इस बार ईदगाह मैदान पर नहीं होगी बकरीद की सामूहिक नमाज
मुस्लिम समाज ने मांगी ईदगाह मैदान पर नमाज पढने की अनुमति
प्रतिनिधि/दि.३०
अमरावती – इस बार स्थानीय हैदरपुरा स्थित ईदगाह मैदान पर ईद-उल-अजहा यानी बकरी ईद की सामूहिक नमाज अदा किये जाने को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन व मुस्लिम समाज के बीच मामला अडता हुआ दिखाई दे रहा है, क्योंकि जहां एक ओर मुस्लिम समाज बकरीद पर ईदगाह मैदान में सामूहिक नमाज अदा करना चाहता है, वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा ईदगाह मैदान पर सामूहिक नमाज अदा करने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश के चलते मनपा प्रशासन द्वारा भी इस बार मुस्लिम समाज के लोगोें से बकरीद पर प्रतिकात्मक कुर्बानी देने का आवाहन किया गया है. जिसके चलते मुस्लिम नागरिकों में काफी हद तक नाराजगी का आलम दिखाई दे रहा है. जानकारी के मुताबिक विगत दिनों हाथीपूरा स्थित मरकज ए अहले सुन्नत मस्जिद मिस्कीन शाह मियां ट्रस्ट के सचिव आरीफ हुसैन मुनाफ हुसैन ने ईद उल अजहा के लिए हैदरपुरा ईदगाह मैदान पर सामूहिक नमाज अदा करने की अनुमति को लेकर शहर पुलिस को पत्र सौंपा था. जिस पर शहर पुलिस की ओर से आरीफ हुसैन को जवाबी पत्र देते हुए कहा गया है कि, इस समय शहर सहित जिले में कोरोना का संक्रमण बडी तेजी से फैल रहा है और संक्रमण की चेन को तोडने के लिए लॉकडाउन व कर्फ्यू जारी है. जिसके तहत किसी भी तरह के धार्मिक स्थल पर कोई धार्मिक कार्यक्रम व सम्मेलन को अनुमति नहीं दी जा सकती. जिसके चलत अहले सुन्नत मस्जिद मिस्कीनशाह मियां ट्रस्ट की ओर से ऐलान किया गया कि, इस बार ईदगाह मैदान पर ईद उल अजहा के पर्व पर सामूहिक नमाज अदा नहीं की जायेगी और सभी लोग अपने-अपने घरों पर रहकर ही ईद की नमाज अदा करेंगे.
‘प्रतीकात्मक‘ शब्द को लेकर एमआईएम गुट नेता नाजीम ने जतायी आपत्ति यहां यह उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों अमरावती मनपा प्रशासन द्वारा एक परिपत्रक जारी करते हुए मुस्लिम नागरिकों से आवाहन किया गया था कि, इस वर्ष कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी मुस्लिम समाज बंधू अपने-अपने घरों में रहकर ही बकरीद का पर्व मनाये और प्रतिकात्मक रूप से कुर्बानी दे, इस आवाहन में ‘प्रतीकात्मक‘ शब्द का प्रयोग किये जाने को लेकर एमआईएम गुट नेता अ. नाजीम ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर जानना चाहा है कि, प्रतीकात्मक शब्द से मनपा प्रशासन का ्नया आशय है. निगमायुक्त के नाम लिखे गये इस पत्र में एमआईएम गुट नेता अ. नाजीम ने निगमायुक्त से जानना चाहा है कि, समूचे भारत वर्ष में प्रतीकात्मक कुर्बानी और कहां-कहां दी जाती है तथा अमरावती में प्रतिकात्मक कुर्बानी की संकल्पना क्या राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा किये गये आवाहन के चलते साकार की जा रही है. साथ ही अ. नाजीम ने प्रशासन को बताया कि, बकरीद एक तरह से जानवरों की कुर्बानी देने का ही त्यौहार है. ऐसे में प्रशासन ने कुर्बानी देते समय सुरक्षित अंतर रखने, कहीं पर भी भीडभाड नहीं करने और जानवरों का रक्त व मांस सडक पर नहीं फेंकने आदि बातों के संदर्भ में आवाहन करना चाहिए था. qकतु प्रशासन द्वारा इसकी बजाय प्रतीकात्मक कुर्बानी का शब्दप्रयोग कर अपनी प्रतिमा को मलीन किया जा रहा है.