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इस माह पडेगी हाड कंपाने वाली ठंडी

तेजी से नीचे आएगा न्यूनतम तापमान

अमरावती/दि.2 – विगत नवंबर माह से सर्द हवाओं और ठंडी के मौसम का आगाज हुआ. जिसमें पिछले कुछ दिनों से थोडी बहुत राहत मिली है. लेकिन अब जारी दिसंबर माह में हाड कपकंपाने वाली ठंड महसूस हो सकती है और न्यूनतम तापमान का स्तर तेजी से नीचे लुढक सकता है. इस आशय की जानकारी स्थानीय मौसम विज्ञानिक प्रा. अनिल बंड द्बारा दी गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि, इस वर्ष दिसंबर माह के दौरान कम से कम 2 बार शीतलहर जैसी स्थिति बन सकती है. जिसकी वजह से इस बार ठंड का असर कुछ अधिक महसूस हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि, दिसंबर माह के दौरान सामान्य तौर पर दिन के समय अधिकतम तापमान 29 से 30 डिग्री सेल्सिअस के आसपास रहता है तथा रात के समय न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सिअस के आसपास पहुंचता है. किंतु विगत 1 दशक के दौरान कई बार न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सिअस से नीचे भी दर्ज हुआ और विगत 2020 में 21 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सिअस तक चला गया था. जो अमरावती जिले में अब तक का सबसे कम तापमान माना गया है. वहीं खास बात यह भी है कि, दिसंबर माह के दौरान कई बार बारिश होने की संभावना भी रहती है और इससे पहले कई बार ऐसा हो चुका है.
मौसम विज्ञानिक प्रा. अनिल बंड के मुताबिक इस समय देश के उत्तरी हिस्से में विशेषकर हिमालयीन क्षेत्र में बर्फबारी जारी रहने के चलते वहां से ठंडी हवाएं मध्य भारत की ओर प्रवाहित हो रही है. जिसके चलते रात के साथ-साथ दिन के समय भी अच्छी खासी ठंड महसूस हो रही है. चूंकि इस समय वातावरण पूरी तरह से खुला नहीं है और मौसम कुछ हद तक बदरील है. इस वजह से ठंड का जोर थोडा कम है. किंतुु जैसे ही अगले 2-3 दिनों के दौरान आसमान पूरी तरह से साफ होगा. वैसे ही ठंड का असर व प्रमाण बढ जाएंगे और इसके बाद अगले करीब 1 सप्ताह तक कडाके की ठंड पडने के पूरे आसार है. वहीं पूरे दिसंबर माह के दौरान कम अधिक प्रमाण में अच्छी खासी ठंड महसूस होती रहेगी.
* जलने लगे अलाव, स्वेटर-मफलर निकले
विगत 2 दिनों से ठंड का असर एक बार फिर बढते ही ग्रामीण क्षत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी कई स्थानों पर लोगबाग अलाव जलाकर आग तापते नजर आ रहे है. साथ ही अब दिन के समय भी लोग स्वेटर-मफलर जैसे गर्म कपडों का प्रयोग कर रहे है. वहीं शाम ढलने के बाद लोगबाग ठंड का असर बढते ही अपने-अपने घरों में रजाई व कंबल लेकर दुबकने पर मजबूर हो जाते है. जिसके चलते शाम ढलने के बाद रात 8-9 बजे के आसपास व्यापारी क्षेत्रों में एवं सडकों पर भीडभाड का प्रमाण काफी हद तक कम हो जाता है.
* 10 वर्षों के दौरान दिसंबर माह में न्यूनतम तापमान की स्थिति
वर्ष                तारीख      न्यूनतम तापमान
2013           17 दिसं.         9.8
2014           20 दिसं.         9.0
2015           28 दिसं.         9.0
2016           24 दिसं.         8.6
2017           19 दिसं.         9.6
2018           31 दिसं.         6.5
2019           29 दिसं.         8.6
2020           21 दिसं.         6.2
2021           21 दिसं.         7.7

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