगवान श्रीराम अपने लगने लगे है. अत: हिंदू समाज का एक बने रहना बेहद जरुरी है. क्योंकि अगर बटेंगे, तो कटेंगे तथा अगर एक रहेंगे, तो सेफ रहेंगे. साथ ही योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि, अयोध्या के बाद अब मथुरा व काशी भी हमारा इंतजार कर रहे है. अत: मथुरा और काशी के लिए भी हिंदू समाज को अयोध्या वाली एकजुटता दिखानी होगी.
अपने पूरे संबोधन में राष्ट्रधर्म एवं भारतीयता पर जोर देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, इसी भारत में कुछ ऐसे भी लोग है, जिन्हें भारत से ज्यादा पाकिस्तान और फिलिस्तीन की फिक्र है और ऐसे लोग हिंदुओं को बांटने की साजिश करते हुए चुनाव के समय तरह-तरह के भ्रम फैलाने का काम करते है, जिनसे सावधान व सतर्क रहने की बेहद जरुरत है. इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि, हमें अपने व्यक्तिगत स्तर से उंचा उठते हुए अपना हर काम देश के लिए समर्पित भाव से करना होगा और यह भी मानना होगा कि, जो देश के खिलाफ है, वह हमारे भी खिलाफ है तथा ऐसे लोगों को हमने अपने राज्य व देश की सत्ता बिल्कुल भी नहीं देनी चाहिए.