बिजली बिल न भरने वालों को लगेगा शॉक, 158 करोड बकाया
महावितरण की मुहिम, 28 फरवरी तक वसूली के टार्गेट
अमरावती/दि.19 – पिछले दस महिने से बिजली का एक भी बिल न भरने वाले ग्राहकों को अब शॉक लगेगा. अमरावती परिमंडल के 1 लाख 88 हजार 93 विद्युत ग्राहकों के पास 158 करोड 90 लाख रुपए की बकाया है. इन बकायादारों से आगामी 28 फरवरी तक वसूली का टार्गेट महावितरण के अधिकारी व कर्मचारियों को दिया है. जिससे बकायदार विद्युत ग्राहकों से वसूली के लिए जिलेभर में महावितरण ने धडक मुहिम शुरु की है. बकाया देयक नहीं भरा तो विद्युत आपूर्ति खंडित की जाएगी.
अप्रैल 2020 से एक भी बिल न भरने वाले ग्राहकों को सीधे विद्युत आपूर्ति खंडीत करने की मुहिम महावितरण ने हाथों में ली है. सप्ताहभर में शहर के 1 हजार 8 तथा जिले के 10 हजार 200 बकाया ग्राहकों का बिजली कनेक्शन तोडा गया है. इसका सर्वाधिक झटका ग्रामीण क्षेत्रों को लगा है. महावितरण की ओर से बिजली बिल भरने दो चरणों में सहुलियत दी जा रही है. फिर भी कार्रवाई के दौरान ग्राहक व कर्मचारियों में मामुली विवाद के प्रकार घटीत हो रहे है.
कोरोना समयावधि में महावितरण को मीटर रिडिंग लेने में बाधा निर्माण हुई थी. अनलॉक शुरु होने के बाद मीटर रिडिंग लेना शुरु करने के बाद ग्राहकों के बिजली बिल में बडी मात्रा में वृध्दि हुई. इसपर सरकार ने बार बार बिजली बिल माफी व सहुलियत बाबत घोषणा की. परंतु प्रत्यक्ष में कोई भी राहत नहीं मिली. जिससे अब बकाया वसूली करने के लिए महावितरण ने जिन ग्राहकों ने 1 अप्रैल 2020 से बिल नहीं भरा उनकी विद्युत आपूर्ति खंडीत करने की सूचना दी है.उसके अनुसार जिले में 1 अप्रैल 2020 से एक भी महिने का बिल नहीं भरा, ऐसे 1 लाख 88 हजार 93 ग्राहकों पर 158 करोड 90 लाख रुपए बकाया है. इसमें से अचलपुर उपविभाग में 51851 ग्राहकों पर 74 करोड 15 लाख, अमरावती ग्रामीण 64 हजार 499 ग्राहकों पर 46 करोड 6 लाख, अमरावती शहर 28 हजार 808 ग्राहकों पर 39 करोड 78 लाख और मोर्शी उपविभाग में 42 हजार 985 ग्राहकों पर 28 करोड 90 लाख रुपए बकाया है. विशेष यह कि 1 अप्रैल से 10 महिने की समयावधि में 1 लाख 88 हजार 93 ग्राहकों ने महावितरण का बिजली का बकाया देयक नहीं भरा. इस कारण ऐसे विद्युत बकायदार ग्राहकों की विद्युत आपूर्ति आगामी 28 फरवरी तक खंडीत करने के आदेश महावितरण के प्रादेशिक सहसंचालकों ने दिये है.
ऐसे है विद्युत ग्राहक और बकाय रकम
– घरेलु : 1 लाख 75 हजार 458 ग्राहकों पर 135 करोड 87 लाख.
– वाणिज्यिक : 18,808 ग्राहकों पर 16 करोड 17 लाख.
– व्यावसायिक : 1304 ग्राहकों पर 4 करोड 66 लाख.
– सार्वजनिक सेवा : 1730 ग्राहकों पर 2 करोड 19 लाख.