अमरावती

मेलघाट के हजारों मजदूरों को दो माह से वेतन नहीं

काम मिलने की है गारंटी, पैसे मिलने की नहीं

* मजदूरों पर काम करने के बावजूद भूखमरी की नौबत
अमरावती /दि.25– महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजनांतर्गत काम करनेवाले मेलघाट के हजारों मजदूरों को विगत दो माह से वेतन नहीं मिला है. जिसके परिणाम स्वरुप वें आर्थिक संकट में फंसे हुए है तथा अपना वेतन जल्द से जल्द अदा करने की मांग कर रहे है. वहीं दूसरी ओर इस संदर्भ में चिखलदरा पंचायत समिति का लचर कामकाज सामने आया है. क्योंकि खुद कार्यालय प्रमुख रहने वाले गट विकास अधिकारी को ही इस बारे में परिपूर्ण जानकारी नहीं रहने की बात सामने आयी.

चिखलदरा तहसील में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजनांतर्गत 40 हजार मजदूर समलन व समस्तर दगडी बांध डीसीटी जलशोषक चर आदि ग्रामपंचायत अंतर्गत शुुरु रहने वाले कामों को कर रहे है. जिनकी एवज में मजदूरों को प्रति सप्ताह वेतन मिलना अपेक्षित होता है. परंतु विगत दो माह से उन्हें काम करने के बावजूद भी वेतन नहीं मिल रहा. जिससे मजदूरों पर भूखमरी की नौबत आन पडी है. 2 माह से मजदूरों का वेतन नहीं होने की पृष्टि रोजगारसेवक संगठन के अध्यक्ष बबलू पिपरदे द्वारा भी की गई.

* बीडीओ कर रहे दूसरे की ओर इशारा
चिखलदरा पंचायत समिति का लचर कामकाज इस जरिए एक बार फिर सामने आया है. प्रभारी रहने वाले खंड विकास अधिकारी जीवन भिलावेकर से इस बारे में पूछताछ करने पर उन्होंने मग्रारोगायो अंतर्गत मजदूरों का वेतन हो जाने की बात कही. साथ ही इसकी विस्तृत जानकारी अपने पास नहीं रहने की बात कहते हुए रोगायो के नितिन शिरभाते से पूछताछ करने हेतु कहा. जिसे एक तरह से गैर जिम्मेदाराना बयान कहा जा सकता है.

* 7 मस्टर हो गया, लेकिन पैसा नहीं मिला
हर सप्ताह के एक ऐसे 7 मस्टर हाजिरी पत्रक हो जाने के बावजूद एक भी पैसा नहीं मिलने की बात गौरखेडा बाजार परिसर के संजय भास्करे, सुषमा भास्करे, ओमप्रकाश मावस्कर, पार्वती मावस्कर, मनिराम दहीकर, साहेबराव अंभोरे, तुलसीराम जामकर आदि मजदूरों द्वारा कही गई. साथ ही बताया गया है कि, पैसा ही नहीं रहने की वजह से अपनी जरुरत के लिए जिवनावश्यक वस्तु व किराना सामान लाना भी मुश्किल हो गया है.

* आदिवासी मजदूरों का विगत दो माह से वेतन नहीं दिया गया है. जिसकी ओर तहसील व जिला प्रशासन किसी भी तरह से ध्यान नहीं दे रहे. जिसके चलते मजदूरों में संताप की लहर है. ऐसे में मजदूरों को तत्काल वेतन अदा किये जाने की मांग की जा रही है.
– अल्केश महल्ले,
अध्यक्ष, सरपंच संगठन,
चिखलदरा.

* विगत 8 दिनों से मजदूरों के बकाया वेतन की रकम आनी शुरु हो गई है. कई स्थानों पर सही तरीके से हाजिरी नहीं लगने की भी शिकायत थी. जिसे अब दुरुस्त कर लिया गया है.
– नितिन शिरभाते,
सहायक कार्यक्रम अधिकारी (मग्रारोगायो),
चिखलदरा पंचायत समिति.

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