इस बार त्रिकोणीय रह सकता है अमरावती फसल मंडी में मुकाबला
विधायक राणा व यशोमति ठाकुर के पैनल होंगे आमने-सामने
* प्रीति बंड कर सकती है स्व. संजय बंड गुट का नेतृत्व
* वर्हाडे को छोड शेष सभी 17 संचालक एक बार फिर मैदान में
अमरावती/दि.1 – आगामी 28 अप्रैल को अमरावती फसल मंडी के 18 सदस्यीय संचालक मंडल हेतु चुनाव होने जा रहा है. इसके लिए मंडी की राजनीति के साथ-साथ अमरावती व भातकुली तहसील के सहकार क्षेत्र में अच्छी खासी सरगर्मी देखी जा रही है. यद्यपि फसल मंडी का चुनाव सहकार क्षेत्र से जुडा विषय है. लेकिन इसका राजनीतिक क्षेत्र से बेहद गहरा जुडाव रहता है. ऐसे में सहकार क्षेत्र के इस चुनाव में राजनीतिक दलों के नेता भी एक तरह से शामिल रहते है. ताकि अपने क्षेत्र की राजनीति पर मजबूत पकड बनाए रखी जा सके. चूंकि अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिति में अमरावती व भातकुली तहसील क्षेत्र का समावेश होता है और यह दोनों तहसीलों अमरावती, बडनेरा व तिवसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत बंटी हुई है. ऐसे में तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में सक्रिय रहने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं व जनप्रतिनिधियों द्बारा अमरावती फसल मंडी के चुनाव में रुचि ली जाती है. ताकि जिले की सबसे बडी और सबसे मालामाल फसल मंडी पर कब्जा करने के साथ ही अपने क्षेत्र की राजनीति में अपना दबदबा कायम रखा जा सके. यहीं वजह है कि, इस बार फसल मंडी के चुनाव में बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा तथा तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक एड. यशोमति ठाकुर के पैनल अभी से आमने-सामने दिखाई दे रहे है. वहीं किसी समय फसल मंडी पर अपना अच्छा खासा दबदबा रखने में कामयाब रहे तत्कालीन वलगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक स्व. संजय बंड के समर्थकों द्बारा इस बार प्रीति संजय बंड के नेतृत्व में फसल मंडी के चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में यह अभी से तय है कि, इस बार अमरावती फसल मंडी में मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है.
बता दें कि, फसल मंडी के निवर्तमान संचालक मंडल में अशोक दहीकर, किशोर चांगोले, मिलींद तायडे, प्रवीण भुगुल, किरणताई महल्ले, प्रणिती भालेराव, बंडू वानखडे, नाना नागमोते, श्याम देशमुख, उमेश घुरडे, प्रफुल्ल राऊत, प्रमोद इंगोले, सतीश अट्टल, रंगराव बिचुकले, प्रकाश कालबांडे, सुनील वर्हाडे, ऊषाताई वनवे, विकास इंगोले इन संचालकों का समावेश है. जिसमें से नाना नागमोते, श्याम देशमुख, प्रांजलि भालेराव व उमेश घुरडे ने पिछली बार संजय बंड गुट की ओर से चुनाव जीता था. इसके साथ ही सुनील वर्हाडे भी संजय बंड गुट की ओर से ही चुने गए थे. इसके अलावा सहकार नेता विलास महल्ले के गुट से प्रफुल्ल राऊत और ऊषाताई वनवे तथा सहकार नेता मनोज देशमुख के गुट से प्रवीण भुगुल व रंगराव बिचुकले चुनकर आए थे. इसके अलावा विधायक रवि राणा गुट से मिलींद तायडे ने चुनाव जीता था. इसके अलावा हमाल मापारी निर्वाचन क्षेत्र से बंडू वानखडे तथा अडत-व्यापारी निर्वाचन क्षेत्र से प्रमोद इंगोले व सतीश अट्टल ने चुनाव जीता था.
* अशोक दहीकर रहे सर्वाधिक 4 साल तक संचालक
पिछली बार के मंडी चुनाव के बाद आगे चलकर विलास महल्ले गुट व मनोज देशमुख गुट के साथ ही संजय बंड गुट के कुछ संचालकों ने आपसी समझौता करते हुए तत्कालीन पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की अगुवाई में एक गुट के तौर पर काम करने का निर्णय लिया. जिसके चलते यशोमति ठाकुर गुट में प्रफुल्ल राऊत, किशोर चांगोले, ऊषाताई वनवे, प्रवीण भुगुल, रंगराव बिचुकले, अशोक दहीकर, प्रकाश कालबांडे, किरणताई महल्ले, सुनील वर्हाडे का समावेश हो गया और मंडी में यशोमति ठाकुर गुट सबसे मजबूत बन गया. यहीं वजह रही कि, पिछले सात सालों में यशोमति ठाकुर गुट से वास्ता रखने वाले सुनील वर्हाडे, किशोर चांगोले, प्रफुल्ल राऊत, अशोक दहीकर सभापति रहे, जिसमें से यशोमति ठाकुर गुट के अशोक दहीकर सबसे अधिक चार साल तक अमरावती कृषि उपज बाजार समिति के सभापति पद पर आसीन रहे.
* राजनीति पर पडता है मंडी चुनाव का असर
उल्लेखनीय है कि, एपीएमसी का चुनाव ही जिला परिषद, विधायक, व सांसद का चुनाव तय करेगा. महाराष्ट्र की राजनीति में सहकार की राजनीति ही आगे की राजनीति तय करती है. राजनीतिक अनुमान लगाया जाए तो अमरावती एपीएमसी में सहकार की राजनीति में अभी तक विलास महल्ले, यशोमति ठाकुर, संजय खोडके की पकड़ रही है. एपीएमसी के चुनाव में ग्रामपंचायत और सोसाइटी से जो लोग चुनकर जाते है, तो उसमें अगर देखा जाए तो बडनेरा विधानसभा क्षेत्र के दो जिला परिषद सर्कल और तिवसा विधानसभा क्षेत्र के 8 जिला परिषद सर्कल आते है. साथ ही अमरावती फसल मंडी में अमरावती व बडनेरा विधानसभा क्षेत्र के साथ ही तिवसा विधानसभा क्षेत्र के भी कुछ हिस्से का समावेश होता है. यहीं वजह है कि, फिलहाल यह अनुमान लगाया रहा है कि, इस चुनाव में दो दमदार पैनल यशोमति ठाकुर और रवि राणा का पैनल चुनाव मैदान में उतरेंगा. वहीं पूर्व विधायक स्व. संजय बंड के समर्थकों द्बारा भी प्रीति बंड के नेतृत्व में इस चुनाव हेतु शिवसेना की ओर से पैनल उतारने की पूरी तैयारी की जा रही है.