उद्योजकों को परेशान करनेवालों को बख्शा नहीं जाएगा
शिकायत आने पर होगी कार्रवाई, नाम रखा जाएगा गोपनीय
* नांदगांव पेठ एमआईडीसी एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ पुलिस सहित सभी विभाग के अधिकारियों की हुई बैठक
अमरावती /दि. 16– नांदगांव पेठ एमआईडीसी में गत रविवार को गोल्डन फाईबर कंपनी में कामगारों को हुई विषबाधा की घटना के बाद उद्योजकों पर उठाए जाते सवाल और कुछ लोगों द्वारा उन्हें परेशान किए जाने के चलते आज पुलिस आयुक्त के निर्देश पर उपायुक्त सागर पाटिल सहित अन्य अधिकारियों ने नांदगांव पेठ एमआईडीसी एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ गहन चर्चा की. इस बैठक में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि, यदि कोई भी बाहर का व्यक्ति किसी भी उद्योजक को परेशान करता है अथवा फिरौती की मांग करता है तो वे तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज करें. संबंधित का नाम गोपनीय रख परेशान करनेवालों पर कडी कार्रवाई की जाएगी.
गोल्डन फाईबर कंपनी में रविवार को 100 से अधिक कामगारों को विषबाधा हो गई थी. इस घटना के बाद कंपनी के कामगार आंदोलन करने लगे और उद्योजकों को परेशान किया जाने लगा. साथ ही महिला कामगारों की शिकायत के आधार पर गोल्डन फाईबर कंपनी के जॉन रावत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. हर दिन किसी न किसी बात को लेकर कंपनी में कोई न कोई बाहर का व्यक्ति आकर डराते-धमकाते हुए उद्योजकों से पैसों की मांग करता है और उन्हें परेशान करता है. आए दिन घटित होनेवाली इस तरह की घटनाओं के कारण उद्योजकों में दहशत निर्माण हो गई है. अनेक उद्योजक परेशान रहने के चलते आज नांदगांव पेठ एमआईडीसी एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल, सहायक आयुक्त कैलास पुंडकर, नांदगांव पेठ के थानेदार अंबूरकर सहित महावितरण, पोल्यूशन, अन्न व औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने बैठक ली. एसोसिएशन के अध्यक्ष आफाक सुबे ने उद्योजकों की तरफ से बैठक में कहा कि, एमआईडीसी के उद्योजकों को बाहर के व्यक्ति आकर किसी न किसी बात को लेकर बेवजह डराते-धमकाते रहते है और आए दिन फिरौती की मांग करते है. उद्योजक लोगों को रोजगार दे रहे है. अमरावती नांदगांव पेठ एमआईडीसी में अनेक लोग काम करते है. यदि सबकुछ बराबर चलता रहा और सहयोग भी भावना सभी में रही तो यहां उद्योजक आने की इच्छा रखेंगे. लेकिन छोटी-छोटी बात को लेकर हो रही परेशानी और बाहर के व्यक्तियों द्वारा गुंडागर्दी कर पैसों की मांग किए जाने से अनेक उद्योजक यहां आने से कतरा रहे है. साथ ही अनेक उद्योजक अपना काम बंद करने की मानसिकता में है. इसलिए सभी ने सहयोग की भूमिका रखनी चाहिए. इस पर उपायुक्त सागर पाटिल ने कहा कि, यदि किसी भी उद्योजक से कोई डरा-धमकाकर पैसों की मांग करता है, उसे बख्शा नहीं जाएगा. बशर्त इस बाबत पुलिस में अधिकृत रुप से शिकायत दर्ज होनी चाहिए. शिकायत दर्ज करनेवाले का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा और संबंधित पर कडी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस प्रशासन द्वारा उद्योजकों को हर तरह की सुरक्षा देने के साथ सहयोग किया जाएगा. इस बैठक में सभी मुद्दो पर चर्चा की गई.