मरीज़ों के रिश्तेदारों के लिए बनाया हज़ार स्क्वेयर फुट का पंडाल
समाज सेवक सै. नसीम की पहल
अमरावती/दि.30– शहर के जिला स्त्री रुग्णालय (डफफरीन) मे शहर ही सहित जिले व अन्य राज्यों से महिलाएं प्रसूति के लिए यहां आती है. ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाए यहां भर्ती होती है. भर्ती होते समय उनके साथ उनके एक दो रिश्तेदार भागदौड़ के लिए उनके साथ मुकाम करते है. उनके ठहरने के लिए उचित व्यवस्था न रहने से समाज सेवक सै. नसीम की पहल से शहर के मान्यवरों की मदद व्दारा एक हजार स्के. फुट का पंडाल तैयार किया गया है. जिसके कारण बाहर गांव से आने वाले मरिजों के पुरुष परिजनों के रुकने के लिए अस्थाई आसरा तैयार किया गया है.
जानकारी के अनुसार डफरनी अस्पताल में महिला मरीज़ के साथ एक महिला को ही अंदर रहने दिया जाता है. पुरुष को बहार अपना कहीं भी गुज़रा करना होता है. रात का समय बहार ही गुजारना पडता है. जो कि खतरे से खाली नहीं है. क्योंकि डफरीन परीसर में आवारा कुत्ते, सुअर रात को वहा आतंक मचाते है. जिसके कारण गरीब, बुजुर्ग कैसे भी कर के अपनी रात काट लेते है. मगर अब जबकि विदर्भ मे कडाके की ठंड पड रही है. मरीज़ों के रिश्तेदारों के पास कोई साधन नहीं होता है, उन्हें मजबूरी मे रात रास्ते पर गुजारनी पडती है. इन सभी बातों को ख्याल में रखते हुए सैय्यद नसीम समाज सेवक और उनकी टीम ने डफरीन अस्पताल मे इलाज के लिए जो महिलाओ के साथ उनके रिश्तेदार आते है उनके मुकाम और और आराम के लिए डफरीन अस्पताल के ठीक बाहर एक बेहतरीन एक हज़ार स्के. फुट का मंडप जैसा पिंडाल अपनी ओर से बना कर दिया. जिससे गरीबो को बहार नहीं सोना होगा. इस बेहतरीन काम करने पर जिला स्त्री रुग्णालय (डफरीन) अस्पताल प्रशासन ने डॉ. अलीम पटेल, समाज सेवक सैय्यद नसीम व उनकी टीम का आभार माना और गरीबों ने पहल की तारीफ की सैय्यद नसीम को सहयोग देने वाले आशिक अली उर्फ छोटू भाई, राजा मास्टर, हाजी हुसैन, मुज्जू भाई रेती वाले, मो. आशिक , परवेज अहमद, टीपू भाई, राजा भाई, अरशद भाई वायरमैन, सुमेल खान इत्यादि लोग मौजूद थे.