अमरावती/दि.20- महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में कोरोना जैसी महामारी रहते हुए भी हमारी सरकार ने अच्छा काम कर दिखाया. लेकिन वर्तमान सरकार यह ‘स्टे’ सरकार है. उन्होंने विपक्ष के विधायक के विकासात्मक काम को स्थगिति दी है. इस पर से यह ‘स्टे’ सरकार दिखाई देती है. इन शब्दों में तिवसा विधानसभा क्षेत्र की विधायक तथा पूर्व महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकुर ने हल्लाबोल किया.
नागपुर के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान विधानभवन के बाहर उनके पत्रकारों ने सवाल पूछे तब एड. यशोमती ठाकुर ने कहा कि हम विदर्भ के प्रश्न सभागृह में रख रहे हैं. लेकिन वर्तमान सरकार का कामकाज काफी डोमिनेटिंग तरीके से शुरु है. हम स्वतंत्र भारत में रहते हैं, हम जहां रहते हैं, वहां की जनता को काफी अपेक्षा है, इस दृष्टिकोण से शिंदे सरकार ने हमारे साथ रवैया रखना चाहिए. वर्तमान शिंदे-फडणवीस सरकार जिस तरीके से चल रही है, वह गलत है. संविधान को किसी भी तरीके से न छेड़ते हुए अनेक काम किए जा सकते हैं. लेकिन इस सरकार को सेक्युलरिजम पसंद नहीं. महिलाओं के संदर्भ में उनके विचार करने के तरीके वायलन्स जैसे हैं. महिला समिति का तो छोड़िए, वर्तमान सरकार ने किसी भी महिला को मंत्री नहीं बनाया है. केवल जय सीयाराम के नारे देकर अब नहीं चलेगा. बल्कि अब हमारी सीता मैय्या को भी साथ लेना पड़ेगा. जिन्हें हमें निर्वाचित कर दिया है, वहां भी जनता रहती है. उन्हें भी हमसे अनेक अपेक्षा है. इस कारण हम विधानभवन में आवाज तो उठाएंगे ही. वर्तमान सरकार यह ईडी की सरकार है. ईडी का भय दिखाकर नहीं चलेगा. हमारे जिले और राज्य का विकास करना हो तो जनता के कोई भी प्रश्न नहीं रोके जा सकते. ऐसा भी एड. यशोमती ठाकुर ने कहा.