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दर्यापुर विधानसभा से इस बार हम लडेगें चुनाव

रिपाई के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राजेन्द्र गवई ने दी जतायी इच्छा

* कहा- अगर मविआ हमारे साथ रहती तो लोस में पा सकती थी अधिक जगह
अमरावती/दि.13- रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया व्दारा लोकसभा चुनाव में 7 स्थानों पर चुनाव लडा गया. जिसमें आंध्र प्रदेश में 2, पंजाब में 1 तथा महाराष्ट्र के सातारा, मुंबई उत्तर पूर्व, व वर्धा ऐसे 4 स्थानों पर चुनाव में रिपाई के प्रत्याशी उतरे थे. मगर अमरावती में तकनिकी कारणों से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का ए.बी. फार्म रद्द हो गया. सातारा में उम्मीदवार के पास पहुंचाया गया ए.बी. फार्म पर पार्टी का शिक्का नहीं था. तब पार्टी व्दारा उस उम्मीदवार को प्रोत्साहित करना पडा. दोनो ही स्थानों पर उम्मीदवार उस स्थान के 5 वर्ष से जिलाध्यक्ष रहने की वजह से चुनाव प्रचार में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आयी. वही अमरावती से जिलाध्यक्ष हिम्मत ढोले तथा सातारा के जिलाध्यक्ष संजय गाढे यह उम्मीदवार के रुप में खडे थे. इस तरह की जानकारी आज रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजेन्द्र गवई ने स्थानीय कांग्रेस नगर रोड स्थित उनके निवास स्थान कमलकृष्ण बंगला पर एक प्रेसवार्ता के दौरान दी.
पत्रवार्ता में गवई ने यह भी इच्छा जाहिर की है कि इस बार के चुनाव में उनके व्दारा दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमाते हुए चुनाव लडने की इच्छा जतायी. साथ ही कहा कि अगर महाविकास आघाडी हमें और वंचित बहुजन आघाडी को साथ लेकर चली तो जिले सहित राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर अच्छा प्रदर्शन हम कर सकते है.
राजेन्द्र गवई ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में सातारा के अलावा अन्य स्थानों पर हमें(रिपाई) व्दारा अच्छा प्रभाव नहीं दिखा पाए है.सातारा लोकसभा में हमारा उम्मीदवार ने 37032 वोट लेकर तीसरे स्थान पर पहुंचा है. अगर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार का दुसरे क्रमांक पर रहे शशीकांत शिंदे (राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार) से गठबंधन कर लिया होता तो यहां से भाजपा के उम्मीदवार उम्मीदवार उदयन राजे भोसले की हार हो जाती थी. सतारा लोकसभा सीट से वंचित के उम्मीदवार को 11912 वोट ही मिले है. ऐसी जानकारी भी गवई ने दी. उन्होनें आगे कहा कि बुलढाना, अकोला, मुंबई उत्तर पूर्व व हातकणंगले लोकसभा चुनाव क्षेत्र से वंचित के उम्मीदवार के साथ महाविकास आघाडी के उम्मीदवार का गठबंधन किया होता तो यहां से भी उनके उम्मीदवार चुन कर आ सकते थे और उनकी राज्य में सीटें भी बढ जाती थी. उन्होनें कहा कि जल्द ही पार्टी के तालुका अध्यक्षों की नियुक्ती भी की जाएगी. इस समय पत्रवार्ता में डॉ. राजेन्द्र गवई के साथ जिलाध्यक्ष हिम्मत ढोले, अर्जुन खंडारे, अनिल गवई, पप्पु गवई, किशोर मोहोड, बालासाहेब वानखडे, आतिश डोंगरे आदि रिपाई कार्यकर्ता उपस्थित थे.

किसी भी हाल में लडेगे दर्यापुर सीट
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र गवई ने कहा कि अगर हमें महाविकास आघाडी के साथ गठबंधन करना है. अगर वे करते है तो ठिक है, मगर नहीं भी करते है तो हमें किसी भी हाल में इस बार दर्यापुर विधानसभा चुनाव लडना ही है.

3 घंटे पहले नाम वापस लेने की थी चर्चा
राजेन्द्र गवई ने पत्रवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान हमने कांग्रेस की नेता एड. यशोमती ठाकुर व बलवंत वानखडे से हमारी पार्टी (रिपाई) के उम्मीदवार का नाम पीछे लेने के लिए चर्चा की थी. किंतु वहां से कोई ठोस जवाब नहीं आने पर हमने नाम वापस नहीं लिया.
हमारी पार्टी महत्वपूर्ण
डॉ. गवई ने कहा कि अगर युति होती भी है तो हम उनके चिन्ह का प्रयोग नहीं करेगें. हम अपनी पार्टी का ही चिन्ह इस्तेमाल करेगें. क्योंकि हमें हमारी पार्टी महत्वपूर्ण है. इससे समझौता नहीं किया जा सकता. यह विचारों की बात है. ऐसा भी उन्होनें कहा.
तो बढ सकती थी उनकी 5 सीटें
पत्रवार्ता में डॉ. राजेन्द्र गवई ने बताया कि महाविकास आघाडी व्दारा अगर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया व वंचित आघाडी के साथ युती की होती तो राज्य में उनकी (महाविकास आघाडी) की लोकसभा में 5 सीटें और बढ सकती थी.

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