अमरावती

इस बार 30 दिनों का होगा श्रावण

मंदिरों के खुलने की ओर भाविकों की नजर

  • नियमों व शर्तों के तहत मंदिरों में प्रवेश दिये जाने की मांग

अमरावती/दि.16 – गत वर्ष कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए लागू किये गये लॉकडाउन व प्रतिबंधात्मक नियमों के चलते सभी मंदिरों के दरवाजे पूरी तरह से बंद थे, तथा दर्शन तो दूर, मंदिर परिसर में कोई परिंदा भी पर ना मार पाये. ऐसे कडे बंदोबस्त भी लगाये गये थे. इस समय यद्यपि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का असर खत्म हो गया है, किंतु संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी मंदिर अब भी पूरी तरह से बंद है. वहीं अब आगामी रविवार 25 जुलाई से पवित्र श्रावणमास का प्रारंभ होने जा रहा है. ऐसे में सभी भाविकों द्वारा देवालयों, विशेषकर शिवालयों के खुलने का इंतजार किया जा रहा है. इस बार श्रावण महिना रविवार 25 जुलाई से शुरू होगा और आगामी माह के रविवार 22 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व के साथ समाप्त होगा. इस दौरान चार श्रावण सोमवार पडेंगे, जिसमें पहला श्रावण सोमवार 26 जुलाई, दूसरा श्रावण सोमवार 2 अगस्त, तीसरा श्रावण सोमवार 9 अगस्त तथा चौथा श्रावण सोमवार 16 अगस्त को पडना है. श्रावण माह को पर्व व त्यौहारों के साथ ही भक्तिभाव के लिए जाना जाता है और इस माह में विशेष रूप से भगवान भोलेनाथ की भाविकों द्वारा आराधना की जाती है. जिसके चलते सभी शिवालयों में अच्छीखासी भीडभाड रहती है. विशेषकर श्रावण सोमवार पर यह भीडभाड काफी अधिक रहती है और श्रावण सोमवार के उपलक्ष्य में सभी शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना का भी आयोजन होता है, किंतु विगत वर्ष जुलाई-अगस्त माह के दौरान ही कोविड संक्रमितों की संख्या ने उछाल भरनी शुरू की थी और संक्रमण की पहली लहर रफ्तार पकड रही थी. जिसके मद्देनजर लॉकडाउन लगाये जाने के चलते सबकुछ ठप्प था और भीडभाड को टालने हेतु समूचे देश में मंदिरों को बंद कर दिया गया था. जिन्हें अब तक खोला नहीं गया है. साथ ही कोविड संक्रमण को रोकने हेतु भाविक श्रध्दालुओं द्वारा भी नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन किया गया. ऐसे में सभी मंदिर पूरी तरह से विरान व सुनसान थे. पश्चात पहली लहर का असर सुस्त होने के बाद श्रध्दालुओं द्वारा मंदिरों को खोले जाने की मांग उठाई गई. जिसके चलते सरकार एवं प्रशासन द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया के तहत कुछ हद तक छूट भी दी गई. किंतु विगत फरवरी माह से कोविड संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो जाने के चलते सभी धार्मिक संस्थानों ने स्वयंस्फूर्त रूप से कोविड संक्रमण खत्म होने तक मंदिरों को बंद ही रखने का निर्णय लिया और सभी मंदिर अब तक बंद ही है. ऐसे में चूंकि अब श्रावणमास शुरू होने जा रहा है, तो सभी भाविक श्रध्दालुओं द्वारा देवालयों व शिवालयों को खोले जाने की मांग की जा रही है, ताकि वे श्रावणमास और श्रावण सोमवार पर अपने आराध्य भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर सके.
हालांकि इस समय भाविकों द्वारा बंद मंदिरों के सामने मुख्य प्रवेश द्वार पर खडे होकर ही अपने आराध्यों की पूजा-अर्चना की जा रही है. किंतु अब सभी मंदिरों के कपाट खोलकर भाविकों को मुख्य गर्भगृह तक जाने देने की अनुमति दिये जाने को लेकर मांग जोर पकड रही है.

श्रावण सोमवार

पहला – 26 जुलाई
दूसरा – 2 अगस्त
तीसरा – 9 अगस्त
चौथा – 16 अगस्त

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