महामारी में हजारों लोगों का पेट भरा, अनुदान न मिलने से स्वयं भूखे!
दो माह से केंद्र चालकों को अनुदान की प्रतिक्षा, नागरिक, मरीजों को लाभ
अमरावती/दि.30 – कोरोना काल में कोई भी भूखा न रहे, इसलिए राज्य सरकार ने शिवभोजन थाली की शुरुआत की. इसमें से अनेकों का पेट भरा, लेकिन एक से दो महीने से केंद्र चालकों को मिलने वाला अनुदान बकाया है.
कोरोना की पार्श्वभूमि पर गत वर्ष के मार्च माह से राज्य में लॉकडाऊन घोषित किया गया था.जिससे अनेकों का काम चला गया तो अनेकों पर भूखे रहने की नौबत आयी. ऐसे में राज्य सरकार ने मदद का हाथ आगे करते हुए संकट के समय कोई भी भूखे न रहे इसलिए शिवभोजन थाली देने का निश्चय किया गया.
जिले के 23 शिवभोजन केंद्र से अनेकों को पेटभर भोजन मिलने के साथ ही इस योजना के कारण गरीबों को दिलासा मिला है. मात्र, फिलहाल महीनेभर की कालावधि बीत जाने के बावजूद केंद्र चालकों को अनुदान नहीं मिलने से उन पर संकट मंडराया है. फिर भी गरीबों को निःशुल्क भोजन देना बंद नहीं किये जाने का चित्र जिले में दिखाई दे रहा है. अमरावती शहर में 6 व जिले के ग्रामीण भाग में 17 शिवभोजन केंद्रों से गरीबों को निःशुल्क पेटभर भोजन दिया जा रहा है. यह योजना जरुरतमंदों के लिये लाभदायी साबित हुई है.
प्रति थाली 40 रुपए अनुदान
कोरोना की पार्श्वभूमि पर निःशुल्क थाली के अनुदान हेतु शासन की ओर से शहरी भागों के लिये प्रत्येकी 50 रुपए तो ग्रामीण भागों के लिये 35 रुपए अनुदान मिलता है. शिवभोजन थाली में दाल, चावल, सब्जी, दो चपातियों का समावेश रहता है.
अनुदान प्रलंबित होने पर भी थाली संख्या बढ़ी
शहर के पीडीएमसी के शिवभोजन केंद्र में लॉकडाऊन में पहले हर रोज 190 थाली वितरित की जाती थी, लेकिन अब वहां पर रोज 285 थाली वितरित की जा रही है. सामान्य नागरिकों सहित मरीजों के रिश्तेदारों को भी इसका लाभ मिल रहा है. मात्र, शहर धीरे-धीरे अनलॉक होने के चलते कुछ केंद्रों पर कम वितरण हो रहा है.
केंद्र चालक क्या कहते हैं…
योजना का उद्देश्य सफल करने के लिये प्रयत्नशील है. मई और जून में थाली संख्या बढ़ाई गई. पीडीएमसी के केंद्र से हर रोज 285 लोगों को निःशुल्क शिवभोजन थाली दे रहे हैं. सामान्य नागरिक रोज पेटभर भोजन करते हैं.
– अतुल इंगोले, शिवभोजन केंद्र चालक, पीडीएमसी
अप्रैल की तुलना में मई माह में अधिक लोगों ने शिवभोजन थाली का लाभ लिया.हमारे केंद्र में गत महीने से थाली संख्या बढ़ाई गई. दो महीने का अनुदान नहीं मिला. लेकिन किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं.
– धीरज कोकाटे, बाजार समिति केंद्र चालक
जिले में कुल 23 शिवभोजन केंद्रों से जरुरतमंदों को पेटभर भोजन दिया जाता है. अनुदान वितरित करने की प्रक्रिया शुरु है. विभाग के पास पर्याप्त निधि है. कुछेक का जीएसटी क्रमांक तो कुछ लोगों के देयक अब तक अप्राप्त है.
– अनिल टाकसाले, जिला आपूर्ति अधिकारी, अमरावती