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हम पर आरोप लगाने वाले खुद अपने गिरेबान में झांककर देखें

श्रीराम सेना की प्रदेशाध्यक्ष नमिता तिवारी का पत्रवार्ता में कथन

* सकल हिंदू समाज के पदाधिकारियों पर लगाया सभा हेतु धन उगाही का आरोप
अमरावती /दि.14- विगत दिनों अमरावती शहर में हैदराबाद के विधायक टी. राजा सिंह की सभा का आयोजन होना था. जिसके लिए राष्ट्रीय श्रीराम सेना की पूरानी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने पुलिस एवं प्रशासन से अनुमति मांगी थी. किंतु इसी बीच संगठन की नई कार्यकारिणी का गठन हो गया और नये पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई. इस बात की सूचना नये पदाधिकारियों द्वारा प्रशासन को दे दी गई थी. परंतु इसी दौरान संगठन में पद से हटाये गये और बाहर निकाले गये कुछ पूराने पदाधिकारियों ने इस आयोजन की राह में अडंगे डालने शुरु कर दिये थे और जब पुलिस द्वारा अनुमति देने से इंकार कर दिया गया, तो सकल हिंदू समाज का नाम लेकर झंडाबरदारी करनी शुरु की गई. क्योंकि उन पदाधिकारियों ने इस सभा के आयोजन के नाम पर शहर में कई लोगों से धन उगाही कर रखी थी. इस आशय का आरोप श्रीराम सेना की प्रदेशाध्यक्ष नमिता तिवारी द्वारा लगाया गया.
यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में उपरोक्त आरोप लगाने के साथ ही नमिता तिवारी ने कहा कि, हकीकत में हम इस मामले को उछालना नहीं चाहते थे और किसी का नाम उजागर भी नहीं करना चाहते थे. ताकि संगठन से जुडे किसी भी व्यक्ति की बदनामी न हो, लेकिन उन लोगों ने खुद अपने चाल व चरित्र को उजागर कर दिया. इस पत्रवार्ता में नमिता तिवारी ने बताया कि, 11 फरवरी को आयोजित होने वाली विधायक टी. राजा सिंह की सभा हेतु 4 फरवरी को वरिष्ठ समाजसेवी लप्पी जाजोदिया के घर पर बैठक हुई थी और लप्पी जाजोदिया ने सभा के आयोजन में लगने वाले खर्च का पूरा जिम्मा उठाने की तैयारी दर्शाते हुए साफ तौर पर कहा था कि, इस सभा के आयोजन हेतु किसी से भी कोई चंदा या सहयोग ना मांगा जाये. इसी समय के आसपास शहर पुलिस द्वारा सभा हेतु अनुमति देने से इंकार कर दिया गया. लेकिन श्रीराम सेना से अलग हुए कुछ लोगों ने सकल हिंदू समाज के नाम पर एकजूट होते हुए शहर में कई लोगों से इस आयोजन हेतु आर्थिक चंदा वसूलना शुरु किया और उस पैसे को खर्च भी कर दिया. इसकी जानकारी मिलते ही हमने इसकी सूचना संबंधितों के साथ-साथ अमरावती शहर पुलिस को भी दी थी. पुलिस द्वारा अनुमति दिये जाने से स्पष्ट तौर पर इंकार किये जाने के बावजूद भी उन पूराने पदाधिकारियों ने अगले कुछ दिनों तक सभा तो होकर रहेगी वाली भूमिका अपनाते हुए लोगों में संभ्रम फैलाने का भी काम किया. साथ ही राष्ट्रीय श्रीराम सेना के नाम का दुरुपयोग करते हुए संगठन को बदनाम भी किया. वहीं अब वे लोग सभा के आयोजन के रद्द होने को लेकर राष्ट्रीय श्रीराम सेना पर बेतुके आरोप लगा रहे है. जबकि हकीकत यह है कि, खुद उन लोगों की वजह से ही विधायक टी. राजा सिंह की सभा का आयोजन रद्द हुआ था.
इस पत्रवार्ता में श्री महाकाली शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर शक्ति महाराज, राष्ट्रीय श्रीराम सेना के राष्ट्रीय संयोजक विजय दुबे, प्रदेश महासचिव कंवल पांडे, जिलाध्यक्ष सुनील जासुदकर तथा भारती गायकवाड, मनीषा उपाध्याय व सोनू साहू आदि उपस्थित थे.

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