* दर्यापुर में सूअर पकडने का अभियान शुरु
दर्यापुर/दि.2– नागरिकों की लगातार शिकायतों का निवारण करते हुए दर्यापुर नगर परिषद ने सूअर पकड़ने की मुहिम शुरू की. इसके लिए एक निजी ठेकेदार नियुक्त किया गया. ठेकेदार द्वारा मुहिम शुरू किए जाने पर पुलिस के हस्तक्षेप पर उन्हें थोड़ा समयावधि देकर सूअर गांव के बाहर छोड़ने को कहा गया. जिसे यह कार्रवाई वहीं पर रोक दी गई थी, लेकिन बुधवार को मुख्य अधिकारी के आदेश पर फिर एक बार सूअर पकड़ने की मुहिम शुरू की गई. जिसके विरोध में आदिवासियों ने दर्यापुर नगरपालिका पर मोर्चा निकाला. सैकडों सूअरों से भरे ट्रक सीधे नगरपालिका के प्रवेश द्वार पर लेकर धमके.
दर्यापुर नगर परिषद के प्रवेशद्वार पर सूअरों से भरी दो वैन और बाल-बच्चों के साथ आंदोलनकारियों ने डेरा जमा लिया. एक भी गाड़ी भीतर से बाहर और बाहर से भीतर नहीं जाने देंगे, ऐसी चेतावनी दी. जिसके कारण कुछ ही मिनटों में दर्यापुर नगरपालिका के सामने जबरदस्त तनाव निर्माण हो गया. मुख्याधिकारी के पास नांदगांव खंडेश्वर का भी प्रभार है. जिसके कारण पिछले दो दिनों से मुख्याधिकारी दर्यापुर में नहीं थे. बुधवार को भी जिलाधीश कार्यालय में बैठक होने की बात बताकर दर्यापुर नहीं आए. जिससे संबंधित आदिवासी और पारधी समाज के लोगों ने नप के प्रवेश द्वार पर जबरदस्त हंगामा मचाया. जिससे पुलिस बुलानी पड़ी. लगभग दो घंटे नप के प्रवेश द्वार के सामने यह औचक आंदोलन चला.
* 2 लाख मांगे जाने का आरोप
आदिवासी, पारधी समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि संबंधित अधिकारी ने सूअरों को पकड़ने की मुहिम रोकने के लिए हमें 2 लाख सालाना देने की मांग की. इन आरोपों के बारे में छेड़े जाने पर स्वास्थ्य निरीक्षक ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि वे उनकी ड्यूटी निभा रहे हैं. सीओ के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है. इस बीच आंदोलनकारी आदिवासी, पारधी समाज के लोगों ने चेताया कि जब तक सीओ कोई फैसला नहीं दे देते तब तक हम हमारे बाल-बच्चों के साथ नगर परिषद के प्रवेशद्वार के सामने ही अपना डेरा जमाए रहेंगे. सूअरों से भरे दो वाहन जमा कर दिए गए. इस समय पुलिस का कड़ा बंदोबस्त तैनात कर दिया गया था.