अमरावती/दि.25 – विगत वर्ष से शुरू हुए कोविड वायरस के संक्रमण से सभी क्षेत्र प्रभावित हुए है और हर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है. कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस समय स्कुल व महाविद्यालय बंद है. वहीं भव्य-दिव्य तरीके से विवाह समारोह आयोजीत करने पर प्रतिबंध लगाया गया है. जिसकी वजह से राज्य परिवहन महामंडल के पास इस बार प्रासंगिक करार के आरक्षण की बुकींग नहीं हुई. ऐसे में रापनि को करोडों रूपयों की आय से हाथ धोना पडा है.
बता देें कि, प्रतिवर्ष रापनि की एसटी बसों को स्कुल व कॉलेज की शैक्षणिक यात्रा सहित विवाह समारोह में बारात ले जाने हेतु प्रासंगिक करार पर आरक्षित किया जाता है. इसके तहत समूचे राज्य में प्रतिवर्ष हजारों बसें प्रासंगिक करार के तहत आरक्षित होती है. जिससे रापनि को करोडों रूपयों की आय होती है. किंतु विगत मार्च 2020 से अमरावती जिले सहित समूचे राज्य में कोविड संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. जिसे रोकने हेतु गत वर्ष लॉकडाउन लागू किया गया था. जिसके तहत बाजारपेठोें सहित स्कूल व कॉलेज सहित एसटी बसों को भी बंद रखा गया. साथ ही साथ विभिन्न कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लगाया गया. पश्चात चरणबध्द ढंग से अनलॉक करते हुए हालात को पहले की तरह सामान्य करने हेतु कई तरह की छूट दी गई. लेकिन चूंकि अब तक कोरोना का संक्रमण कम नहीं हुआ है. ऐसे में इस महामारी को लेकर चिंता का माहौल बदस्तूर कायम है. साथ ही सभी स्कूल व महाविद्यालय अब भी बंद है. वहीं विवाह समारोह में भी बेहद सीमित लोगों को उपस्थित रहने की छूट दी गई है. जिसके परिणाम स्वरूप शैक्षणिक यात्रा व बारात लाने-ले जाने के लिए एसटी बसों को प्रासंगिक करार के तहत फिलहाल कोई भी आरक्षित नहीं कर रहा. जिसकी वजह से रापनि को करोडों रूपयों की आय से हाथ धोना पडा है. जिससे रापनि को काफी आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा है.
बता दें कि, वर्ष 2019 में जनवरी से दिसंबर माह के दौरान जिले के आठ आगारोें से 1 हजार 590 एसटी बसों को प्रासंगिक करार पर आरक्षित किया गया था. जिससे रापनि को 28 करोड 62 लाख 85 हजार 56 रूपयों की आय हुई थी. वहीं वर्ष 2020 में जनवरी से दिसंबर माह के दौरान केवल 283 बसें ही आरक्षित हुई. जिसके जरिये रापनि को 53 लाख 14 हजार 931 रूपये की ही आय हुई, यानी 2019 की तुलना में 2020 के दौरान बसों के आरक्षण व इससे होनेवाली आय में जबर्दस्त कमी आयी. वहीं अब वर्ष 2021 में एक भी बस प्रासंगिक करार के तहत आरक्षित नहीं हुई है. ऐसे में आय होने का सवाल ही नहीं उठता. अत: कहा जा सकता है कि, कोविड संक्रमण की वजह से राज्य परिवहन मंडल को जहां एक ओर अपनी नियमित फेरियों में काफी नुकसान का सामना करना पड रहा है, वहीं प्रासंगिक करार के जरिये होनेवाली करोडों रूपयों की आय से भी हाथ धोना पडा है.
- इन दिनों कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल व महाविद्यालय बंद है तथा विवाह समारोह में भी मेहमानों की उपस्थिति को मर्यादित किया गया है. ऐसे में शैक्षणिक यात्रा एवं विवाह समारोह हेतु रापनि बसों की बुकींग नहीं की जा रही. जिसकी वजह से रापनि को करोडों रूपयों का नुकसान हुआ है. उम्मीद की जा सकती है कि, कोविड संक्रमण की रफ्तार थमते ही हालात पहले की तरह सामान्य हो जायेंगे.
– श्रीकांत गभणे
विभाग नियंत्रक, रापनि
वर्ष 2019 में बस आरक्षण व आय की स्थिति
आगार करार आय
अमरावती 234 87,68,848
बडनेरा 173 26,58,785
परतवाडा 177 41,14,858
वरूड 54 6,76,040
चांदूर रेल्वे 220 28,27,626
दर्यापुर 217 28,69,283
मोर्शी 355 47,16,794
चांदूर बाजार 160 19,96,222
कुल 1,590 2,86,28,556