* मिट्टी बचाकर पौधों का रोपण
अमरावती/दि.21– मनपा के उद्यान विभाग ने गणेश विसर्जन के बाद मिट्टी एकत्रित कर उसे गमलों में भरकर उसमें 1500 से 2 हजार पौधें लगाए हैं. यह पौधे अब आकार लेने से आकर्षक दिखाई दे रहे हैं. इसमें मिट्टी का सदुपयोग होने से समाधान और पर्यावरण रक्षण का प्रयास किया दिखाई देता है. इससे कर्मचारियों ने भी समाधान व्यक्त किया है.
मिट्टी के गणेश मूर्ति की स्थापना कि गई तो उससे पर्यावरण को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता. इस कारण मिट्टी की गणेश मूर्ति की स्थापना कर उस मूर्ति का घर में अथवा कुंड में विसर्जन करने और उसमें पौधें लगाने की सलाह गणेशोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं को दी जाती है. इसी का पालन मनपा के उद्यान विभाग में किया है. शहर के विभिन्न स्थानों पर कृत्रिम तालाबों में जिस गणेश मूर्ति का विसर्जन किया गया, उसमें की मिट्टी लाकर नेहरु मैदान के कस्तुरबा उद्यान में सूखाई गई. सभी मिट्टी लाना संभव नहीं था, लेकिन जितनी मिट्टी लाई गई उस मिट्टी का उचित इस्तेमाल उचित तरीके से हो इस ओर सभी कर्मचारियों ने ध्यान दिया. मिट्टी शानदार रहने से पौधें भी उसमें अच्छे उगने लगे, ऐसी जानकारी उद्यान अधीक्षक ने दी. इस मिट्टी में विविध तरह के शानदार स्नेक प्लांट, क्रोटन्स, बांबू, विविध तरह के पाम ट्री, तगर, चाफा, गुलाब, जास्वंद, पीले फूल के पौधे आदि लगाए गए हैं. कुछ मिट्टी बडे पेडों के पास डाल गई है. कुछ मिट्टी अभी भी शेष है उस मिट्टी में भी और पौधे लगाए जाने वाले है. आगामी वर्ष जितनी ज्यादा मिट्टी मिलेगी उसे इकट्ठा कर उससे गमलों में पौधे तैयार कर मनपा क्षेत्र के उद्यानों में भेज जाएंगे. अनेक बार यह मिट्टी वैसी ही पडी रहती है और इसका उपयोग नहीं किया जाता. लेकिन अब उसका सदुपयोग करने का हम प्रयास कर रहे है, ऐसा भी उद्यान अधीक्षक ने कहा.
* मिट्टी बर्बाद न होने देने का निर्णय लिया
कृत्रिम विर्सजन तालाब से गणेश विर्जन के बाद पानी बहा दिया गया. उसमें जमा हुई मिट्टी बर्बाद न होने देने का निर्णय लेकर उसे उद्यान में लाकर सूखाया गया और उसमें विविध पौधें लगाए गए वह अब अच्छे बढ रहे हैं.
– श्रीकांत गिरी,
उद्यान अधीक्षक मनपा