अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

पालकमंत्री के जनता दरबार में उमडे हजारों

1 हजार से अधिक निवेदन

* बावनकुले के अफसरान को ऑनस्पॉट निर्देश
* मंत्रालय में भी हाथोहाथ लगवाए फोन
अमरावती/ दि. 28- पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आज दोपहर जिलाधीश कार्यालय परिसर के नियोजन भवन मेें जनसंवाद कार्यक्रम लिया तो गांव देहात से लेकर शहर के अनेक भागों से लोग अपनी शिकायतें, निवेदन लेकर उमडे. 1 हजार से अधिक निवेदन प्राप्त होने की जानकारी देते हुए बताया गया कि कई शिकायतों पर बावनकुले ने तुरंत कलेक्टर और अधिकारियों को निर्देश दिए. हाथों हाथ कई शिकायतों का निपटारा किए जाने का दावा किया गया. इस समय पूर्व पालकमंत्री व बीजेपी नेता प्रवीण पोटे पाटिल, बीजेपी के सभी विधायक प्रताप अडसड, केवलराम काले, प्रवीण तायडे और पदाधिकारी भी मौजूद थे.
नाना प्रकार के निवेदन
सूत्रों ने बताया कि पालकमंत्री द्बारा जनसंवाद की घोषणा की गई थी. जिससे आज निर्धारित 1 बजे से पहले ही सैकडों की संख्या में नागरिक नियोजन भवन पहुंच गये थे. बारी- बारी से सभी को पालकमंत्री से मिलने का अवसर मिला. लोगों ने खेती किसानी से लेकर सिंचाई, पानी, बिजली, सडक, सातबारा, खेतों जानवर घुस आने सहित अनेक प्रकार की शिकायत व निवेदन पालकमंत्री को दिया.
तुरंत अफसर को निर्देश
बावनकुले ने अनेक निवेदनों पर अधिकारियों को तत्काल उचित कार्यवाही के निर्देश दिए. ऐसे ही कुछ मामलों में विभिन्न विभागों में फोन लगवाए गये. संबंधित अधिकारियों से तुरंत बात कर पालकमंत्री ने निर्देश दिए. यहां तक की मंत्रालय भी फोन लगाए गये. उन्होंने अगले तीन माह में फिर इसी प्रकार के जनसंवाद के आयोजन के संकेत दिए.
गांव देहातों से अधिक निवेदन
1 हजार से अधिक निवेदन मिलने का दावा पालकमंत्री के जनसंपर्क विभाग ने किया. उन्होंने बताया कि कई तरह की शिकायतें लोग लेकर आए थे. इनमें ग्रामीण भागों से आए नागरिकों की संख्या बेशक अधिक रही. कुछ लोगों ने व्यक्तिगत शिकायतें भी बावनकुले के सामने रखी. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने गजब का संयम दर्शाया. करीब 4 घंटे चले जन दरबार में उन्होंने लोगों को निराश नहीं होने दिया. नागरिक पालकमंत्री की उपस्थिति में उच्चाधिकारियों की तत्परता से थोडे अचरज में भी दिखाई दिए.
मेडिकल सेवा सुविधा की चाह
पालकमंत्री से मिलनेवालों मेें छोटे बडे, जवान, बुजुर्ग, महिलाओं का समावेश रहा. कुछ लोगों ने बीमारियों से ग्रस्त होने और चिकित्सा के लिए सहायता की गुहार लगाई. उस बारे में भी चंद्रशेखर बावनकुले ने उचित निर्देश दिए. उनसे मिलने के बाद नागरिकों के चेहरे पर संतोष झलक रहा था.

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