भागवत कथा समाप्ति में हजारो श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का लिया लाभ
वारकरी अधिवेशन में महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा, प्रस्ताव पारित
चांदुर रेल्वे- / दि. ३ तहसील में में वारकरी महामंडल महाराष्ट्र राज्य तहसील शाखा,चांदूर रेल्वे द्वारा आयोजित भक्ति शक्ति संगम सप्ताह में श्रीमद् भागवत कथा, ज्ञान यज्ञ नामसंकीर्तन सप्ताह समारोह तथा वारकरी अधिवेशन आयोजित किया गया. २५ दिसंबर से १ जनवरी तक स्थानीय संताबाई यादव मंगल कार्यालय के सामने मैदान पर भागवताचार्य सदाशिव महाराज मोरे आलंदीकर की मधुरवाणी में कृष्ण जन्म, कृष्ण बाल लिला, पुतना वध,गौवर्धन पूजा,रास लिला,रूख्मणी स्वयंवर,मित्र सुदामा मिलन ऐसे अनेक प्रसंगों का वर्णन सदाशिव महाराज ने किया. कथा प्रवचन का श्रवण करने भक्तगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. इस भागवत कथा में दैनंदिन शाम के समय सात दिन विविध किर्तनकारों का किर्तन हुआ. किर्तनकारों ने समाज प्रबोधन कर हरिनाम स्मरण कराया. ३१ दिसंबर को वारकरी संप्रदाय की और से भव्यदिव्य दिंडी शहर के प्रमुख मार्ग से निकाली हजारों महिला पुरूष भजन मंडली के साथ निकाली गई. अभंग, जय हरी विठ्ठल के नाम से शहर का वातावरण भक्तिमय हो गया. रविवार १ जनवरी को सुबह ह.भ.प. गुरूवर्य प्रकाश महाराज जवंजाल अध्यक्ष वारकरी संप्रदाय तथा सदस्य विठ्ठल रुक्मिणी संस्था पंढरपुर की मधुर वाणी में काला किर्तन कर महाप्रसाद का आयोजन किया गया. महाप्रसाद का शहर तथा तहसील के हजारों श्रद्धालुओं ने लाभ लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तहसील के समस्त लोगों ने सहयोग दिया, यह जानकारी श्यामसुंदर महाराज निचीत और अक्षय महाराज हरणे ने दी.
* भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था
भागवत कथा के दरम्यान पिछले सात दिन से सुबह श्याम कथा श्रवण करने वाले भक्तों के लिए सुबह श्याम भोजन की व्यवस्था की गई थी. भोजन शाला में दोन समय में सात हजार से अधिक श्रद्धालु इसका लाभ लेते थे. इस धार्मिक कार्य में शहर तथा तहसील के अनेक दानदाताओ ंने इस कार्य में आयोजक समिति को सहकार्य किया.
महत्वपूर्ण विषय चर्चा कर पारित
शुक्रवार ३० दिसंबर को भागवत कथा के साथ वारकरी अधिवेशन और सर्व पंथीय परिषद का आयोजन किया गया था. इस परिषद के दौरान उपस्थित लोगों को विविध समाज के धर्म गुरूओं ने मार्गदर्शन किया. इस अधिवेशन में प्रकाश महाराज जंवजाल की अध्यक्षता के उपस्थिति में वारकरी संप्रदाय की और से महत्वपूर्ण प्रस्ताव आमसहमति से पारित किए गए. चर्चा दौरान अध्यक्ष ने कहा की सभी विषयों पर राज्य सरकार का ध्यान केन्द्रित किया जाएगा. अधिवेशन दौरान कोरोना काल में वारकरी संप्रदाय के मृत अनुयायी को सामूहिक श्रध्दांजलि अर्पित की गई.