इस बार मनपा में कांग्रेस की सत्ता, शहर का विजनरी विकास करेंगे
नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत का कथन
* स्वच्छ व पारदर्शक गर्वनेस देने का रहेगा पूरा प्रयास
* पांच वर्ष से अवरूध्द विकास को दी जायेगी गति
* अंतिम किश्त
अमरावती/दि.17– विगत पांच वर्षों के दौरान मनपा की सत्ता में रहनेवाली भाजपा ने शहर के विकास को पूरी तरह से अवरूध्द कर दिया है और महानगरपालिका की स्थिति किसी ग्राम पंचायत से भी गई बीती हो गई है. ऐसे में लोगबाग भाजपा से तंग आ चुके है और आगामी चुनाव में निश्चित तौर पर अमरावती की जनता भाजपा को उसकी असली जगह दिखायेगी. साथ ही यह भी से तय है कि, इस बार के मनपा चुनाव में कांग्रेस दुबारा सत्ता में वापसी करने जा रही है. सत्ता में लौटने के बाद शहर के विकास करने को लेकर हमारे पास अभी से पूरा नियोजन व प्रारूप तैयार है और हम दूरदृष्टि रखते हुए शहर के विकास प्रारूप पर काम करेंगे. इस आशय का प्रतिपादन कांग्रेस के शहराध्यक्ष व मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत द्वारा किया गया.
बता दें कि, बहुत जल्द अमरावती महानगरपालिका के आगामी आम चुनाव होनेवाले है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने स्तर पर चुनाव लडने की तैयारी की जा रही है. साथ ही मनपा के मौजूदा सदन व सत्ता पक्ष द्वारा अपने कार्यकाल में किये गये कामों की समीक्षा करना भी लाजमी है. इसी श्रृंखला के तहत दैनिक अमरावती मंडल द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं, शहराध्यक्षों व मनपा पदाधिकारियों से चर्चा करनी शुरू की गई है. इसी श्रृंखला के तहत आज दैनिक अमरावती मंडल ने मनपा के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत से प्रत्यक्ष बातचीत की. जिसकी पहली किश्त विगत शनिवार 15 जनवरी को प्रकाशित किया गया था. वहीं इस साक्षात्कार का शेष हिस्सा आज प्रकाशित किया जा रहा है. इस साक्षात्कार में शेखावत ने उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही कहा कि, जहां एक ओर भाजपा के पास प्रशासन चलाने और विकास कार्य करने का कोई अनुभव नहीं है. वहीं कांग्रेस इस मामले में भाजपा से कहीं अधिक अनुभवी है. काम करने के दौरान कई बार कुछ छोटी-मोटी गलतिया हो जाती है. जिन्हें भाजपा द्वारा विगत चुनाव में काफी बडा मसला बनाया गया था और अमरावती की जनता भी भाजपा द्वारा किये गये बडे-बडे वादों के झांसे में आ गयी. जिसका परिणाम हम सभी के सामने है. ऐसे में अमरावती की जनता को निश्चित तौर पर भाजपा की असलियत समझ में आ गई है और इस बार कांग्रेस ही पूरे बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने जा रही है.
* मनपा की आर्थिक स्थिति को सुधारना पहली प्राथमिकता
कांग्रेस शहराध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत के मुताबिक विगत पांच वर्षों के दौरान मनपा की आय को बढाने का कोई प्रयास नहीं किया गया और मनपा में एक के बाद एक घोटाले होते रहे. जिसकी वजह से मनपा की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से डावाडोल हो चुकी है. ऐसे में सत्ता में वापस आने के बाद कांग्रेस की पहली प्राथमिकता मनपा की आर्थिक स्थिति को सुधारने की होगी. शेखावत के मुताबिक आज राज्य की सत्ता में कांग्रेस की सरकार है और जिला पालकमंत्री व स्थानीय विधायक भी कांग्रेस से ही है. इस बात का कांग्रेस को पूरा फायदा मिलेगा. शहर में विकास कार्य करने हेतु निधि प्राप्त करने के लिए कई बडे-बडे प्रोजेक्ट लाये जायेंगे और रास्ता अनुदान व वित्त आयोग से भी अच्छा-खासा पैसा प्राप्त किया जा सकता है. इससे पहले जब रावसाहब शेखावत कांग्रेस के विधायक थे और मनपा में कांग्रेस की सत्ता थी, तब अमरावती मनपा को 24 करोड तथा 17 करोड रूपयों का विशेष अनुदान प्राप्त किया गया था और उस समय ऐसे ही विशेष अनुदान से प्राप्त निधी के चलते हर एक पार्षद को एक-एक करोड की विकास निधी भी उपलब्ध कराई गई थी.
* पदभरती व हॉकर्स पॉलीसी पर होगा काम
मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत के मुताबिक इस समय मनपा में करीब 2 हजार पद रिक्त पडे है और मनपा का पूरा कामकाज प्रभारियों के भरोसे चल रहा है. ऐसे में मनपा की सत्ता में लौटने के तुरंत बाद कांग्रेस द्वारा सरकार से अनुमति लेते हुए मनपा में पदभरती की जायेगी. जिसमें स्थानीय युवाओं को पहली प्राथमिकता दी जायेगी. इससे शहर के सुशिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार के काफी अवसर उपलब्ध होंगे. साथ ही साथ मनपा का कामकाज भी प्रभावी होगा. इसके अलावा शहर में जल्द से जल्द हॉकर्स पॉलीसी को लागू किया जायेगा, ताकि हॉकर्स सहित स्थायी दुकानदारों को काफी राहत व सुविधा मिलेगी. साथ ही शहर की सडकों पर आम नागरिकों की आवाजाही भी सुलभ होगी.
* मुलभूत सुविधाओं सहित झोपडपट्टियों को पीआर कार्ड देने का काम होगा
नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत के मुताबिक इस समय अमरावती मनपा क्षेत्र में मुलभूत सुविधाओं का सर्वथा अभाव है. इसे जल्द से जल्द दूर करते हुए अमरावती को संभागीय मुख्यालयवाले शहर के तौर पर विकसित व सुशोभित किया जायेगा. साथ ही शहर की सभी झोपडपट्टी क्षेत्रों में रहनेवाले नागरिकों को उनके पीआर कार्ड वितरित किये जायेंगे, ताकि उन्हें आवास योजनाओं का लाभ मिल सके. इस जरिये झोपडपट्टी क्षेत्रों में पक्के आवास बनाये जा सकेंगे और इससे शहर के सौंदर्यीकरण को साधा जा सकेगा.
* भुमिगत गटर योजना का काम किया जायेगा पूरा
इस बातचीत के दौरान मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत ने कहा कि, विगत लंबे समय से अमरावती मनपा क्षेत्र में भुमिगत गटर योजना का काम प्रलंबित पडा है. जिसे जल्द से जल्द पूरा किया जायेगा, ताकि गंदे जल की निकासी की समस्या से निजात पाया जा सके. इसके साथ ही शहर के सभी बाग-बगीचों को भी सुशोभित करते हुए उनका आवश्यक रखरखाव किया जायेगा तथा रोड डिवाईडर पर लगाई गई हरियाली की बेतरतीबी दूर की जायेगी, ताकि शहर हरा-भरा दिखने के साथ ही सुंदर भी दिखे. इसके अलावा शहर को होर्डिंग्ज मुक्त बनाने के लिए भी एक ठोस नीति तय की जायेगी, ताकि शहर में कहीं पर भी होर्डिंग्ज लगाने की प्रवृत्ति को रोका जा सके और शहर का विद्रुपीकरण भी न हो.
* कांग्रेस की जीत के पूरे आसार
मनपा के आगामी चुनाव में कांग्रेस की जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने कहा कि, विगत पांच वर्षों के दौरान कांग्रेस ने शहर के सभी प्रभागों में अपना संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने पर काम किया और एक वर्ष पूर्व शहराध्यक्ष की कमान संभालने के साथ ही खुद उन्होंने इस पर विशेष ध्यान दिया. यहीं वजह है कि, आज कांग्रेस के पास टिकट मांगनेवालों की सबसे अधिक संख्या है और इस समय हर सीट पर 6-6, 7-7 इच्छुक प्रत्याशी टिकट मिलने की आस लगाये बैठे है. जिसका सीधा मतलब है कि, इस बार हवा काफी हद तक कांग्रेस के पक्ष में है.
*भाजपा सहित अन्य दलों के पार्षद भी बदल सकते हैं पाला
साथ ही उन्होंने इस बातचीत में यह भी कहा कि, इस समय भाजपा के कम से कम 15 पार्षद ऐसे है, जो इस वक्त कांग्रेस के संपर्क में है और आगामी चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लडना चाहते है. इसके अलावा अन्य कई दलों के भी कुछ पार्षद आगामी चुनाव से पहले-पहले कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम सकते है. शेखावत के मुताबिक विगत पांच वर्ष के दौरान जब सत्ता पक्ष में रहते हुए भाजपा ने कोई काम ही नहीं किया, तो भाजपा पार्षदों के सामने भी यह समस्या है कि, वे मतदाताओं के सामने क्या मुंह लेकर जाये.
* मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भी कांग्रेस की मजबुत पकड
इस बातचीत के दौरान कांग्रेस शहराध्यक्ष शेखावत ने यह स्वीकार किया कि, विगत चुनाव के दौरान बडनेरा उपनगर सहित शहर के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में कांग्रेस के प्रयास कुछ कम पड गये थे. हालांकि सच यहीं है कि, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में आज तक केवल कांग्रेस ने ही सही ढंग से विकास कार्य कराये है. किंतु पिछले चुनाव में कुछ अलग तरह की हवा चली थी, जिसका फायदा मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में एमआईएम जैसे दलों को मिला. किंतु एमआईएम भी मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में विकास का संतुलन साधने में नाकाम रही. ऐसे में अब मुस्लिमों को एमआईएम से मोहभंग हो गया है और इस बार मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में कांग्रेस की स्थिति काफी अच्छी रहेगी.
* कांग्रेस में कोई गुटबाजी या अंतर्कलह नहीं, प्रदेश कमेटी तय करेगी प्रत्याशियों के नाम
इस साक्षात्कार में कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने कहा कि, आपसी गुटबाजी और अंतर्कलह के नुकसान हम सभी लोग देख चुके है और इस समय कांग्रेस में गुटबाजी व अंतर्कलह जैसी कोई स्थिति नहीं है. मनपा के आगामी चुनाव को देखते हुए फिलहाल सभी इच्छुकों से उनके आवेदन प्राप्त किये जा रहे है और आगामी 25 से 30 जनवरी के बीच सभी आवेदनों को कांग्रेस की प्रदेश कमेटी के पास भेज दिया जायेगा. जिसके बाद प्रदेश कमेटी अपने स्तर पर सर्वे करते हुए प्रत्याशियों के नाम फाईनल करेगी. इसमें स्थानीय स्तर पर कोई हस्तक्षेप नहीं होगा.
* डॉ. देशमुख के लौट आने का निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा
इस बातचीत के दौरान कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने खुले तौर पर स्वीकार किया कि, पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख जैसे कद्दावर नेता के पार्टी में वापिस लौट आने का पार्टी को निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा. क्योंकि डॉ. देशमुख बेहद विजनरी नेता होने के साथ ही कुशल रणनीतिकार भी है. पिछली बार उनके नियोजन और शानदार रणनीतियों की वजह से ही अमरावती मनपा में भाजपा को जीत मिली थी. जबकि उस समय अमरावती शहर में कांग्रेस काफी हद तक नेतृत्वहीन थी. किंतु आज हालात पूरी तरह से उलट गए है. ऐसे में अब कांग्रेस मजबुत स्थिति में है. जिसका परिणाम मनपा के आगामी चुनाव में दिखाई देगा.
* बहुत जल्द शहर कार्यकारिणी का गठन, सभी को उचित प्रतिनिधित्व
शहर कार्यकारिणी के गठन में हो रहे विलंब को लेकर पूछे गये सवाल पर कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने कहा कि, कोविड संक्रमण जैसे हालात की वजह से इस काम में कुछ विलंब जरूर हुआ है, किंतु उन्होंने शहराध्यक्ष बनने के साथ ही इसे लेकर अपनी ओर से आवश्यक प्रयास करने शुरू कर दिये थे और सभी समाजों को उचित प्रतिनिधित्व देते हुए करीब 280 नामों की सूची प्रदेश कार्यकारिणी के पास भेज दी गई है. जहां से इस सुची को अंतिम मान्यता मिलना बाकी है. यह मान्यता मिलते ही शहर कांग्रेस कमेटी की जम्बो कार्यकारिणी घोषित कर दी जायेगी.