इस बार गर्मी में मोसंबी ज्युस 40, अननस 50 रुपए में!
महंगाई का फटका, तापमान बढ़ने से बढ़ी शीतपेय की मांग
अमरावती/दि.28-विगत दो वर्षों में कोराना संक्रमण के कारण छोटे-बड़े व्यवसायी आर्थिक दृष्टि से कमजोर हो गए. सभी क्षेत्र में महंगाई बढ़ गई है. पेट्रोल- डीजल के दाम दिनोंदिन बढ़ रहे हैं. जिसके चलते ट्रांसपोर्ट का खर्च भी बढ़ा. परिणामस्वरुप सब्जी भाजी, फलों की कीमतें बढ़ने के साथ ही उस पर आधारित व्यवसाय भी नुकसान में जाने लगा. इसलिए ज्युस विक्रेताओं को उनकी कीमतें बढ़ानी पड़ी है. महंगाई में दरवृद्धि, यातायात की दरवृद्धि के कारण फलों के दाम बढ़े है.
गर्मी के मौसम का तेजी से चलने वाला व्यवसाय यानि विविध प्रकार के ज्युस. गर्मी के मौसम में ठंडे ज्युस की काफी मांग होती है. ठंडी लस्सी, जिरा छाछ के साथ ही गन्ने का रस, अननस का ज्युस, मोसंबी ज्युस, निंबू पानी इन पेय को सभी स्तर के व्यक्तियों द्वारा पसंद किया जाता है. धूप में घुमते समय प्यास लगती है, बावजूद इसके पसीना भी अधिक आने से शरीर में फूर्ति की आवश्यकता होती है. उसे पूरी करने के लिए फलों का रस अमृत समान होता है. इस वर्ष निंबू, संतरा, मोसंबी का उत्पादन कम है. बाजार में फलों की आवक कम होने से उनकी कीमतें बढ़ी है. नींबू पांच रुपए में दो मिलते थे वह आज दस रुपए में एक लेना पड़ रहा है. जिसके चलते फलों का व्यवसाय करने वालों को रस की कीमत बढ़ानी पड़ी है. दो वर्ष बाद शीतपेय, फलों के रस को भी महंगाई की मार पहुंची है. इसके साथ ही गर्मी के दिनों में दूध की आवक कम होती है. फिलहाल दूध क दाम भी बढ़े है. जिसके चलते छाछ, दही के दाम भी बढ़ने के कारण लस्सी व छाछ भी महंगा हुआ है.
ज्युस की कीमत
ज्युस गतवर्ष के दाम फिलहाल दाम
नींबू पानी 10 रुपए 15 रुपए
मोसंबी ज्युस 25 रुपए 40 रुपए
गन्ने का रस 10 रुपए 15 रुपए
अननस ज्युस 30 रुपए 40 रुपए
दही लस्सी 30 रुपए 40 रुपए
जिरायुक्त छाछ 10 रुपए 15 रुपए
साधा छाछ 08 रुपए 12 रुपए